गोपेंद्र नाथ भट्ट
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद से सम्बद्ध जाट नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को सवेरे नईदिल्ली में प्रधानमंत्री आवास पर कर्मयोगी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अडिग छवि तथा देश और समाज के प्रतिकर्तव्य परायणता को देख दंग रह गया।
अपनी सौ वर्षीय माँ हीरा बेन के एक दिन पहलें ही शुक्रवार को अहमदाबाद के यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफकार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर अस्पताल में हुए निधन से उपजें दुःख के समन्दर की आखण्ड घड़ी में भीप्रधानमंत्री को अपने पूर्व निर्धारित एक भी कार्यक्रम को बदले बिना सहज भाव से कार्य में लगे हुए देख हर कोईन केवल अचंभित हों रहा हैं वरन उनका कायल भी हो गया है।
अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के प्रतिनिधियों को लगा था कि पाँच दिन पहलें प्रधानमंत्री से मुलाक़ात के लिए माँगागया समय और मीटिंग हीरा बाँ के देहान्त की वजह से अब संभव नही होंगी लेकिन उनके आश्चर्य का तब कोईठिकाना नहीं रहा जब सामने से प्रधानमंत्री के वहाँ से सन्देश आया कि उनकी पूर्व निर्धारित मुलाक़ात निश्चितसमय और स्थान पर ही होंगी।
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के अन्य नेताओं ने मुलाकात के दौरान सर्वप्रथम जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माताजी हीरा बेन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए अपनी हार्दिकसंवेदनाएँ व्यक्त की तों प्रधानमंत्री मोदी के बोझिल मन और दिल का दर्द उनके चहरे पर झलकता अवश्यदिखाई दिया लेकिन अगले ही पल सहज होते हुए मोदी ने कहा कि ईश्वर की इच्छा के आगे हमारी कहाँ चलतीहैं। उन्होंने कहा कि हाँ ! अब तक एक विश्वास था कि हमारे घर की मुखिया मौजूद हैं और हम पर उनकी छत्रछाया बनी हुई हैं । मुझे गर्व है कि हमारी माँ ने पूरे स्वाभिमान के साथ अपनी पूरी उम्र जियी और अनेक मुश्कीलोंतथा अभावों के बावजूद बचपन से अब तक हम छह भाई बहन को अपने ममत्व और अन्य किसी प्रकार कीकमी को कभी भी महसूस नही होने दिया । उन्होंने हमें अपने दुःख दर्द को भूल सदैव समाज और देश के लिएअपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा ही दी। उनके द्वारा दिए गए यह संस्कार और हिम्मत ही सदैवहमारा सम्बल रहीं हैं।
कर्मयोगी प्रधानमंत्री मोदी ने प्रतिनिधिमंडल के गणमान्य सदस्यों गुजरात के राज्यपाल आचार्यदेवव्रत,अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के संयोजक रामावतार पलसानियां एवं पीएस कलवानियां और बेंगलूरू केप्रमुख उद्योगपति चौधरी रामसिंह कुल्हरी के साथ प्रधानमंत्री निवास सात लोक कल्याण मार्ग के लोन में सवाघण्टा से भी अधिक समय तक देश-विदेश के सम सामयिक विषयों पर चर्चा कर सभी का दिल जीत लिया।