- पुरानी खामियों को दूर कर प्रक्रिया और तैयारियों पर ध्यान लगाने की जरूरत
- एशियाई खेलों की तैयारियों के लिहाज से एक अच्छा विकल्प
- जेहनी तौर पर बेहतर टीमें सधा प्रदर्शन कर ज्यादा मैच जीतती हैं
- कामयाब हो भारत को उसका पुराना गौरव वापस दिलाना चाहता हूं
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : चीफ कोच क्रेग फुल्टन ने भारतीय पुरुष हॉकी टीम की आगामी एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2023 और इसके बाद 2024 के पेरिस ओलंपिक के लिए सीधे क्वॉलिफाई करने के लिए अहम हांगजू (चीन) एशियाई खेलों की तैयारियों की बाबत हॉकी ते चर्चा में खुल कर बात की। फुल्टन ने कहा,’ मैं मानता हूं एशियन चैंपियंस ट्रॉफी और एशियाई खेलों में कामयाबी के लिए भारत को अपनी ताकत के मुताबिक खेलने के साथ पुरानी खामियों को दूर करना होगा। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं कि इन दोनों ही बड़े और खासे अहम टूर्नामेंटों में मुकाबला कड़ा होगा और इसमें हमें अपनी प्रक्रिया और तैयारियों पर सामूहिक रूप से ध्यान लगाने की जरूरत है। हम खुशकिस्मत हैं अब हमें कुछ मैच खेलने को मिल रहे हैं। हमारी टीम अब अगले हफ्ते स्पेन में चार देशों के हॉकी टूर्नामेंट में खेलने जाएगी। हमें इसके बाद एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में शिरकत करनी है जो कि हमारे लिए एशियाई खेलों की तैयारियों के लिहाज से एक अच्छा विकल्प है।’
बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली टीम के साथ बतौर कोच जुड़े रहे अपनी रणनीतिक सोच के लिए ख्यात फुल्टन ने हॉकी कोचिंग के अपने दर्शन पर खुल कर चर्चा करते हुए अपनी सकारात्मक सोच के साथ खिलाड़ी और टीम की क्षमता की हद की बजाय उसकी क्षमता पर भरोसा करने पर जोर दिया। फुल्टन ने कहा, ‘ आप गिलास को आधा खाली या आधा भरा देख सकते हैं। जहां तक मेरी सोच है मैं गिलास को आधा भरा देखना ही पसंद करुंगा। मैं हमेशा ऐसा चाहता हूं और हमेशा इसे वैसे ही देखता जैसा यह मुमकिन हो सकता है न कि जैसा यह है।’
हॉकी इंडिया द्वारा भारतीय हॉकी टीम की हांगजू एशियाई खेलों की तैयारियों के लिए जेहनी प्रशिक्षण की अहमियत और मेंटल कंडीशनिंग एक्सपर्ट पैडी अपटन को जोडऩे की बाबत फुल्टन ने कहा, ‘हॉकी जैसे बड़े खेल में मेंटल कंडीशनिंग एक्सपर्ट की अहमियत साफ तौर पर समझी जा सकती है। सामान्यत: जो टीमें जेहनी तौर पर बेहतर होती है वे निरंतर सधा प्रदर्शन करती है और हारने की बजाय ज्यादा मैच जीतती हैं। आप यदि अपनी प्रतिद्वंद्वी टीम से निरंतर सही चीजें ज्यादा करते हैं तो आपको अपने मनमाफिक नतीजे मिलते हैं। पैडी अपटन को भारतीय हॉकी टीम से जोडऩे का सबसे बड़ा कारण भी यही है।’
जब फुल्टन से भारतीय टीम के चीफ हॉकी कोच की जिम्मेदारी संभालने के फैसले की बाबत पूछा गया तो वह अपनी इस नई चुनौती की लेकर खासे रोमांचित दिखे। साथ ही फुल्टन ने उन्होंने बेल्जियम और आयरलैंड में उसकी टीमों को कोचिंग की सोच को भारतीय टीम पर लागू करने की इच्छा जताई। चर्चा के आखिर में फुल्टन ने कहा, ‘मुझे भारतीय हॉकी टीम को कोचिंग देने का मौका मिला और मैं इसे लेकर खासा रोमांचित हूं क्योंकि यह एक नई चुनौती है। मेरी अपनी सोच है, मेरे अपने विचार हैं और मैं इन्हें आजमाना और लागू करना चाहता हूं। बेेेशक भारतीय टीम का चीफ कोच बनने का मौका मेरा लिए एक बड़ा मौका है और इसके लिए पूरी शिद्दत से तैयार हूं। मैं वाकई कामयाब होना चाहता है और भारत को उसका पुराना गौरव वापस दिलाना चाहता हूं।’