- जून से शुरू हुई G20 डिजिटल इकोनॉमी वर्किंग ग्रुप की बैठक संपन्न
- बैठक में डिजिटल सुरक्षा से लेकर साइबर सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया
- तीसरी डिजिटल वर्किंग ग्रुप की बैठक घोषणा पत्र का मसौदा तैयार करने पर केंद्रित रही
रविवार दिल्ली नेटवर्क
पुणे। पुणे में चल रही G20 डिजिटल इकोनॉमी वर्किंग ग्रुप (DEWG) की बैठक बुधवार को संपन्न हो गई। 12 जून से शुरू हुई इस बैठक में डिजिटल सुरक्षा से लेकर साइबर सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। साथ ही डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (DPI) और डिजिटल अर्थव्यवस्था को सुरक्षित करने को लेकर चर्चा की गई। डीपीआई पर 10 चर्चा सत्र आयोजित की गई जहां 60 वैश्विक विशेषज्ञों ने गहन तरीके से चर्चा की। इस सम्मेलन में यूएनडीपी, यूनेस्को, डब्ल्यूईएफ, विश्व बैंक, आईटीयू, एडीबी, ओईसीडी, यूएनसीडीएफ जैसे महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने हिस्सा लिया।
बैठक के अंतिम दिन कुल 4 सत्र आयोजित किए गए जहां डिजिटल स्किलिंग और डिजिटल में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। साथ ही साइबर जागरूकता के लिए टूलकिट पर एक प्रस्तुति भी दी गई। इस दौरान भारत की ओर से COWIN, आधार सक्षम भुगतान प्रणाली, मृदा स्वास्थ्य कार्ड जैसी भारत की पहलों का प्रदर्शन किया गया। यह बैठक मुख्यतः घोषणा पत्र का मसौदा तैयार करने पर केंद्रित रही। अब इस घोषणा को चौथी कार्य समूह की बैठक में अंतिम रूप दिया जाएगा, जो अगस्त में बेंगलुरु में आयोजित की जाएगी।
बैठक से इतर G20 के प्रतिनिधियों ने इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के सचिव अलकेश कुमार शर्मा, नेशनल ई-गवर्नेंस डिविजन के अध्यक्ष और सीईओ अभिषेक सिंह समेत अन्य अधिकारियों के साथ डिजिलॉकर स्टॉल के बारे में जानकारी ली। डिजिटल इकोनॉमी वर्किंग ग्रुप की बैठक के दौरान करीब 300 वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया जिनमें से 46 देशों के प्रतिनिधियों समेत 150 विदेशी प्रतिनिधि मौजूद थे।
इस अवसर पर सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय में महाराष्ट्र सरकार द्वारा G-20 प्रतिनिधियों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। जहां विदेशी प्रतिनिधि मल्लखंभ और दंडपट्टा के प्रामाणिक मराठा खेलों की लुभावनी प्रस्तुतियों से मंत्रमुग्ध नजर आए। सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुत शास्त्रीय नृत्य ने अतिथियों का मन मोह लिया। G20 डिजिटल इकोनॉमी वर्किंग ग्रुप की दूसरी बैठक में हैदराबाद में जबकि पहली बैठक लखनऊ में आयोजित हुई थी।