प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण की सीटों पर धुआंधार प्रचार में जुटे हैं। इसी कड़ी में पीएम रविवार को भी पूर्वांचल की सात सीटों के लिए तीन चुनावी सभाएं करेंगे। ये चुनावी सभाएं मीरजापुर, मऊ एवं देवरिया में होंगी।
पीएम सबसे पहले मिर्जापुर और राबर्टसगंज सीट के लिए मडि़हान विधानसभा के बरकछा में संयुक्त सभा करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी घोसी, बलिया और सलेमपुर लोकसभा के लिए भुडसुरी, मेवाड़ी कलां, रतनपुरा मऊ में आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगे। तीसरी सभा पचलडी मार्ग, रूद्रपुर, देवरिया में होगी। यह संयुक्त सभा बांसगांव व देवरिया लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों के समर्थन में होगी ।
मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर व गोरखपुर में रहेंगे सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी रविवार को मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर व गोरखपुर में सभा करेंगे। मुख्यमंत्री सबसे पहले मिर्जापुर में पीएम के साथ सभा करेंगे। इसके बाद चंदौली लोकसभा के लिए कच्चा बाबा इंटर कॉलेज जामोपुर, शिवपुर, वाराणसी में सभा करेंगे। सीएम की तीसरी सभा गाजीपुर लोकसभा के लिए नेशनल इंटर कॉलेज, सैदपुर में होगी। अंतिम सभा जनता इंटर कॉलेज, बेलवार, खोराबार ग्रामीण, गोरखपुर में होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को पहली बार अस्सी घाट पर जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन की सरकार आई तो कांग्रेस पर्सनल लॉ लाएगी। गठबंधन तालिबानी शासन लाने का प्रयास करेगी। राहुल गांधी कहते हैं कि प्रॉपर्टी का सर्वे कराकर विरासत टैक्स लगाएंगे और आधी प्रॉपर्टी ले लेंगे। उसे पाकिस्तान, बांग्लादेश से आए घुसपैठियों में बांट देंगे। आप लोग याद रखना बाबा विश्वनाथ और मथुरा के भगवान मंदिर औरंगजेब ने तोड़ा था। औरंगजेब का जजिया कर ही विरासत टैक्स है। यह जहां दफन है, वहीं दफन होने देना है। कोई मुस्लिम भी अपने बेटे का नाम औरगंजेब नहीं रखता है, क्योंकि उसने सत्ता के लिए अपने भाई और पिता का खून कर दिया था। मगर कांग्रेस में औरंगजेब की आत्मा घुस गई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 के पहले सुबह के समाचार पत्रों में घोटाले और आतंकवादी हमले की खबरें होती थीं। कारण, कांग्रेस आतंकवाद और नक्सलवाद को समर्थन देने वाली पार्टी है। 2014 में काशी ने नरेंद्र मोदी को चुना और आज उसी भारत में आतंकवाद व नक्सलवाद समाप्त हुआ है। काशी में संकट मोचन मंदिर व कचहरी, दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद समेत अनेक भागों में विस्फोट होते थे। तब सरकारें लाचार थीं, लेकिन आज सीमापार के आतंकी समाप्त हो गए। यूके के एक समाचार पत्र में रिपोर्ट छपी कि तीन साल में पाकिस्तान के अंदर दो दर्जन से अधिक आतंकी मार दिए गए। उसने आशंका जताई कि इसके पीछे भारत की एजेंसियां हैं । यानी दुश्मन के घर में भी भारत विरोधी तत्व सुरक्षित नहीं हैं। यह नया भारत है। छेडे़गा नहीं, मगर छेड़ा तो छोड़ेगा नहीं।