विराट और रहाणे ने भारत की भारत की उम्मीदें बरकरार रखीं

  • भारत को जीत के लिए अंतिम दिन 280 रन की और जरूरत,सात विकेट बाकी
  • ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा अभी भी भारी ,वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल रोमांचक मोड़ पर

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : विकेटकीपर अलेक्स कैरी (अविजित 66, 105 गेंदे, 8 चौके) और मिचेल स्टार्क ( 41 रन,57 गेंद, 7 चौके) की सातवें विकेट की 93 रन की भागीदारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी चायकाल से करीब आधा घंटा पहले आठ विकेट पर 270 रन बना समाप्त घोषित कर भारत के सामने ओवल में वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) क्रिकेट फाइनल के चौथे दिन शनिवार को जीत के लिए 444 रन बनाने का लक्ष्य रखा। लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा (3/58) ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी भारत के सबसे कामयाब गेंदबाज रहे जबकि शनिवार को गिरने वाले चार में से दो विकेट मोहम्मद शमी (2/39) ने मिचेल स्टार्क और कप्तान पैट कमिंस (5) के रूप में चटकाए जबकि उमेश यादव ने मरनस लबुशेन(41 रन, 126 गेंद, चार चौके) को और जडेजा ने कैमरून ग्रीन (25 रन, 95 गेंद, चार चौके) को आउट कर अपना तीसरा विकेट लिया।
विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने विश्वास और सकारात्मक अंदाज में बल्लेबाजी कर चौथे विकेट के लिए 71 रन की असमाप्त भागीदारी कर चौथे दिन का खेल बंद होने के समय भारत को दूसरी पारी में 40 ओवर में तीन विकेट खोकर 164 रन तक पहुंचा उसकी उम्मीदें बरकरार रखीं। तब विराट 60 गेंद खेल कर सात चौकों की मदद से 44 और रहाणे 59 गेंद खेल कर तीन चौकों की मदद से 20 रन बना कर क्रीज पर डटे थे। भारत जीत के लिए अब पांचवें व अंतिम दिन भी 280 रन और बनाने हैं और दूसरी पारी में सात उसके विकेट बाकी हैं। बेशक ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा अभी भी कुछ भारी है लेकिन भारत की उम्मीदें अभी भी बाकी है और यह टेस्ट फाइनल अभी बेहद रोमांचक मोड़ पर खड़ा है। भारत के बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में सकारात्मक अंदाज से प्रति ओवर 4.10 रन की औसत से बनाए हैं और विराट और अजिंक्य रहाणे ने अंतिम दिन यदि लंच के पहले का सत्र विश्वास से बल्लेबाजी कर निकाल दिया तो तब अभी भी टेस्ट फाइनल में कुछ भी मुमकिन है। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 469 रन के जवाब में भारत की पहली पारी चायकाल से करीब एक घंटा पहले 296 रन पर समाप्त हुई थी। ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ 173 रन की मजबूत बढ़त हासिल की थी।
कप्तान रोहित शर्मा (43 रन, 60 गेंद, एक छक्का, सात चौके) और शुभमन गिल (18 रन, 19 गेंद, दो चौके) ने सकारात्मक अंदाज में भारत की दूसरी पारी का आगाज किया लेकिन चायकाल ठीक पहले स्कॉट बोलैंड की पर गिल को विवादास्पद ढंग से कैमरून ग्रीन ने गली में लपका। ग्रीन के गिल के इस कैच को लेकर ‘सोशल मीडियाÓ पर जोरदार बहस जारी है क्या उन्होंने सही गेंद को सही ढंग से लपका या फिर जब उन्होंने गेंद को लपका उनकी उंगलियां जमीन छू गई थीं। सच तो यह है कि गिल बदकिस्मत रहे। रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा ने दूसरे विकेट के लिए 51 रन की भागीदारी कर भारत की पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन रोहित ने बेवजह ऑफ स्पिनर नाथन लियोन की गेंद को स्वीप करने की कोशिश की और अंपायर द्वारा उन्हें उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट घोषित से यह भागीदारी टूट गई। भारत के स्कोर में एक रन ही और जुड़ा था पुजारा (27 रन, 47 गेंद, पांच चौके) कप्तान पैट कमिंस के अगले ही ओवर में उनके बाउंसर को उड़ाने के के फेर में विकेटकीपर एलेक्स कैरी को कैच थमा बैठे। दो रन के भीतर दो ओवर में पहले रोहित और फिर पुजारा ने बेवजह गलत शॉट खो कर दो विकेट गंवाने से भारत की दूसरी पारी अचानक लडख़ड़ा गई थी। तब सदाबहार विराट कोहली के साथ अजिंक्य रहाणे एक बार फिर संकटमोचक बने।