जीवट के लिए ख्यात जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया के बीच रोमांचक सेमीफाइनल की आस

ऑस्ट्रेलिया के कोच बैच बोले, जर्मनी हमारा इम्तिहान लेगी

सत्येन्द्र पाल सिंह

भुवनेश्वर : जर्मनी अपनी जीवट और जोरदार जवाबी हमलों के लिए ख्यात है तो ऑस्ट्रेलिया हॉकी की कलाकारी और लहरों कीतरह हमले बोलने के लिए। मौजूदा हॉकी विश्व कप में यहां गोल दागने सबसे आगे चल रहे अपने ड्रैग फ्लिकर जेरमी हेवर्ड (सात) और स्ट्राइकर ब्लैक गोवर्स(पांच) से गोल की बारिश की आस के साथ तीन बार चैंपियन रही ऑस्ट्रेलिया शुक्रवार को यहां जर्मनी पर सेमीफाइनल में जीत के साथ 15 वें एफआईएच हॉकी विश्व कप के फाइनल में स्थान बनाने को बेताब है। पूल एÓ में ऑस्ट्रेलिया ने अर्जेंटीना के साथ 3-3 से और जर्मनी ने बेल्जियम से अपना मैच दो-दो से ड्रॉ खेला। दो अलग शैलियों से खेलने वाली जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया के बीच बेहद सेमीफाइनल में रोमांचक हॉकी की आस है। 2002 और 2006 की चैंपियन जर्मनी ने क्वॉर्टर फाइनल में हार के कगार से उबर जिस तरह गजब की वापसी कर शूटआउट में दक्षिण कोरिया पर जीत की उससे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया उसके खिलाफ जरा सी ढील गवारा नहीं कर सकता है। 2014 में नीदरलैंड को हरा तीसरी और आखिरी बार खिताब जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया को पिछली बार सेमीफाइनल में हार के साथ कांसे पर संतोष करना पड़ा था।

ऑस्ट्रेलिया के चीफ कोच कॉलिन बैच ने कहा, ‘मौजूदा विश्व कप उलटफेर वाला रहा और इसमें कई बेहद करीब मैच हुए और शीर्ष चार टीमें ही अंतत: सेमीफाइनल में पहुंची। हम स्पेन से क्वॉर्टर फाइनल में 0-2 से पिछड़े और उससे हार सकते थे। हम पिछड़ रहे थे कि लेकिन हमारी टीम ने शुरू में गोल न करने के बावजूद जीवट दिखाया। हम 2018में यहां सेमीफाइनल में नीदरलैंड से और टोक्यो ओलंपिक में बेल्जियम से सेमीफाइनल में हार गए थे। सेमीफाइनल यदि शूटआउट में ङ्क्षखचा तो हम इसके लिए तैयार हैं और उम्मीद करते हैं कि नतीजा हमारे हक में रहेगा। हमारी टीम 1978 से बराबरी विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंची और यह शानदार रिकॉर्ड है। इसके बावजूद हम जर्मनी से बस तीन बार जीत पाए हैं। हमें मालूम है कि जर्मनी हमारा पूरे 60 मिनट इम्तिहान लेगी और यदि सेमीफाइनल शूटआउट में खिंचा तो हम इसके लिए तैयार हैं। हम चौथी बार विश्व कप जीतने की बाबत नहीं सोच है। फिर भी उम्मीद है कि हम चौथी बार खिताब जीतने में सफल होंगे।’

जर्मनी को ऑस्ट्रेलिया को फाइनल में पहुंचने से रोकना है तो उसके स्ट्राइकर ब्लैक गोवर्स, टिम हॉवर्ड, फ्लेन ओगिलवी को गोल करने के साथ पेनल्टी कॉर्नर हासिल करने से रोकना होगा। यदि ऑस्ट्रेलिया को ज्यादा पेनल्टी कॉर्नर मिले तो फिर उसके ड्रैग फ्लिकर जेरमी हेवर्ड उनका पूरा इस्तेमाल कर जर्मनी से बाजी छीन सकते हैं। वहीं जर्मनी की ताकत उसके जोरदार जवाबी हमले बोले हैं। जवाबी हमले बोलने के साथं जर्मनी के पास निकल्स वेलन(5 गोल) टाम ग्रैमबुश(4 गोल ) और क्रिस्टोफर रुइर जैसे गोल करने औरउसके अभियान बनाने के लिए बराबर आगे गेंद बढ़ाने वाले तिमूर ओरेज और मार्को मिलताउ जैसे आक्रामक मिडफील्डर हैं। अर्जेंटीना को 2016 में ओलंपिक में स्वर्ण जिताने वाले और जर्मनी के लिए खेल रहे ड्रैग फ्लिकर गोंजालो पिलात में अपने बूते जर्मनी को जीत दिलाने का दम है। ‘

नीदरलैंड की निगाहे लगातार तीसरी बार फाइनल में पहुंचने पर
तीन बार की चैंपियन और पिछले लगातार दो बार की उपविजेता नीदरलैंड की निगाहें यहां मौजूदा विश्व कप और ओलंपिक चैंपियन बेल्जियम पर जीत के साथ उसका खिताब बरकरार रखने का सपना तोड़ लगातार तीसरी बार फाइनल में स्थान बनाने पर लगी है। नीदरलैंड की टीम अपने तीनों मैच आसानी से जीतने के बाद क्वॉर्टर फाइनल मे दक्षिण कोरिया पर 5-1 से जीत के साथ सेमीफाइनल में पहंची है। बेल्जियम की टीम अनुभवी खिलाडिय़ों से सजी जबकि नीदरलैंड इस पर नए खून पर भरोसे के साथ। सबसे रोचक बात है कि नीदरलैंड ने चार मैचों में इस बार सबसे ज्यादा 27 गोल किए और एकमात्र गोल क्वॉर्टर फाइनल में दक्षिण कोरिया के खिलाफ खाया। नीदरलैंड का हमलों के साथ गोल की चौकसी में जवाब नहीं है। गोल करने के लिए मौजूदा विश्व कप में गोल दागने में दूसरे नंबर पर चल रहे आक्रामक मिडफील्डर टॉम बून(6 गोल) से बेल्जियम सेमीफाइनल में गोल दागने की आस करेगा। नीदरलैंड की ताकत उसके कप्तान आक्रामक सेंटर हाफ थियरे ब्रिंकमैन (5)और कोइन बिजेन(5) के साथ पेनल्टीउ कार्नर गोल दागने में माहिर ड्रैग फ्लिकर यिप येनसन (4) से गोल करने की आस करने की आस करेगा। नीदरलैंड के कोच जेरॉम डेल्मी ने कहा, ‘बेल्जियम की टीम सबसे अनुभवी खिलाडिय़ों की टीम है। हमारी टीम सबसे नौजवान टीम है। बेल्जियम के खिलाफ सेमीफाइनल रोचक रहेगा।Ó

भुवनेश्वर : शुक्रवार सेमीफाइनल का समय
ऑस्ट्रेलिया वि. जर्मनी, शाम साढ़े 4 बजे से