नीति गोपेंद्र भट्ट
नई दिल्ली : केन्द्रीय सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मन्त्री नितिन गडकरी ने कहा है कि दिल्ली को पेट्रोल एवं डीज़ल वाहन रहित बनाने की योजना पर कार्य जारी है।
गडकरी बुधवार रात्री में नई दिल्ली के कोंस्टिटयुशन क्लब में वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सरदाना के 44 वर्ष पुराने समाचार पत्र “पुनर्वास” के डिजिटल पोर्टल का लोकापर्ण कर रहें थे।
नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या का निराकरण करने के लिए “वेस्ट को वेल्थ” में बदलने की महत्वाकांक्षी परियोजना के अंतर्गत संग्रहित कचरा से बायो ईधन पैदा कर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को पेट्रोल एवं डीज़ल वाहन रहित बनाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है।साथ ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के चारों ओर साठ हज़ार करोड़ की लागत से सड़क परियोजनाओं के काम भी करायें जा रहें हैं।
मुझे भी दिल्ली आने में लगता है डर
उन्होंने कहा है कि मुझे भी दिल्ली आने में डर लगता है और इसका कारण है दिल्ली का प्रदूषण जिससे हर कोई पीड़ित हैं।
दिल्ली में कचरें के पहाड़ हटाना बड़ी चुनौती
गडकरी ने कहा है कि दिल्ली में कचरें के पहाड़ हटाना सबसे बड़ी चुनौती है।हालाँकि केन्द्र सरकार ने दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या से निजात पाने के लिए कई उपाय किए है फिर भी इस समस्या को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए जन भागीदारी जरुरी है।
उन्होंने बताया कि मेरे मन्त्रालय ने नेशनल हाई-वे के विस्तार और उनका सुदृढ़ीकरण करने के लिए दिल्ली में बने हुए कचरों के पहाड़ों को जड़मूल से हटाने के गम्भीर प्रयास किए लेकिन हर बार इस कार्य के मार्ग में कचरें की छटाई (सेग्रीगेशन) की समस्या ही आड़े आई है क्योंकि इसकी जिम्मेदारी लेने के लिए कोई तैयार नही हैं।
उन्होंने कहा कि वाहनों के पेट्रोल डीज़ल से निकलने वाले धुएँ से होने वाले प्रदूषण से दिल्ली को बचाने के लिए यहाँ एयर टेक्सी की भी नितान्त जरुरत हैं।
मुंबई में वसई एयर पोर्ट के लिए वाटर टेक्सी का प्रयोग होगा
गडकरी ने कहा कि हमने पानी में हवाई जहाज़ उतारने वाली तकनीक विकसीत उसे क्रियान्वित किया।इसी तर्ज पर अब मुंबई में बन रहे नए वसई एयर पोर्ट तक यात्रियों को समुद्र के रास्ते वाटर टेक्सी बस से पहुँचाने के प्रयोग को अपनाया जायेगा ताकि मुंबई की सड़कों पर जाम की समस्या से भी निजात पाया जा सकेगा।
मीडिया देश और समाज के हित में निडरता से करे लेखन
गडकरी ने स्तरीय और गुणवत्ता पूर्ण मीडिया के होते ह्रास पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि देश और समाज के हित में निडरता से लेखन करना ही लोकतन्त्र के चौथें स्तम्भ का मुख्य उद्देश्य एवं कर्तव्य होना चाहिए। गडकरी ने कहा कि पत्रकार और लेखक अपने लेखनी के विजन से समाज को एक नई दिशा दे सकते हैं। कोई भी व्यक्ति अपनी आँखें दान कर सकता है लेकिन विजन का दान नहीं हो सकता ।
उन्होंने कहा कि वर्तमान डिजिटल युग में मीडिया के क्षेत्र में भी नई तकनीकी के विकास से कई बदलाव हुए हैं जिसकी वजह से एक क्षण के भी विलम्ब से सभी प्रकार की खबरें आम व्यक्ति तक पहुँच रही है।
उन्होंने कहा कि हमें पाश्चात्यतिकरण और आधुनिकीकरण के मध्य अन्तर को समझना चाहिए।
उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सरदाना ने मात्र 17 वर्ष की आयु में डॉ हरिवंश राय बच्चन के संरक्षण में “पुनर्वास “ समाचार पत्र को शुरु किया था। उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा सम्बन्धी एक शूटिंग के दौरान उन्होंने अमिताभ बच्चन को भी डॉ हरिवंश राय बच्चन की समस्त रचनाओं का डिजीटिलीकरण कराने का सुझाव दिया हैं।
कई हस्तियाँ रहीं मौजूद
समारोह में पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी,सुविख्यात कवि सुरेन्द्र शर्मा और अशोक चक्रधर,दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा के अलावा दिल्ली के पूर्व मुख्य सचिव उमेश सैगल, सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ ए.एस.दवे, दिल्ली के विधायक अभय वर्मा और ओम प्रकाश शर्मा सहित दिल्ली की साहित्य,पत्रकारिता, कला,संस्कृति आदि क्षेत्र की कई हस्तियां मौजूद थीं।