- भारत की जू. टीम के लिए अनु और नीलम ने दागा एक-एक गोल
- भारत की खिताब जीतने जू. हॉकी टीम की हर सदस्य को मिलेंगे दो-दो लाख रुपये
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : अनु के पेनल्टी स्ट्रोक पर और नीलम के पेनल्टी कॉर्नर पर दागे एक -एक गोल की बदौलत भारत ने दक्षिण कोरिया को काकामिगहारा(जापान) में जूनियर महिला हॉकी एशिया कप फाइनल में रविवार को 2-1 से हरा कर अजेय रह कर पहली बार खिताब जीत इतिहास रच दिया। पराजित दक्षिण कोरिया की ओर से एकमात्र गोल दूसरे क्वॉर्टर के दसवें मिनट सियायूएन पार्क ने दागा। भारत ने दक्षिण कोरिया से पूल ए का मैच 0-2 से पिछडऩे के बाद दो -दो गोल ड्रॉ खेला था। भारत की जूनियर टीम इससे पहले 2012 में बैंकॉक(थाईलैंड) में तीसरी बार खिताब जीतने वाली चीन की जूनियर टीम से फाइनल में 2-5 से हारकर उपविजेता रही थी। भारत की टीम सबसे ज्यादा चार बार तीसरे स्थान पर रही। हॉकी इंडिया के कार्यकारी बोर्ड ने जूनियर महिला हॉकी एशिया कप जीतने वाली भारतीय महिला टीम की हर सदस्या को नकद दो-दो लाख रुपये और सपोर्ट स्टाफ के हर सदस्य को एक-एक लाख रुपये देने की घोषणा की।
भारत की अनु टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा नौ गोल किए। जूनियर एशिया कप से खिताब जीतने वाली भारत, उपविजेता दक्षिण कोरिया और तीसरे स्थान पर रहने वाली जापान के रूप शीर्ष तीन टीमों को 29 नवंबर से 10 दिसंबर, 2023 तक सांतियागो (चिली) में होने वाले एफआईएच जूनियर महिला हॉकी विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई कर लिया। भारत की जूनियर पुरुष टीम ने भी महीने जूनियर एशिया कप जीत कर एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई किया था।
भारत की जूनियर महिला टीम ने फाइनल में आक्रामक अंदाज में आगाज कर पहले ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन इसे गोल में नहीं बदल पाई। दक्षिण कोरिया की जूनियर टीम ने जवाबी हमले बोलने के साथ गेंद पर अपना कब्जा बनाए और पेनल्टी कॉर्नर भी हासिल किया लेकिन भारत की जूनियर टीम नीलम ने गोलरखा पर गेंद को रोक उसे बढ़त लेने से रोक दिया। अनु ने दक्षिण कोरिया की जूनियर टीम के खिलाफ फाइनल में गोल करने के साथ पीछे आकर दीपिका और गोलरक्षक माधुरी किंडो के साथ मिलकर भारत की जूनियर टीम के किले की पूरी मुस्तैदी से हिफाजत की। अनु ने 22 वें मिनट में मिले पेनल्टी स्ट्रोक को बहुत धैर्य दिखाते हुए गोल में बदल कर भारत की जूनियर टीम को 1-0 से आगे कर दिया। सियायूएन पार्क ने तीन मिनट बाद बढिय़ा मैदानी गोल कर दक्षिण कोरिया की जूनियर टीम को एक-एक की बराबरी दिला दी। छदक्षिण कोरिया की जूनियर टीम को मैच में सात पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन भारत की जूनियर टीम की गोलरक्षक माधुरी किंडो , नीलम , अनु और वैष्णवी वि_ïल फालके ने मिलकर अपने किले की मुस्तैदी से हिफाजत की। भारत दक्षिण कोरिया की जूनियर टीम ने तीसरे क्वॉर्टर में गेंद को अपने कब्जे में रखने की कोशिश की। भारत की जूनियर टीम की जवाबी हमले बोलने की रणनीति कारगर रही और मैच के 41 वें मिनट में मिले तीसरे और आखिरी पेनल्टी कॉर्नर को नीलम ने गोल में बदल कर उसे 2-1 से आगे कर दिया। भारत की जूनियर टीम ने अपनी बढ़त को बरकरार रखने की कोशिश में चौथे क्वॉर्टर में अपने किले की चौकसी पर पूरा जोर लगा दिया। भारत की जूनियर टीम अनु को दो बार ग्रीन कार्ड दिखाए जाने के कारण दो-दो मिनट के लिए दो बार मैदान से बाहर भेजा गया जबकि वैष्णवी वि_ïल फाल्के को दक्षिण कोरिया की जूनियर टीम के हमले को नाकाम करने पर रफ टैकल के कारण तीसरा क्वॉर्टर खत्म होने से एक मिनट पहले येलो कार्ड दिखाए जाने के कारण पांच मिनट मैदान से बाहर रहना पड़ा। बराबरी पाने की कोशिश में दक्षिण कोरिया की जूनियर टीम की खिलाडिय़ों ने बेजा गलतियां। भारत की जूनियर टीम ने अपनी 2-1 की बढ़त को अंत तक बरकरार रख फाइनल जीत पहली बार खिताब अपने नाम किया।
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने जू. महिला हॉकी टीम को दी बधाई
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष पदमश्री डॉ. दिलीप टिर्की ने भारत की जूनियर महिला हॉकी टीम के जूनियर महिला हॉकी एशिया कप जीतने पर उसके प्रदर्शन को सराहते हुए बधाई दी। दिलीप टिर्की ने कहा, ‘ हमें भारत के जूनियर महिला हॉकी एशिया कप जीतने पर बहुत गर्व हो रहा है। भारत की जूनियर टीम ने गजब की प्रतिभा और संकल्प दिया। हमारी जूनियर टीम की यह जीत इस साल के अंत में होने वाले एफआईएच जूनियर महिला हॉकी विश्व कप की चुनौती के लिए खुद को तैयर मजबूत नींव का काम करेगी। मैं पूरी भारतीय जूनियर टीम और समर्पित सपोर्ट स्टाफ को उनके सतत सहयोग औैर देश को गौरव दिलाने के लिए बहुत बधाई देता हूं।Ó
जापान ने चीन को हरा पाया तीसरा स्थान : मई वकासा और माहिरो कितायामा के एक -एक गोल से मेजबान जापान की जूनियर टीम ने चीन की जूनियर टीम को 2-1 से हरा उससे पूल बी में मिली हार का हिसाब चुका कर तीसरा स्थान हासिल कर एफआईएच जूनियर महिला हॉकी विश्व कप 2023 के लिए क्वॉलिफाई किया। चीन की ओर की ओर से एकमात्र गोल सितिंग हुआंग ने पेनल्टी कॅर्नर पर दागा।
तीन बार की चैंपियन चीन की टीम इस जूनियर महिला हॉकी एशिया कप से खाली हाल लौटी और चौथे स्थान पर रहकर इस साल होने वाले एफआईएच जूनियर महिला हॉकी विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई करने में नाकाम रही।