
- दिल्ली के खिलाफ राजस्थान रॉयल्स का पलड़ा भारी
- बेहतर एकादश चुनने के लिए दिल्ली को कई कड़े फैसले लेने होंगे
- दिल्ली के लिए वॉर्नर, मार्श व पृथ्वी को बल्ले से दिखाना होगा दम
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : कप्तान डेविड वॉर्नर को छोड़ पृथ्वी शॉ, मिचेल मार्श, रिले रोसू व सरफराज खान सहित अपने शीर्ष क्रम और मध्यक्रम के ताश के पत्तों की तरह ढहने से 2023 इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में शुरू के लगातार दो क्रिकेट मैच हारने के बाद दिल्ली कैपिटल्स जब पिछली उपविजेता राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ शनिवार को उसके दूसरे घरेलू मैदान गुवाहाटी में खेलने उतरेगी तो उसके सामने हार की हैट्रिक से बचने से चुनौती से बचने की चुनौती होगी। वहीं राजस्थान रॉयल्स की टीम सनराइजर्स हैदराबाद को उसके घर हैदराबाद में 72 रन से शिकस्त देने के बाद बड़े स्कोर वाले मैच में शीर्ष क्रम के लडख़ड़ाने के बाद अपने कप्तान संजू सैमसन (42), शेमरॉन हैटमायर (36)और ध्रुव जोरल (अविजित 32) की जुझारू पारियों के बावजूद पंजाब किंग्स से पांच रन से हार गई थी। वहीं दिल्ली कैपिटल्स अपने पहले मैच में लखनउ सुपर जायंटस से उसके घर लखनउ में 50 रन से हारी और फिर अपने ही घर दिल्ली में दूसरे में मौजूदा चैंपियन गुजरात टाइटंस से अरुण जेटली स्टेडियम में छह विकेट से हार गई थी। यह देखना दिलचस्प होगा कि बतौर लेग स्पिनर दिल्ली के बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव का जादू चलता या फिर और राजस्थान के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल अपने दम दिल्ली के बल्लेबाजों को नचाने में कामयाब होंगे।
राजस्थान रॉयल्स और दिल्ली कैपिटल्स शनिवार को जीत की राह पर वापस लौटने के मकसद से ही आमने सामने होंगी। राजस्थान रॉयल्स ने पंजाब किंग्स से हारने के बावजूद जिस तरह का जीवट दिखाया उससे उसका पलड़ा दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ जरूर भारी नजर आता है। दिल्ली कैपिटल्स के लिए बस एक हौसला बढ़ाने वाली बात यह है कि उसने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ आईपीएल में अपने पिछले पांच मैचों में पिछले मैच सहित तीन जीते हैं और अब अब उसे अपने दक्षिण अफ्रीकी तूफानी गेंदबाज ऑनरिक नोकिया भी उपलब्ध हो गए हैं। दिल्ली कैपिटल्स दरअसल अपने नियमित कप्तान ऋषभ पंत के सड़क दुघर्टना में घायल होने के कारण मौजूदा संस्करण से बाहर होने के कारण उनकी कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में कमी शिद्दत से महसूस करने के साथ सही संयोजन को तरस गई है। दिल्ली कैपिटल्स के लिए डेविड वॉर्नर (कुल 93 रन) भले ही एक अद्र्बशतक सहित रन बनाने में सबसे आगे चल रहे हैंं लेकिन उनकी कप्तानी एकदम लचर रही है। गुजरात टाइटंस के खिलाफ दिल्ली के कप्तान वॉर्नर का उपकप्तान लेफ्ट आर्म स्पिन ऑलराउंडर अक्षर पटेल से एक ओवर तक नहीं फिंकवाना और उन्हें सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजना बतौर कप्तान उनकी अपरिपक्वता को ही दर्शाता है।
दिल्ली को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ बेहतर एकादश चुनने के लिए कई कड़े फैसले लेने होंगे। दिल्ली कैपिटल्स को गुवाहाटी में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ जीत की राह पर वापस लौटना है तो उसके शीर्ष क्रम में कप्तान वॉर्नर, मिचेल मार्श, पृथ्वी शॉ, रिले रोसू को बल्ले से दम दिखाना होगा। दिल्ली के बल्लेबाजों को राजस्थान के लिए दो मैचों के बाद विकेट चटकाने में सबसे आगे चल रहे लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (5 विकेट) और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (2 विकेट) के साथ रफ्तार के सौदागर ट्रेंट बोल्ट (2 विकेट) और चतुर कंजूस जेसन होल्डर (3 विकेट) से खासा चौकस रहना होगा। दिल्ली को खासतौर पर घरेलू क्रिकेट के ‘शेर’ सरफराज खान की जगह अनुभवी मनीष पांडे अथवा नौजवान यश ढुल में से किसी को एक को, अमन हकीम खान की जगह ऑलराउंडर ललित यादव और रिले रोसू की जगह ऑलराउंडर रॉमैन पॉवेल को एकादश में शामिल करने जैसे कड़े फैसले लेने होंगे। दिल्ली कैपिटल्स ‘इम्पैक्ट सब्सिटयूट’ के नियम का सूझबूझ से इस्तेमाल करना होगा।
अनुभवी जोस बटलर(97 रन), उनके सलामी जोड़ीदार यशस्वी जायसवाल (65 रन) और कप्तान संजू सैमसन (97 रन) जैसे शीर्ष क्रम के अपने बल्लेबाजों का एक एक अद्र्धशतक जडऩा तथा निचले क्रम में शेमरॉन हेटमायर (58 रन) का रंग में होना राजस्थान रॉयल्स के लिए सुखद है। ऐसे में दिल्ली कैपिटल्स नोकिया, बाएं हाथ के खलील अहमद, पॉवेल, मिचेल मार्श के साथ बाद में गेंदबाजी करने की स्थिति में पृथ्वी शॉ की जगह इम्पैक्ट सब्सिटयूट के रूप में बाएं हाथ के चेतन सकारिया के रूप में पांच तेज गेंदबाजों का इस्तेमाल कर राजस्थान को बड़ा स्कोर खड़ा करने से रोक सकती है । ऑफ स्पिनर ऑलराउंडर ललित यादव को एकादश में शामिल करने से दिल्ली के पास बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव, बाएं हाथ के स्पिनर उपकप्तान अक्षर पटेल सहित एकादश में तीन अलग-अलग तरह के स्पिनर भी हो जाएंगे। दिल्ली बेहतर एकादश चुन जरूर राजस्थान को हरा जीत की राह पर वापस लौट सकती है। बेशक इसके लिए दिल्ली को बतौर टीम बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
मैच का समय : दोपहर बाद साढ़े तीन बजे से।