रूस-यूक्रेन के टकराव को लेकर बढ़ती अनिश्चितताओं के बीच अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले निवेशकों ने सतर्कता का रुख अपनाया जिससे रुपये ने शुरुआती लाभ गंवा दिया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया छह पैसे की गिरावट के साथ 76.60 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयरों में भारी बिकवाली और विदेशी पूंजी की सतत निकासी से रुपये पर दबाव बढ़ गया।
उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर अनिश्चितता तथा बुधवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि किये जाने की संभावनाओं ने रुपये पर दबाव बनाये रखा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 76.40 पर मजबूत खुला। रूस और यूक्रेन के बढ़ते तनाव के बीच रुपये का आरंभिक लाभ लुप्त हो गया और उसमें गिरावट का रुख कायम हो गया। कारोबार के दौरान रुपये में 76.32 रुपये से 76.68 रुपये के दायरे में घटबढ़ हुई। दोपहर साढ़े तीन बजे रुपये का मूल्य छह पैसे की गिरावट दर्शाता 76.60 रुपये प्रति डॉलर पर था। इस बीच, छह प्रमुख मु्द्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.31 प्रतिशत घटकर 98.71 रह गया। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 5.36 प्रतिशत घटकर 101.17 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।