भारत की महिला टीम लगातार तीसरी और कुल पांचवी बार सेमीफाइनल में

  • भारत को खिताब का दावा पेश करने के लिए देने होंगे कई सवालों के जवाब
  • दीप्ति, पूजा और शिखा सहित भारत की ऑलराउंडरों बल्ले से दिखाना होगा जलवा

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : ओपनर उपकप्तान स्मृति मंधाना की टी-20 करियर में 87 रन की सबसे बड़ी पारी की बदौलत भारत ने आयरलैंड को दक्षिण अफ्रीका में आठवें आईसीसी टी-20 महिला क्रिकेट विश्व कप के सोमवार रात बारिश से प्रभावित ग्रुप दो के अंतिम लीग मैच में डकवर्थ लुइस नियम के आधार पांच रन से हरा चार मैचों में तीसरी जीत के साथ सेमीफाइनल में प्रवेश पा लिया। 2020 की उपविजेता भारत की महिला टीम लगातार तीसरी और कुल पांचवीं बार सेमीफाइनल में पहुंची है। भारत की महिला टीम पिछले संस्करण में मेजबान ऑस्ट्रेलिया से 2020 में फाइनल में मेलबर्न में 85 रन से हार गई थी। रोचक बात यह है कि भारत ने 2020में पूल ए में सिडनी में आगाज ऑस्ट्रेलिया को 17 रन से हरा कर किया था।

मौजूदा संस्करण सहित अब तक के आठ टी-20 महिला विश्व कप में भारत की टीम 2021,2014 और 2016 में पहले दौर भारत की महिला टीम को खिताब का दावा पेश करने से पहले सेमीफाइनल में कई सवालों को जवाब तलाशने होंगे। भारत की बल्लेबाजों को कोशिश करनी होगी कि वे गेंद को बेकार न जाने दें और ज्यादा से ज्यादा गेंदों पर रन बनाए। भारत की ऑलराउंडरों दीप्ति, पूजा वस्त्रकार और शिखा पांडे को गेंद के साथ बल्ले से भी जलवा दिखाना होगा।

स्मृति (87 रन, 59 गेंद, तीन छक्के नौ चौके) और उनकी सलामी जोड़ीदार शैफाली वर्मा (24रन, 29 गेंद, तीन चौके) की सलामी जोड़ी की 9.3 ओवर में 62 रन की भागीदारी की बदौलत टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में छह विकेट पर 155 रन बनाए। लॉरा डेलानी (3/33) आयरलैंड की सबसे कामयाब गेंदबाज रही,स्मृति ने चार जीवनदानों का 29,31, 46 ,70 रन पर मिले जीवनदानों का पूरा लाभ उठाया और अपने टी-20 करियर का 22 वां अद्र्बशतक 40 गेंद खेल दो छक्कों और चार चौकों की मदद से पूरा किया। जवाब में आयरलैंड ने 8.2 ओवर में दो विकेट पर 54 रन बनाए थे तब बारिश आ जाने के कारण खेल वहीं समाप्त कर दिया और डकवर्थ लुइस नियम के आधार पर तब उसे जीत के लिए 59 रन चाहिए। आयरलैंड इससे पांच रन पीछे रन गया और इस टी-20 विश्व कप में उसका अभियान चार मैचों में लगातार चौथी हार के साथ खत्म हो गया।

आयरलैंड के लिए गैबी लुइस 25 गेंद खेल कर पांच चौकों की मदद 32 और कप्तान लॉरा डेलानी 20 गेंद तीन चौकों की 17 रन बना अविजित रही। भारत ने अपने चार में से तीन लीग मैच जीत कर इंग्लैंड के साथ ग्रुप दो से सेमीफाइनल में स्थान बना लिया।
भारत के लिए स्मृति मंधाना (कुल 149 रन) लगातार दो अद्र्धशतकों सहित मौजूदा टी-20 विश्व कप में रन बनाने में सबसे आगे हैं जबकि विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष(कुल 122 रन) चार मैचों में आयरलैंड के खिलाफ पिछले सभी मैचों में स्मृति मंधाना और एक अद्र्बशतक जडऩे वाली जेमिमा रॉड्रिग्ज(कुल 86 रन) और सलामी बल्लेबाज शैफाली वर्मा (कुल 93 रन) के साथ उसकी जीत की सूत्रधार रही है। भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर भले ही कहें कि वह चाहती हैं कि उनकी खिलाड़ी कम से कम डॉट बॉल खेले यानी ज्यादा से ज्यादा गेंदों पर रन बनाए लेकिन वह खुद भी तेजी से रन बनाने में वेस्ट इंडीज के खिलाफ 33 रन की पारी को छोड़ खुद भी नाकाम रही हैं और अब तक चार मैचों में कुल 66 रन बना पाई है। हरमनप्रीत का खुद का स्कोर चार मैचों में 16, 33, 4, 14 रन ही रहा है।

