उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक, श्री आशुतोष गंगल ने उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों के साथ, आज प्रधान कार्यालय, बड़ौदा हाउस, नई दिल्ली में वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से मंडल रेल प्रबंधकों के साथ उत्तर रेलवे की कार्य प्रगति की समीक्षा की । बैठक में अन्य विषयों के साथ-साथ रेल पथों पर संरक्षा, गति सीमा बढ़ाने, रेल परिचालन, बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों और मालभाड़ा लदान जैसे विषयों पर चर्चा की गयी ।
कार्य प्रगति की समीक्षा बैठक से पहले महाप्रबंधक ने यात्रियों और रेल सम्पत्ति की सुरक्षा के लिए उच्च मानकों को बनाए रखने वाले सतर्क कर्मचारियों को उनके कार्यों और योगदान के लिए संरक्षा पुरस्कारों से सम्मानित किया । उन्होंने परिचालन/रेल सुरक्षा बल में उच्च संरक्षा मानकों को बनाए रखकर उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने वाले रेल कर्मचारियों को पुरस्कृत किया।
उन्होंने संरक्षा पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और सभी रेलकर्मियों से अपील की कि वे रेलयात्रियों और रेल सम्पत्ति की सुरक्षा और संरक्षा के लिए सदैव तत्पर रहें ।
महाप्रबंधक ने कहा कि रेल ज्वाइंटों और वैल्डों के परीक्षण और ल्यूबरिकेशन कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाना चाहिए । उन्होंने रात्रिकालीन गश्तों एवं निरीक्षणों को बढ़ाने के निर्देश दिए । महाप्रबंधक ने पिछले सप्ताह में हुई अप्रिय घटनाओं पर चर्चा की । पटरियों और वैल्डों की दरारों, समपारों, यार्डों में अवपथन और ओएचई फेलियर के मामलों पर विस्तार से चर्चा की । उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण निर्माण परियोजनाओं और दोहरीकरण कार्यों की स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों से कार्य में तेजी लाने के लिए कहा ।
उन्होंने कहा कि रेलवे के लिए संरक्षा सर्वोपरि है । महाप्रबंधक ने रेलपथों, वैल्डों के अनुरक्षण मानकों को बेहतर बनाने और हाई-स्पीड रेल सेक्शनों में रेल पटरियों के साथ-साथ चारदीवारी बनाने पर बल दिया । उन्होंने रेल पटरियों को पार करने की घटनाओं को गम्भीरता से लिया । उन्होंने संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेल पथों के निकट अतिक्रमणों को हटाने के प्रयास का परामर्श दिया ।
महाप्रबंधक ने क्रू चेंजिंग प्वाइंटों पर क्रू चेंज के कारण रेलगाडि़यों के रूके रहने पर चिंता जताई और मंडलों को निर्देश दिए कि क्रू चेंजिंग न्यूनतम सम्भावित समय में पूरा किया जाये ताकि इस कारण रेलगाडि़यों चलने में होने वाले विलम्ब को रोका जा सके । उन्होंने विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों को समयपालनबद्धता बनाए रखने और संरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मालभाड़ा लदान की रफ्तार बढ़ाने के निेर्देश दिए ।
उन्होंने कहा कि निर्माण परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी प्रणाली पर भी प्रमुखता से ध्यान दिया जाना चाहिए क्योंकि रेलवे के विकास पर इन परियोजनाओं की प्रगति निर्भर करती है । उन्होंने विभाग प्रमुखों से निर्धारित समय में विशेष निर्माण परियोजनाओं को पूरा करने के लिए कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए ।
फ्रेट बिजनेस डेवलपमेंट पर बोलते हुए महाप्रबंधक ने कहा कि बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों के साथ परस्पर सम्पर्क बनाए रखना चाहिए । उन्होंने निर्देश दिए कि बीडीयू को ग्राहकों के बीच भरोसे, सहयोग और आत्मविश्वास का माहौल बनाए रखना चाहिए । उन्होंने रेलवे द्वारा जा रही रियायतों और उपायों को ग्राहकों तक पहुँचाने के भी निर्देश दिए । उन्होंने यह भी बताया कि हर गुजरते माह के साथ खाद्यान्न और अन्य मदों के लदान में वृद्धि हुई है ।
उत्तर रेलवे अपने ग्राहकों को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है ।