भारत ने रिटर्न मैच में ब्रिटेन पर रोमांचकं जीत के साथ हार का हिसाब चुकता किया

  • भारत के शूटआउट में गोलरक्षक पाठक ने किए दो बेहतरीन बचाव
  • वार्ड के हैट्रिक सहित चार गोल ब्रिटेन के काम न आए

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : ऑलराउंडर सैम वार्ड हैट्रिक सहित चार गोल गोल करने के बावजूद चार बार पिछडऩे वाले ब्रिटेन को भारत के खिलाफ निर्धारित समय में चार चार की बराबरी दिलाने के बावजूद 2022-2023 एफआईएच प्रो हॉकी लीग के रिटर्न मैच में ली वैली स्टेडियम, लंदन में शनिवार को जीत दिलाने में नाकाम रहे। कप्तान हरमनप्रीत सिंह के पेनल्टी कॉर्नर पर और मनदीप सिंह, सुखजीत सिंह और अभिषेषक के एक-एक मैदानी गोल की बदौलत भारत ने चार बार बढ़त ली। निर्धारित समय में चार बेहद रोमांचक मैच में स्कोर चार-चार रहने के बाद भारत ने शूटआउट में अनुभवी मनप्रीत सिंह, कप्तान हरमनप्रीत सिंह, ललित उपाध्याय और अभिषेक द्वारा दागे एक एक गोल और गोलरक्षक कृष्ण पाठक के दो बेहतरीन बचाव बदौलत ब्रिटेन को रिटर्न मैच में 4-2 से हरा उससे इसी स्टेडियम में पहले मैच में मिली 2-4 की हिसाब चुका दिया। ब्रिटेन के लिए शूटआउट में शुरू के प्रयास में विल कैलन और जैक वालेस ने गोल किए जबकि इससे अगले दो फिल रोपर और शिपर्ले चूक गए। भारत ने शुक्रवार को बेल्जियम को रिटर्न मैच 5-2 से हराकर उससे यही पहले मैच में मिली 1-2 की हार का हिसाब चुकता कर दिया। भारत की जीत में अनुभवी आक्रामक मिडफील्डर हार्दिक सिंह और मैन आफ दÓ मैच विवेक सागर प्रसाद ने गोल बनाने के अभियान बनाने के साथ बेहतरीन बचाव भी किए। भारत 12 मैचों से 24 अंकों के साथ अंक तालिका में दूसरे और ब्रिटेन 11 मैचों से 26 अंकों के साथ अभी शीर्ष पर है। भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह 15 गोल कर मौजूदा सीजन में शीर्ष पर चल रहे है।

अनुभवी स्ट्राइकर मनदीप सिंह , ललित उपाध्याय, सुखजीत सिंह और अभिषेक ने परस्पर तालमेल से खेलते हुए मौकों को भुनाने के साथ भारत को पेनल्टी कॉर्नर भी खूब दिलाए।

कप्तान हरमनप्रीत सिंह के पहले क्वॉर्टर के छठे मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर बढिय़ा ड्रैग फ्लिक से दागे गोल की बदौलत भारत ने खाता खोला। अनुभवी फॉरवर्ड मंदीप सिंह ने दूसरे क्वॉर्टर के चौथे मिनट में और 13 वें मिनट दागे बेहतरीन मैदानी गोल की बदौलत हाफ टाइम तक 3-1 की बढ़त ले ली थी। भारत के अनुभवी स्ट्राइकर मनदीप सिंह, सुखजीत सिंह और अभिषेक का परस्पर तालमेल से खेलते हुए मौकों को भुनाने के साथ पेनल्टी कॉर्नर भी बना कर बराबर ब्रिटेन के गोल पर बराबर दबाव बनाया। मध्यपंक्ति में मैन आफ दÓ मैच विवेक सागर प्रसाद, उपकप्तान सेंटर हाफ हार्दिक सिंह, दिलप्रीत सिंह और मनप्रीत सिंह ने बराबर अपने साथी स्ट्राइकर खासतौरपर मनदीप, ललित उपाध्याय और सुखजीत के लिए गेंद आगे निकाली और वे ब्रिटेन की रक्षापंक्ति के बीच दरार खोजने में कामयाब रहे। मनदीप और ललित उपाध्याय के अभियान पर भ छठे मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर पर बढिय़ा ड्रैग फ्लिकर से गोल कर आखिर भारत का खाता खोला। सैम वॉर्ड ने अगले ही मिनट मिले पहले पेनल्टी कॉर्नर पर गोलरक्षक कृष्ण पाठक को छका गोल कर ब्रिटेन को एक-एक की बराबरी दिला दी। हार्दिक सिंह के खूबसूरत पास ब्रिटेन की डी के भीतर मनदीप सिंह ने गेंद संभाली तो तेज वॉली जमा गोल कर मैच के 18 वें मिनट में भारत की बढ़त 2-1 कर दी। ब्रिटेन ने बराबरी पाने के लिए पूरी लाकत झोंक दी और अगले ही मिनट में लगातार चार पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन भारत के गोलरक्षक कृष्ण बहादुर ने बढिय़ा पूर्वानुमान लगाते हुए गेंद को रोकने में सफल रहे। हार्दिक सिंह ने दाएं अपने ‘मार्करÓ के घेरे को तोड़ गेंद सुखजीत सिंह की गेंद बढ़ाई और उन्होंने रिवर्स हिट से गोल कर भारत की 3-1 कर दी।

ब्रिटेन के सैम वार्ड ने चतुराई से भारत के अमित रोहिदास को गलती पर मजबूर कर पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया और इसे खुद गोल में बदल कर स्कोर 2-3 कर दिया। भारत की अपनी रक्षापंक्ति की बेवजह की गलतियां भारी पड़ी। चौथे और आखिरी क्वॉर्टर के दूसरे मिनट में सैम वार्ड को भारत की रक्षापंक्ति ने घेरने के बजाय खुले छोड़ दिया और इस पर उन्होंने गोलरक्षक पाठक को छका लगातार तीसरा गोल कर अपनी हैट्रिक पूरी कर स्कोर तीन-तीन कर दिया। तीन मिनट बाद दिलप्रीत सिंह के बाएं से गेंद को लेकर निकले और डी में पहुंच विवेक सागर की ओर बढ़ा दी और उनसे ब्रिटेन के गोलरक्षक के सामने अभिषेक ने संभाली और तेज फ्लिक से गोल कर भारत को 4-3 से आगे कर दिया। सैम वार्ड के खेल खत्म होने से सात मिनट पहले ‘विवादस्पद’ और चौथे गोल से ब्रिटेन ने चार -चार की बराबरी पा ली।

शूटआउट में भारत के शुरू के चारों प्रयास पर मनप्रीत सिंह, हरमनप्रीत सिंह, ललित उपाध्याय और अभिषेक ने गोल किए। वहीं ब्रिटेन के लिए शुरू के दो प्रयास पर विल कैलन और जैक वालेस ने गोल किए जबकि शिपर्ले और फिल रोपर अगले दो प्रयास पर चूक गए,