- हार्दिक का जांघ की मांसपेशी में खिंचाव से बाहर होना भारत के लिए बड़ा झटका
- भारत को रणनीति बदल अपने खेल का स्तर और उंचा उठाना होगा
- पूल मैचों में की हड़बड़ी में गड़बड़ी से बचना होगा भारत को
- स्ट्राइकर आकाशदीप व मनदीप को रफ्तार के साथ धार दिखानी होगी
- न्यूजीलैंड के चाइल्ड, रसेल व हेडन से भारत को चौकस रहना होगा
- न्यूजीलैंड के जवाबी हमलों से भारत की रक्षापंक्ति को चौकस रहना होगा
सत्येन्द्र पाल सिंह
भुवनेश्वर : ‘ऑलराउंडर’ सेंटर हाफ हार्दिक सिंह का इंग्लैंड के खिलाफ मैच के आखिर में जांघ की मांसपेशी में आए खिंचाव से उबर नही पाने के कारण न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार को क्रॉसओवर ही नहीं अब आगे बाकी पूरे 15 वें एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप से बाहर होना भारत के लिए के लिए बहुत बड़ा झटका है। हार्दिक की जगह भारतीय टीम में जगह पाने वाले राज कुमार पाल बेशक मेहनती और चतुर आक्रामक सेंटर हाफ हैं लेकिन अनुभव में बहुत कम हैं। हार्दिक के चोट से बाहर होने से अपनी रंगत तलाशने को जूझती मेजबान भारतीय टीम का उलटफेर का सपना संजोने वाली न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार को कलिंगा स्टेडियम में क्रॉसओवर में असल इम्तिहान होगा। करिश्माई हार्दिक ने बाहर होने से पहले भारत के लिए शुरू के दो मैचों में बेहतरीन खेल दिखाया था। भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ नॉकआउट क्रॉसओवर मेंं जीत के साथ क्वॉर्टर फाइनल में स्थान बनाने के लिए अपनी रणनीति में बदलाव कर अपने खेल का स्तर और उंचा उठाना होगा। भारत को न्यूजीलैंड के जवाबी हमलों की काट की रणनीति तलाशनी होगी। भारत को अपनी चुनौती को आगे ले जाने के लिए पूल मैचों में की हड़बड़ी में गड़बड़ी से बचना होगा।
भारत को न्यूजीलैंड पर दर्ज करनी है तो अब अपनी रंगत पा चुके बतौर स्ट्राइकर खेल रहे तीन मैचों में सबसे ज्यादा दो गोल करने वाले आकाशदीप सिंह और लिंकमैन के रूप में अच्छा खेल दिखा रहे शमशेर सिंह के साथ मनदीप सिंह को खुद गोल करने के साथ गोल करने और पेनल्टी कॉर्नर भी बनाने होंगे। पेनल्टी कॉर्नर बनेंगे इस दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर में एक भारत के कप्तान ड्रैग फ्लिक का सही इस्तेमाल कर गोल उसकी नैयार किनारे लगा पाएंगे। भारत की मध्यपंक्ति में खासतौर पर अनुभवी सेंटर हाफ मनप्रीत सिंह को ज्यादा धैर्य और चतुराई दिखा नौजवान राज कुमार पाल और विवेक सागर प्रसाद का मार्गदर्शन करने के साथ उनके साथ कदमताल करनी होगी। सबसे अच्छी बात यह है स्ट्राइकर आकाशदीप सिंह ने मौजूदा विश्व कप में दो मैचों में खुद दो गोल करने के साथ मनदीप सिंह के मिलकर गोल के अभियान बना पेनल्टी कॉर्नर भी दिलाए हैं। भारत के लिए हौसला बढ़ाने वाली बात यह है कि उसने बीते बरस के आखिर में न्यूजीलैंड से एफआईएच प्रो लीग में दोनों मैच जीते। भारत ने पिछडऩे के बाद एफआई प्रो लीग में न्यूजीलैंड पर पहले मैच 7-4 से जीत दर्ज की लेकिन दूसरे में उसे 4-3 से जीतने के लिए काफी पसीना बहाना पड़ा था। भारत की इन दोनों मैच में जीत में खुद कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने ड्रैग फ्लिक पर न्यूजीलैंड के खिलाफ और दूसरे में मनदीप सिंह ने जिस तरह तीन- तीन गोल अब किए थे । भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ क्रॉसओवर में जीत के लिए प्रो लीग मैचों के शानदार प्रदर्शन को दोहराना होगा।
