एक्सक्लूसिव : दिल्ली पुलिस मुख्यालय के 17वीं मंजिल की चर्चा हाेम मिनिस्ट्री के गलियाराें में

संदीप ठाकुर

नई दिल्ली के जय सिंह राेड पर स्थित है दिल्ली पुलिस मुख्यालय का 17
मंजिला नया भवन। 17वीं मंजिल यानी टॉप फ्लाेर पर है दिल्ली पुलिस कमिश्नर
संजय अरोड़ा का ऑफिस। पिछले हफ्ते इस फ्लोर पर ऐसा क्या हुआ था जिसकी
गूंज ने नॉर्थ ब्लॉक स्थित होम मिनिस्ट्री तक काे हिला कर रख दिया। इस
घटना काे सुन मंत्रालय के अधिकारी आवाक् हैं। उन्हें यकीन नहीं हाे रहा
कि पुलिस कमिश्नर के ऑफिस में ऐसा भी हाे सकता है। काबिले गौर यह है कि
घटना की भनक किसी काे न लगने पाए के निर्देश के बावजूद पुलिस महकमे के
अधिकारियों से लेकर गृह मंत्रालय के बाबुओं तक काे घटना का पता चल चुका
है और वे चटकारे ले लेकर उसका बखान अपने यार,दोस्त और अन्य से कर रहे
हैं। देखना यह है कि अपने सुपीरियर के सामने ही इस घटना काे अंजाम देने
वाले आईपीएस अधिकारियों का क्या होता है ? जांच इसकी भी बनती है कि आखिर
ऐसा क्या हुआ कि दाे आईपीएस अधिकारियाें के बीच जूतम पैजार की नाैबत आ
गई।

उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक घटना पिछले हफ्ते की है। दिल्ली ट्रैफिक
पुलिस में वरिष्ठ पदाें पर तैनात दाे आला अधिकारी विभागीय समस्या काे
लेकर 17वीं मंजिल स्थित कमिश्नर के ऑफिस पहुंचे। दाेनाें ने अपनी अपनी
बात रखनी शुरू की। बाताें बाताें में बहस बाजी शुरू हाे गई और फिर गरमा
गर्मी। गरमाहट इतनी बढ़ गई कि आला अधिकारी तू तू ..मैं मैं पर उतर आए।
मामला यहीं शांत नहीं हुआ। भिडंत की नाैबत आ गई। बताया जाता है कि एक
अधिकारी ने ” बेल्ट ” तो दूसरे ने ” जूता ” निकाल लिया। यह देख पुलिस
कमिश्नर संजय अरोड़ा हतप्रभ रह गए। उन्हें समझ नहीं आया कि करें तो क्या
करें ? हल्ला हंगामा सुन कर कमिश्नर के पर्सनल स्टाफ भी आ गए। कमिश्वर ने
फोन कर एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी काे बुलाया और मामला सुलटाने काे कहा।
लेकिन माहौल शांत होने की बजाय गर्माता चला गया। खैर आपस में भिड़े
अधिकारियों काे किसी तरह समझा बुझा कर वहां से ले जाया गया। उनके जाने के
बाद कमिश्नर सिर पकड़ कर बैठ गए।

मालूम हाे कि संजय अरोड़ा दिल्ली कैडर के अधिकारी नहीं हैं। वे तमिलनाडु
कैडर के साल 1988 बैच के अधिकारी हैं। उन्हें अगस्त 2021 में भारत तिब्बत
सीमा पुलिस का महानिदेशक नियुक्त किया गया था और उसके बाद 1 अगस्त 2022
काे वे दिल्ली पुलिस के कमिश्नर नियुक्त किए गए थे। इनसे पहले राकेश
अस्थाना इस पद पर नियुक्त थे। श्री अराेड़ा का कार्यकाल 31 जुलाई 2025 तक
का है। श्री अराेड़ा उच्च पुलिस अधिकारियों काे अपने सामने ही कुत्ते
बिल्ली की तरह लड़ता देख स्टेट ऑफ शॉक में हैं। बताया जाता है इस घटना का
जिक्र उन्हाेंने मंत्रालय में किया है। सूत्राें ने बताया कि इस घटना से
आहत संजय अराेड़ा ने गृह मंत्रालय से इच्छा जताई है कि अधिकारियाें के
खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। लेकिन मंत्रालय से उन्हें कहा गया
है कि इस मामले की लिखित शिकायत मिलने के बाद ही ” बेल्ट-जूते ” वाले
अधिकारियाें के खिलाफ कार्रवाई के बारे में साेचा जा सकता है। सवाल यह है
कि दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अराेड़ा क्या लिखित में उन अधिकारियाें के
खिलाफ शिकायत करेंगे या फिर मामले काे यूं ही जाने देंगे। वैसे भी श्री
अराेड़ा का नाम केंद्रीय जांच ब्यूराे (सीबीआई) निदेशक पद के लिए चल रहा
है। सूत्राें का कहना है कि निदेशक के लिए जाे तीन नाम शॉर्ट लिस्ट किए
गए हैं उनमें से एक नाम संजय अराेड़ा का भी है।