रविवार दिल्ली नेटवर्क
नई दिल्ली : उदयपुर के भट्टमेवाडा समाज की जानी मानी साहित्यकार तारा दीक्षित के निधन पर साहित्य कला संस्कृति और मीडिया से जुड़े लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। 81 वर्षीय तारा दीक्षित का बुधवार को उदयपुर में देहान्त हो गया। वे पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थी।
नई दिल्ली से राजस्थान सूचना एवं जन संपर्क विभाग के पूर्व अतिरिक्त निदेशक और मुख्यमंत्री के पूर्व प्रेस अटेची गोपेन्द्र नाथ भट्ट तथा वरिष्ठ पत्रकार नीति भट्ट ने तारा दीक्षित को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे एक शिक्षिका के साथ साहित्य मनीषी भी थी और सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने अपना जीवन लेखन और साहित्य और सांस्कृतिक सेवाओं को अर्पित कर दिया था।
वे युगधारा,मुस्कान, हाड़ा रानी ,रोटरी क्लब और अन्य कई साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं से जुड़ी हुई थी। उन्हें राष्ट्रीय प्रादेशिक और आंचलिक स्तर पर कई अवार्ड मिले।
तारा दीक्षित ने अपने स्तर पर समाज की प्रतिभाशाली महिलाओं के सम्मान की एक श्रृंखला भी शुरू की तथा अपने समाज की कई महिलाओं को सम्मानित किया।
अपने हंसमुख स्वभाव,मृदु भाषा और मिलनसारिता के कारण हर कोई उनके व्यक्तित्व से आकर्षित और मुरीद रहते थे।
तारा दीक्षित अपने पीछे पुत्र भूपेश दीक्षित पुत्री डॉ सुषमा विनय जोशी और भरापुरा परिवार छोड़ गई है।