भारत के लिए अच्छी बात यह है कि इंग्लैंड के खिलाफ ग्रुप दो में अब तक इस संस्करण में अकेली हार के बावजूद उसके शीर्ष क्रम में कम से कम दो बल्लेबाज अच्छी पारियां खेलने में कामयाब रही है। भारत के लिए लीग में चार मैचों में तेज गेंदबाज रेणुका सिंह (इंग्लैंड के खिलाफ मात्र 12 रन दे 5 विकेट सहित कुल 7 विकेट) और ऑफ स्पिन ऑलराउंडर वेस्ट इंडीज के खिलाफ 15 रन दे तीन विकेट चटका मैच की सर्वश्रेष्ठï खिलाड़ी रही दीप्ति शर्मा (कुल पांच) को छोड़ कर गेंदबाजी इकाई के रूप में सेमीफाइनल में अपने प्रदर्शन को और उंचा उठाना होगा।

सेमीफाइनल हमारे लिए करो या मरो का मैच होगा : हरमनप्रीत कौर
बेशक डॉट बॉल यानी गेंदों को खाली जाने देने को लेकर हरमनप्रीत की चिंता गैरवाजिब नहीं है क्योंकि भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 51 गेंदों यानी 8.3 ओवर में एक भी रन नहीं बनाया था। हरमनप्रीत कौर ने कहा, ‘टी-20 विश्व कप में दोनों टीमें दबाव में रहती है। इन मैचों में आपकी टीम 150 रन का स्कोर बना लेती है तो हावी हो जाती है। डॉट बॉल जरूर हमारे लिए चिंता का सबब है लेकिन अब अगले मैच यानी सेमीफाइनल में हमारी कोशिश होगी कि हम ज्यादा से ज्यादा गेंदों पर रन बनाए। हमारे लिए आयरलैंड के खिलाफ मैच अच्छा रहा। स्मृति का रन बनाना हमारे लिए अहम रहा, जब भी स्मृति पारी का बढिय़ा आगाज करती हैं तो हम अच्छा स्कोर बनाने में कामयाब रहते हैं। मैं आयरलैंड के खिलाफ इसलिए खुद तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए क्योंकि मैं क्रीज पर कुछ वक्त बिताना चाहती थी। हमारे लिए सेमीफाइनल में पहुंचना बहुत मायने रखता है। हमने बहुत मेहनत कर रहे हैं और हमें जब भी मौका मिलता है बढिय़ा प्रदर्शन करना चाहते हैं। हम सेमीफाइनल में पूरी शिद्दत से खेलेंगे। सेमीफाइनल हमारे लिए करो या मरो का मैच होगा और हम बढिय़ा क्रिकेट खेलना चाहते हैं।

कुछ अच्छे रन बना सेमीफाइनल में पहुंचना सुकून भरा है स्मृति मंधाना
‘आयरलैंड के खिलाफ मैच में सर्वश्रेष्ठï खिलाड़ी घोषित की गई स्मृति मंधाना ने कहा, ‘मेरी उंगली अब बेहतर हैं। आयरलैंड के खिलाफ पारी मेरी सबसे मुश्किल पारियों में से एक है। पिच के कारण नहीं बल्कि हवा के सहारे वे आयरलैंड की गेंदबाजों की बहुत रफ्तार से गेंदबाजी को खेलना और ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया। मैं अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर रही थी और शैफाली की टाइमिंग अच्छी नहीं थी। मैंने और शैफाली ने आपस में चर्चा की हवा बहुत तेज बह रही और और हम दोनों को खुद को आयरलैंड की गेंदबाजों की रफ्तार के मुताबिक ढालना था। कुछ अच्छे रन बना सेमीफाइनल में पहुंचना सुकून भरा है। इंग्लैंड का मैच हमारी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा।