इंद्र वशिष्ठ
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मोहाली में पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस के मुख्यालय पर रॉकेट से हमला करने वाले मुख्य अभियुक्त दीपक रंगा को गिरफ्तार किया है. एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि 9 मई 2022 को रॉकेट से संचालित ग्रेनेड (आरपीजी) अटैक के बाद से फरार दीपक रंगा को गोरखपुर से गिरफ्तार किया गया है.
हरियाणा के झज्जर जिले के सुर्ख पुर गांव का निवासी दीपक बदमाश से आतंकवादी बने कनाडा में मौजूद लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा और पाकिस्तान में मौजूद हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा का साथी है. दीपक आरपीजी अटैक के अलावा आतंकी हिंसा और हत्याओं जैसे संगीन अपराध की अनेक वारदात में शामिल है. दीपक को लखबीर और हरविंदर से आतंकी गतिविधियों के लिए धन और अन्य मदद लगातार मिल रही थी.
एनआईए को पिछले साल पता चला कि विदेश में मौजूद आतंकवादी संगठन भारत में लक्षित हत्याओं (टार्गेट किलिंग) और हिंसात्मक अपराधों के लिए उत्तर भारत के कुख्यात बदमाशों के गिरोहों के साथ मिलकर वारदात कर रहे हैं. आतंकियों, बदमाशों और ड्रग्स/ हथियार तस्करों के उभरते गठजोड़ का भी पता चला. इस नेटवर्क द्वारा सीमा पार से आतंकवाद के लिए हथियार और गोला बारुद/ बम आदि की तस्करी का भी पता चला. एनआईए ने तब 20 सितंबर 2022 को इस सिलसिले में खुद ही मामला दर्ज किया. एनआईए द्वारा आतंकियों बदमाशों और ड्रग्स तस्करों के गठजोड़ के ख़िलाफ़ तीन मामले दर्ज किए जाने के बाद से इस गठजोड़ के कुख्यात अपराधिक गिरोहों के 19 सरगनाओं/बदमाशों को, दो हथियार आपूर्तिकर्ताओं और एक बड़े फाइनेंसर को गिरफ्तार किया जा चुका है. कनाडा में मौजूद अर्श दल्ला को गृह मंत्रालय द्वारा 9 जनवरी 2023 को आतंकी घोषित किया गया है.
एनआईए प्रवक्ता ने बताया कि आतंकियों, बदमाशों और तस्करों के गठजोड़ और बुनियादी ढांचे को खत्म करने के लिए निकट भविष्य में कार्रवाई तेज की जाएगी.