
रविवार दिल्ली नेटवर्क
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में आयोजित दो दिनी इंटर्नल हैकाथॉन में 100 टीमों ने सॉफ्टवेयर श्रेणी और 12 टीमों ने हार्डवेयर श्रेणी में दी करीब आधा दर्जन समस्याओं पर दी प्रस्तुति
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में आयोजित दो दिनी इंटर्नल हैकाथॉन में स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2025 के लिए सॉफ्टवेयर श्रेणी में 90 और हार्डवेयर श्रेणी में 8 टीमों का चयन किया गया। इस आंतरिक हैकाथॉन में 100 टीमों ने सॉफ्टवेयर श्रेणी और 12 टीमों ने हार्डवेयर श्रेणी में अपनी-अपनी प्रस्तुति दी। इस वर्ष प्रस्तुत समस्याओं में स्मार्ट स्वचालन, स्वास्थ्य, फिटनेस और खेल, विरासत और संस्कृति, कृषि तथा ग्रामीण विकास, स्वच्छ एवम् हरित प्रौद्योगिकी, स्मार्ट वाहन एवम् परिवहन प्रणाली आदि प्रमुख विषय रहे। इससे पूर्व कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के डीन प्रो. राकेश कुमार द्विवेदी, सीसीएसआईटी के विभागाध्यक्ष प्रो. शंभू भारद्वाज आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके इंटर्नल हैकाथॉन का शुभारम्भ किया। सीओई के डीन प्रो. द्विवेदी ने कहा, स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन केवल प्रतियोगिता नहीं बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में युवाओं के सशक्तिकरण का प्रतीक है। जब स्टुडेंट्स अपने विचारों को नवाचार के रूप में साकार करते हैं, तब भारत आत्मनिर्भरता की ओर एक और सशक्त कदम बढ़ाता है।
आईआईसी की हार्डवेयर श्रेणी की संयोजिका प्रो. गुलिस्तां खान रहीं, जबकि सॉफ्टवेयर श्रेणी का समन्वय श्री आशीष बिश्नोई, श्री राजेन्द्र प्रसाद पांडे और डॉ. प्रियांक सिंघल ने किया। प्रत्येक टीम का मूल्यांकन तीन से अधिक निर्णायकों ने किया। कुल 22 निर्णायकों ने प्रतिभागी टीमों के विचारों को नवाचार, उपयोगिता, व्यवहार्यता, प्रभावशीलता, स्थायित्व और सामाजिक प्रभाव जैसे बिंदुओं पर परखा। प्रत्येक टीम को विचार प्रस्तुति हेतु 10 मिनट और प्रश्नोत्तर सत्र के लिए 5 मिनट का समय दिया गया। उल्लेखनीय है, टीएमयू के प्रो. आरके द्विवेदी और श्री राजेन्द्र प्रसाद पांडे की टीमों ने राष्ट्रीय स्तर पर स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन-2020 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए विजय प्राप्त की थी। वर्ष 2020 में उन्होंने दो विजेता टीमों का मार्गदर्शन किया था। उल्लेखनीय है कि श्री अमन अग्रवाल, जो वर्तमान में एस.आई.एच. के मूल्यांकनकर्ता हैं, उसी विजेता टीम के सदस्य रह चुके हैं। संचालन स्टुडेंट्स वत्सल नेगी, अंजली, अभिजीत शर्मा, अगम जैन, वंशिका त्रिपाठी, जीशान मलिक, सुशांत, हार्दिक बलूनी ने किया।