पाकिस्तान से सटे सीमावर्ती जिलों में हो रही सुरक्षा चूक को लेकर सांसद पी पी चौधरी ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखा पत्र

अधिूसचित क्षेत्रों में नहीं हो रहा है गृह मंत्रालय के नियमों का पालन

नीति गोपेंद्र भट्ट

नई दिल्ली : राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में पिछले कुछ माह में गृह मंत्रालय के नियमों को दरकिनार कर बाहरी व्यक्तियों की आवाजाही पर रोक-टोक नहीं हो रही है जोकि एक गम्भीर चिन्ता का विषय है।

देश की आंतरित सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण इस विषय की ओर पाली सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री पीपी चौधरी ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर उनका ध्यान खींचा है ।

सांसद चौधरी ने पत्र में लिखा है कि सरहदी जिले बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर और जालोर के 22 थाना क्षेत्र जिनको गृह मंत्रालय द्वारा जारी गजट नोटिफिकेशन में अधिसूचित क्षेत्र की सूची में रखा है में प्रकाशित खबरों और सीमाजन कल्याण समिति के अनुसार इन क्षेत्रों में बिना सत्यापन बाहरी लोगों की आवाजाही के साथ तस्करी के मामले भी बढ़े है। इन अधिसूचित क्षेत्रों में बाहरी लोगों का सत्यापन महज जमीन खरीदने जैसी प्रक्रिया में होता है।

सांसद चौधरी ने लिखा है कि राज्य सरकार बाहय सुरक्षा के साथ आंतरिक सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं दिख रही हैं। इसी का परिणाम है कि आंतकवाद आश्रय स्थली पाकिस्तान से सटे सीमावर्ती जिलों में इन दिनों बाहरी एवं संदिग्ध लोगों की आवाजाही बढ़ी हुई है। ऐसी गतिविधियां देश की आंतरिक सुरक्षा को के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है।

कड़े फैसलों एवं कड़ी मेहनत पर ना फिरे पानी:* सांसद चौधरी ने पत्र में गृहमंत्री को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब से देश की सत्ता संभाली है, तब से देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था और सीमाएं मजबूत करने के लिए केन्द्र सरकार ने आतंकवाद और उससे जुड़ी गतिविधिओं पर कड़े प्रहार किए हैं। सांसद ने यह भी लिखा कि अमित शाह के गृहमंत्री का पदभार संभालने के बाद आतंकियों समेत देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने वालों के खिलाफ लगातार ठोस कार्रवाई हो रही है। गृहमंत्री द्वारा लिए गए कड़े फैसलों और दूरगामी एवं सशक्त नीतियों का परिणाम है कि देश में शांति का माहौल है और केंद्रीय खुफिया एजेंसी आईबी, केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए समेत अन्य सहयोगी एजेंसी एक साथ आपसी समन्वय के साथ कार्य कर रही हैं और इसके बहुत ही सार्थक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर और सिरोही जैसे जिले जो कि पाकिस्तान जैसे देश से सटे है। पाकिस्तान ने समय-समय पर हमारे देश को ना भूलने वाला दर्द आतंकवाद जैसी घिनौनी गतिविधियों से दिया है। उन्होंने गृहमंत्री से देश की सुरक्षा आंतरिक सुरक्षा की राजस्थान के सरहदी जिलों के अधिसूचित क्षेत्रों में इन गतिविधियों पर गहन अनुसन्धान कर इनकी रोकथाम की अविलम्ब कार्यवाही करने का आग्रह किया है।