इंद्र वशिष्ठ
सीबीआई ने घूसखोरी के मामले में डाक विभाग के एक असिस्टेंट इंजीनियर और एक ठेकेदार को गिरफ्तार किया है.
सीबीआई के प्रवक्ता आर सी जोशी ने बताया कि पोस्टल सिविल सब डिवीजन, संबलपुर में तैनात असिस्टेंट इंजीनियर ( सिविल ) सुवाशीष पाल कोअपने लिए 1.22 लाख रुपए की रिश्वत की मांग करने और स्वीकार करने के साथ-साथ एक कार्यकारी अभियंता (सिविल), पोस्टल डिवीजन, भुवनेश्वर (ओडिशा) के लिए शिकायतकर्ता से 18,500 रुपए की अन्य धनराशि को रिश्वत के रूप में मांग करने व स्वीकार करने पर गिरफ्तार किया गया है.
आरोप है कि शिकायतकर्ता को दिए गए एएमसी अनुबंध हेतु 3.77 लाख रुपए के शेष भुगतान को जारी करने के लिए रिश्वत की मांग की गई.
इस मामले में ठेकेदार देबेंद्र कुमार पुहान को भी गिरफ्तार किया गया, जिसने कार्यकारी अभियंता की ओर से असिस्टेंट इंजीनियर सुवाशीष पाल से 18,500 रुपए की रिश्वत राशि प्राप्त की थी.
सीबीआई ने आरोपी असिस्टेंट इंजीनियर सुवाशीष पाल के विरुद्ध मामला दर्ज किया जिसमें आरोप है कि शिकायतकर्ता को दिसंबर-2021 में न्यू पी एंड टी कॉलोनी, राउरकेला में पोस्टल स्टाफ क्वार्टरों की मरम्मत एवं रखरखाव के कार्य हेतु कार्य आदेश जारी किया गया था और जिसके अनुसरण में, उसने रु.19.47 लाख (लगभग) की राशि के कार्यों को पूरा किया. आरोप है कि उक्त ठेके के विरूद्ध 1.77 लाख रुपए (लगभग) कार्य निष्पादन में देरी के लिए रोके गए थे तथा नमूना परीक्षण के लिए दो लाख रुपए रोके गए थे.
3.77 लाख रुपए की रोकी गई राशि को जारी करने के लिए असिस्टेंट इंजीनियर ने कथित रूप से स्वयं के लिए 1.5 लाख रुपए एवं कार्यकारी अभियंता के लिए 18,500 रुपए की एक अन्य धनराशि की शिकायतकर्ता से माँग की.
परस्पर बातचीत के पश्चात आरोपी, स्वयं के लिए 1,22,000 रुपए एवं कार्यकारी अभियंता के लिए 18,500 रुपए स्वीकार करने को तैयार हुआ.
सीबीआई ने जाल बिछाया एवं उक्त रिश्वत की मांग करने और स्वीकार करने पर आरोपी को पकड़ा.
भुवनेश्वर, संबलपुर, पटना आदि सहित आरोपियों के परिसरों में तलाशी ली, जिसमें कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए.
गिरफ्तार आरोपियों को भुवनेश्वर की सक्षम अदालत में आज पेश किया गया.