भारत की कोशिश ऑस्ट्रेलिया से तीसरा व अंतिम वन डे जीत सीरीज जीतने की

  • भारत को जीतना है तो शीर्ष क्रम को स्टार्क के खिलाफ संयम दिखाना होगा
  • भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बेहद रोमांचक संघर्ष की आस
  • चेन्नै की धीमी पिच स्पिनरों की मददगार साबित हो सकती है

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : कप्तान रोहित शर्मा, शुभमन गिल, विराट कोहली, सूर्य कुमार यादव, केएल राहुल, हार्दिक पांडया जैसे धुरंधरों से सज्जित भारत के शीर्ष क्रम का ऑस्ट्रेलिया के रफ्तार के सौदागर बाएं हाथ के मिचेल स्टार्क की स्विंग और रफ्तार के सामने ताश के पत्तों की ढहना चेन्नै में बुुधवार को खेले जाने वाले तीसरे और निर्णायक डे-नाइट वन डे अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट मैच से पहले चिंता का सबब है। भारत अपने घर में पिछली लगातार सात द्विपक्षीय वन डे सीरीज जीत चुका है और इनमें अंतिम दो में उसने पहले पहला श्रीलंका और फिर न्यूजीलैंड का 3-0 के समान अंतर से सफाया किया। भारत की कोशिश अब बुधवार को चेन्नै की अपेक्षाकृत कुछ धीमी और स्पिनरों की मददगार समझी जाने वाली पिच पर ऑस्ट्रेलिया से तीसरा और अंतिम निर्णायक वन डे जीत घर में लगातार आठवीं सीरीज अपने नाम कर अपना दबदबा कायम रखने की होगी। मौजूदा वन डे सीरीज के मुंबई और विशाखापट्टïनम में खेले शुरू के दोनों वन डे में बाद में बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम ही जीती है लेकिन चेन्नै में खेले 22 वन डे अंतर्राष्टï्रीय मैच में पहली बल्लेबाजी करने वाली टीम 13 बार जीती है। बदकिस्मती से इस मैदान पर खेले 2019 में खेले अंतिम वन डे में वेस्ट इंडीज ने भारत को शिकस्त दी थी।

केएल राहुल के अविजित अद्र्बशतक और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के अविजित 45 रन से भारत ने ऑस्ट्रेलिया से मुंबई में पहला वन डे पांच विकेट जीता। स्टार्क ने फिर कहर बरपा पांच विकेट चटका भारत को उसके घर में विशाखापट्टïनम में 26 ओवर में 117 रन के उसके चौथे न्यूनतम स्कोर पर ढेर किया और मिचेल मार्श और ट्रेविज हेड ने तूफानी अद्र्धशतक जडऩे के साथ पहले विकेट की अटूट 121 रन की भागीदारी कर ऑस्ट्रेलिया को दूसरे वन डे में दस विकेट से जीत दिला सीरीज में एक-एक की बराबरी दिला दी। चेन्नै की पिच की स्पिनरों की मदद होने की संभावना के मद्देनजर भारत और ऑस्ट्रेलिया के अपनी एकादश में कोई बदलाव करने की संभावना कम ही दिखाई देती है। चूंकि चेन्नै में सीरीज दांव पर होगी ऐसे में दुनिया की दो बेहतरीन टीमों-भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बुधवार को बेहद रोमांचक संघर्ष की आस है।

