दीपक कुमार त्यागी
‘भारत तिब्बत सहयोग मंच’ की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक ‘कैलाश मानसरोवर भवन’ में प्रारंभ हुई
इंदिरापुरम, गाज़ियाबाद : ‘भारत तिब्बत सहयोग मंच’ की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक इंदिरापुरम गाज़ियाबाद स्थित ‘कैलाश मानसरोवर भवन’ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं मंच के मार्गदर्शक डा० इंद्रेश कुमार के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलित कर प्रारम्भ हुई।
इस बैठक का मार्गदर्शन करते हुए डा० इन्द्रेश कुमार ने कहा कि चीन एक ऐसा देश है जिसका मानवता से कोई लेना-देना नहीं है। दुनिया के कई देशों को किसी ना किसी रूप में तनाव देने का काम करता रहता है। उससे इंसानियत एवं मानवता की कोई भी उम्मीद नहीं की जा सकती। चूंकि, 5 मई 2023 को भारत तिब्बत सहयोग मंच की स्थापना के 24 वर्ष पूरे होने वाले है और इसी दिन से मंच का रजत जयंती वर्ष प्रारम्भ हो जाएगा। रजत जयंती वर्ष की शुरुआत हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला से की जाएगी और समापन भी 5 मई 2024 को धर्मशाला में ही होगा।
इस बीच पूरे देश में अनेक तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जायेगे। कार्यक्रमों की इसी कड़ी के अंतर्गत कैलाश मानसरोवर का पवित्र जल देश के सभी जिलों तक पहुंचाया जाएगा।
बैठक का प्रारम्भ करते हुए एवं देशभर से आये हुए प्रतिनिधिओ का स्वागत करते हुए मंच के राष्ट्रीय महामंत्री पंकज गोयल जी ने कहा कि चीन जैसे मक्कार देश को पूरी दुनिया में बेनकाब करने के लिए व्यापक स्तर पर जन जागरण की आवश्यकता हैँ मुझे खुशी है कि मंच के कार्यकर्त्ता जन जागरण का काम बहुत उत्साह के साथ कर रहे हैं।
उद्घाटन सत्र में आये हुए सभी प्रतिनिधियों का धन्यवाद करते हुए मंच के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सरदार हरजीत सिंह ग्रेवाल जी ने कहा कि माननीय इंद्रेश जी ने हम सभी को जो दिशा- निर्देश दिये हैँ उसे एक मिशन के रूप में लेकर पूरा करना है।
इस उद्घाटन सत्र में निर्वासित तिब्बत सरकार के पूर्व डिप्टी स्पीकर याशी पुंछोक एवं राष्ट्रीय संत – महामंडलेश्वर स्वामी डॉ अभिजितानंद जी महाराज ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
बैठक में मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मास्टर मोहन लाल, चंद्र शेखर साहू, स्वामी दिव्यानंद महाराज राष्ट्रीय मंत्री, नीरा शास्त्री, शिवाकांत तिवारी, विजय शर्मा, रामकिशोर पसारी, नर्सिंग मेंगजी, प्रमोद गोयल, अनिल मोंगा, कपिल त्यागी सहित देशभर से आये 350 प्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति रही।