बनारसी ‘कलाकार’ ललित उपाध्याय के साथ नवोदित स्ट्राइकर सुखजीत सिंह और अभिषेक का अब तक अपनी रंगत न दिखा पाना जरूर भारत के चीफ कोच ग्राहम रीड के लिए चिंता का सबब है। भारत की मध्यपंक्ति में पूर्व कप्तान सेंटर हाफ मनप्रीत सिंह, विवेक सागर प्रसाद और राज कुमार पाल को धैर्य और सूझबूझ के साथ खुद गोल करने के हर मौके को भुनाने के साथ बराबर खासतौर पर स्ट्राइकर मनदीप और आकाशदीप के लिए गेंद आगे बढ़ानी होगी। हार्दिक के चोट के चलते बाहर होने और टोक्यो ओलंपिक में भारत को कांसा जिताने के बाद करीब बीते एक साल से चोट से उबरने के लिए सिमरनजीत सिंह के जूझने के कारण मेजबान टीम के आक्रमण और रक्षण की दो मजबूत कड़ी अब कुछ कमजोर नजर आ रही है। भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने माना की टीम गोल करने के मौके बना रही है लेकिन इस विश्व कप में आगे बढऩे के लिए गोल के इन मौकों को भुनाना होगा। भारत के कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह का सभी तीन पूल मैचों की समाप्ति पर पेनल्टी कॉर्नर पर मात्र एक गोल करना भी उसकी चिंता बढ़ाता है।
भारत के लिए राहत की बात है कि अनुभवी स्ट्राइकर आकाशदीप सिंह और लिंकमैन शमशेर न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार को अहम क्रॉसओवर मैच से पहले रंग में आ गए। भारत को रविवार को जीतना है उसे न्यूजीलैंड के अब तक चिली और मलयेशिया के खिलाफ एक एक गोल करने वाले सैम लेन, सैम हाहा के साथ अनुभवी आक्रामक सेंटर हाफ साइमन चाइल्ड , हेडन फिलिप्स के साथ ड्रैग फ्लिकर केन रसेल से चौकस रहना होगा। अपने खतरनाक जवाबी हमलों के लिए ख्यात न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की रक्षापंक्ति को आखिर तक पूरी तरह चौकस रहना होगा।
भारत मौजूदा विश्व कप इंग्लैंड की तरह अजेय रह उसके बराबर सात अंक हासिल करने के बावजूद गोल अंतर में उससे पिछड़ पूल डी में दूसरे स्थान पर रहा। भारत ने स्पेन पर 2-0 से जीत से आगाज कर इंग्लैंड से मैच गोलरहित खेला और वेल्स को अंतिम पूल मैच में 4-2 से हराया। भारत ने तीन मैचों में कुल छह गोल किए। भारत ने इनमें अब तक मिले 16 में से मात्र तीन पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला। वहीं न्यूजीलैंड ने तीन मैच में से मात्र एक मै जीता और उसे नीदरलैंड से 0-4 और मलयेशिया से 2-3 से हार झेलनी पड़ी। न्यूजीलैंड ने तीन मैचों में जो कुल पांच गोल किए इनमें से तीन चिली और दो मलयेशिया के खिलाफ दागे। भारत की अग्रिम पंक्ति में शमशेर सिंह, मनप्रीत सिंह और विवेक सागर की अग्रिम पंक्ति को मैच के मिजाज के मुताबिक टीम की रणनीति को अंजाम देना होगा।
‘मजबूरन हार्दिक को बाहर रखने का मुश्किल फैसला लेना पड़ा’
‘हार्दिक की जांघ में मांसपेशी में आए खिंचाव के चलते हमें उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार के क्रॉसओवर सहित मौजूदा विश्व कप के आगे के मैचोंसे बाहर रख उनकी जगह राज कुमार पाल को टीम में शामिल करने का मजबूरन मुश्किल फैसला करना पड़ा। शुरू के दो मैचों में शानदार खेल दिखाने के बाद मांसपेशी में खिंचाव के चलते अब विश्व कप से बाहर होना खुद हार्दिक के लिए निराशाजनक हैै।दरअसल शुरू में उनकी जांघ की मांसपेशी में आया यह खिंचाव इतना गंभीर नहीं दिखा लेकिन लेकिन इस तरह के खिंचाव से उबरने के लिए जितना वक्त चाहिए था वह हमें नहीं मिला।’
ग्राहम रीड, भारत के चीफ कोच
‘हममें है भारत को हरा उलटफेर करने का दम’
‘भारत के खिलाफ उसके घर में उसके दर्शकों के सामने खेलना हमारी टीम को रोमांचित करता है। बेशक हमें कमतर आंका जाता है लेकिन हम भारत को हरा कर उलटफेर करने का दम रखते हैं। भारत के हमारे खिलाफ यहां इसी मैदान पर एफआई प्रो लीग मैच जीतने के बावजूद हमने उसे कड़ी टक्कर दी थी। क्रॉसओवर नॉकआउट मैच में दबाव मेजबान भारत पर होगा। बेशक हार्दिक सिंह चोट के बाहर हो गए हैं लेकिन उनकी गैरमौजूदगी में भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह जैसे एक नहीं कई मैच जिताने का दम रखने वाले खिलाड़ी हैं।’
-ग्रेग निकॉल ,न्यूजीलैंड के हेड कोच
रविवार के क्रॉस ओवर मैच भुवनेश्वर
मलयेशिया वि. स्पेन, शाम साढ़े चार बजे।
भारत वि. न्यूजीलैंड, शाम 7 बजे।