भारत को जीतना है कि तो उसके शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को खासतौर ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क की रफ्तार और स्विंग के खिलाफ उनके शुरू के तीन चार ओवर में संयम दिखा कर सीधे स्ट्रोक खेलने की कोशिश करनी होगी। बेशक ऑस्ट्रेलिया के लिए मिचेल स्टार्क ने शुरू के दोनों वन डे में कुल आठ विकेट चटका कर भारत के शीर्ष क्रम को बिखेरा है लेकिन गेंद के पुरानी पडऩे के साथ खासतौर पर पहले वन डे में बाएं हाथ के लेफ्ट आर्म स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और दूसरे वन डे में अक्षर पटेल ने जिस तरह खुल कर लंबे स्ट्रोक खेल रन बटोरे उससे यह साफ उनके खिलाफ भी रन बनाए जा सकते हैं। भारत के लिए मौजूदा सीरीज में अकेला अद्र्बशतक केएल राहुल ने पहले वन डे में जड़ा ही है वह दो वन डे में कुल 84 रन बनाकर सबसे आगे हैं जबकि मिचेल स्टार्क ने मौजूदा सीरीज के शुरू के दो वन डे में भारत के शीर्ष क्रम में उसके इस साल एक दोहरे शतक सहित अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में तीनों फॉर्मेट में कुल मिलाकर पांच शतक जड़ चुके नौजवान शुभमन गिल और 360 डिग्री यानी समग्र बल्लेबाज सूर्य कुमार यादव को एक ही अंदाज में ऑफ स्टंप पर गेंद कर स्ट्रोक खेलने को आउट किया। भारत के लिए स्टार्क को केएल राहुल ने जिस बढिय़ा ढंग से पहले वन डे में खेला है उससे वह सूर्य की जगह चौथे नंबर पर भारत के लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं। भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने दूसरे वन डे में हार के बाद ठीक ही कहा कि उनके बल्लेबाजों को ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क को बेहतर ढंग से खेलना होगा। कप्तान रोहित शर्मा दूसरे वन डे में करारी हार के बावजूद दुनिया के नंबर एक टी-20 बल्लेबाज सूर्य कुमार यादव को शुरू के दो वन डे में नाकाम रहने के बावजूद फटाफट क्रिकेट में पैर जमाने के लिए अभी आगे और मौका देने की बात कह यह साफ कर दिया है कि वह रविवार को भी खेलेंगे ही। शुरू के दो वन डे में भारत ने पांचवें ओवर खत्म होने से पहले ही दो विकेट खो दिए थे और इसीलिए सूर्य को सही मायनों एक तरह सीधे ही नई गेंद खेलनी पड़ी। चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरने पर खासतौर पर स्टार्क जैसे गेंदबाज के सामने स्विंग होती गेंद को खेलना चुनौतीपूर्ण होता है।

भारत के शीर्ष क्रम में खासतौर पर खुद कप्तान रोहित और शुभमन को स्टार्क की ऑफ स्टंप पर गिर कर स्विंग हो तेजी से भीतर आती गेंदें पर संयम दिखाना होगा। रोहित और शुभमन ने ऑस्ट्रेलिया के स्टार्क, स्यां एबट, नाथन एलिसऔर मरकस स्टोइनस के खिलाफ के शुरू धैर्य दिखाकर अच्छा आगाज किया तो भारत के आने वाले बल्लेबाज मैच के मिजाज के मुताबिक गियर बदल कर बड़े स्ट्रोक खेल सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर एडम जम्पा के खिलाफ निचले मध्यक्रम में खासतौर पर अक्षर पटेल लंबे प्रहार कर बड़े स्ट्रोक खेल ही सकते हैं बीच के ओवर मे कुछ जम जाने पर हार्दिक पांडया व रवींद्र जडेजा भी बढिय़ा बल्लेबाजी कर उसे बड़े स्कोर तक पहुंचा सकते है।

ऑस्ट्रेलिया के लिए शुरू के दोनों वन डे में दो अद्र्धशतकों सहित सलामी बल्लेबाज मिचेल मार्श(कुल 147 रन) और दूसरे वन डे में अद्र्धशतक जडऩे वाले ट्रेविज हेड(कुल 56 रन) दूसरे स्थान पर चल रहे हैं। चेन्नै की अपेक्षाकृत धीमी पिच पर जरूर लंबे स्ट्रोक खेलना पसंद करने वाले मिचेल मार्श जरूर भारत के लेफ्ट इन स्पिनर जडेजा और अक्षर पटेल के जाल में फंस सकते हैं। इन दोनों को छोड़ कर खुद ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ, मरनस लबुशेन और कैमरून ग्रीन को रन बनाने के लिए जूझते नजर आए उसका तीन-तीन विकेट चटकाने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज के साथ हार्दिक पांडया तो लाभ उठा सकते हैं। साथ बाएं हाथ के लेफ्ट आर्म लेग स्पिनर कुलदीप यादव के साथ लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा व अक्षर पटेल भारत की तुरुप के इक्के साबित हो सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए भी भारत में इस साल के आखिर में होने वाले वन डे विश्व कप से पहले उसकी धरती पर खेलने का आखिरी मौका होगा। भारत का शीर्ष क्रम नहीं चला है तो ऑस्ट्रेलिया की चिंता कप्तान स्टीव स्मिथ, मरनस लबुशेन, अलेक्स कैरी, मरकस स्टोइनस का रंगत न दिखा पाया। मौजूदा सीरीज में मिचेल मार्श और ट्रेविज हेड की कामयाबी के बाद तीसरे और अंतिम वन डे में डेविड वॉर्नर के एकादश में लौटने की संभावना बेहद कम है।
मैच का समय : दोपहर डेढ़ बजे से।