संदीप ठाकुर
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 17 अक्टूबर को आयोजित 69 वें राष्ट्रीय
फिल्म पुरस्कार में वेटरन एक्ट्रेस वहीदा रहमान को 53 वें दादा साहब
फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। पुरस्कार के दौरान एक्ट्रेस को सभी
ने स्टैंडिंग ओवेशन के साथ सम्मान दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के
हाथों सम्मान पाने के बाद वहीदा रहमान इमोशनल हो गईं। दिग्गज एक्ट्रेस
ने अपने फिल्मी सफर के बारे में बात की और फिल्म इंडस्ट्री को अपना
अवॉर्ड समर्पित कर दिया। वहीदा रहमान ने कहा कि उनके लिए यह गौरव का पल
है। उन्हाेंने यह भी कहा कि कोई भी एक अकेला इंसान फिल्म नहीं बना सकता।
सभी का बहुत धन्यावाद। आज जिस मुकाम पर मैं खड़ी हूं वो मेरी प्यारी
इंडस्ट्री की वजह से है। मुझे सभी का बहुत सहारा मिला। सभी ने बहुत साथ
दिया। मैं ये अवॉर्ड फिल्म इंडस्ट्री के सारे डिपार्टमेंट के साथ शेयर
करना चाहती हूं। उन्होंने मुझे पहले दिन से बहुत सपोर्ट दिया। कोई भी एक
इंसान पूरी पिक्चर नहीं बना सकता है। सभी को सभी की जरुरत होती है। इसलिए
ये अवॉर्ड फिल्म इंडस्ट्री को समर्पित करती हूं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के
विजेताओं को सम्मानित किया। बीते 24 अगस्त को फिल्म पुरस्कारों की
घोषणा की गई थी। आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में पुरस्कार वितरण समारोह
का आयोजन किया गया। इस समारोह के जहां बॉलीवुड से लेकर साउथ इंडियन
फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गजों ने शिरकत की, वहीं बेस्ट एक्टर का
सम्मान पाकर अल्लू अर्जुन बेहद खुश नजर आए। अल्लू अर्जुन को फिल्म
पुष्पा द राइज के लिए अवॉर्ड मिला है। पुष्पा में अल्लू अर्जुन ने काफी
शानदार काम किया था। उन्होंने अपने अभिनय से हर किसी का दिल जीता था।
उनका स्टाइल हो या डायलॉग डिलीवरी, हर चीज को लोगों की तरफ से भर-भरकर
प्यार मिला था। वहीं अब उनके उसी बेहतरीन काम को सराहने के लिए उन्हें
नेशनल अवार्ड दिया गया है। बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड पाकर आलिया भट्ट
और कृति सेनन के चेहरे पर भी मुस्कुराहट बिखर गई। आलिया भट्ट को
‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ में उनके शानदार अभिनय के लिए बेस्ट एक्ट्रेस
का नेशनल फिल्म अवॉर्ड मिला है। समारोह में एक्ट्रेस अपने एक्टर पति
रणबीर कपूर के साथ आई थी। दिलचस्प है कि आलिया ने समारोह में अपनी शादी
की साड़ी पहनी थी। फिल्म शेरशाह को मिले स्पेशल जूरी अवॉर्ड लेने फिल्म
के निर्माता करण जौहर आए थे। इस फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा
आडवाणी लीड रोल में थे।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार देश के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित पुरस्कारों
में शामिल माना जाता है। भारत में प्रसिद्ध राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
वर्ष साल 1954 में शुरू किया गया था। साल 1953 में रिलीज हुई कुछ बेहतरीन
फिल्मों को चुना गया था। उस समय देश के राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
थे और सूचना प्रसारण मंत्री बीवी केसकर थे। पहले नेशनल फिल्म अवॉर्ड
समारोह में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक
मराठी फिल्म श्यामची आई को दिया गया था। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों को
तीन कैटेगरी में बांटा गया है- फीचर, नॉन-फीचर और बेस्ट राइटिंग इन
सिनेमा। निर्देशन, अभिनय, सिनेमैटोग्राफी, सिंगिंग और लेखन के क्षेत्र
में उल्लेखनीय काम करने वाले कलाकारों को हर साल विभिन्न श्रेणियों में
पुरस्कार दिये जाते हैं। इन पुरस्कारों का आयोजन भारत सरकार के सूचना और
प्रसारण मंत्रालय की तरफ से किया जाता है। देश में अब तक 68 राष्ट्रीय
फिल्म पुरस्कार आयोजित हो चुके हैं।