जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर बिना इजाजत निकाली गई थी शोभायात्रा
,वीएचपी नेता गिरफ्तार
संदीप ठाकुर
16 अप्रैल की शाम को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में बिना इजाजत हनुमान
जयंती के अवसर पर शोभायात्रा निकालने वाले आयोजकों पर केस दर्ज किया गया
है। पुलिस ने बताया कि वीएचपी और बजरंग दल के खिलाफ ये एफआईआर हुई है।
बिना इजाजत शोभायात्रा निकालने पर लाेकल वीएचपी नेता प्रेम शर्मा को
गिरफ्तार किया गया है। उधर जहांगीरपुरी हिंसा मामले की चल रही जांच के
दौरान एक और आरोपी 36 वर्षीय शेख हमीद को भी गिरफ्तार किया गया है। वह
कबाड़ का व्यापारी है। पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि उसने बोतल की
सप्लाई की थी जो घटना के दौरान पथराव के लिए इस्तेमाल की गई थी। इस बीच
हिंसा के मुख्य आरोपी अंसार और असलम सहित 14 लोगों को दिल्ली के रोहिणी
कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने असलम और अंसार की दो दिन की पुलिस
रिमांड बढ़ा दी है। बाकी 12 आरोपियों को ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया
गया है।
बीते सिर्फ 15 दिनों में राजस्थान के करौली, मध्य प्रदेश के खरगोन और
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हिंसा के मामले सामने आए हैं। इन घटनाओं ने
पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर कौन है जो
सुनियोजित तरीके से देश की फिजा काे बिगाड़ने की स्क्रिप्ट लिख रहा है और
इस तरह की घटनाओं की स्क्रिप्ट कहां लिखी जा रही है। करौली, खरगोन जैसी
जगहों के बाद सांप्रदायिक तनाव की आंच दिल्ली के जहांगीरपुरी तक पहुंच गई
है। हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी जा चुकी है। ब्रांच के
अधिकारियों ने एक विशेष जांच दल गठित कर जांच शुरू कर दी है। हिंसा का
मुख्य आरोपी अंसार गिरफ्तार कर लिया गया है। वह घोषित बदमाश है। हिंसा के
मुख्य आरोपी अंसार का इतिहास दागदार रहा है। वह मारपीट के दो केस में
पहले भी जेल जा चुका है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, गैम्बलिंग एक्ट और
आर्म्स एक्ट के तहत भी अंसार पर पांच बार मुकदमा हो चुका है। बार-बार
प्रिवेंटिव धाराओं में भी अंसार की गिरफ्तारी हुई है। पुलिस के मुताबिक
अंसार को पहले से पता था कि शोभा यात्रा किधर से निकलेगी और उसी ने हिंसा
की साजिश रची थी।
उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में बीते शनिवार को हनुमान
जयंती पर निकाले गए जुलूस में पथराव के बाद हिंसा भड़क गई थी। हिंसा के
सबसे अहम चश्मदीद और शोभायात्रा के सुरक्षा को संभालने वाले इंस्पेक्टर
राजीव रंजन द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक उनकी ड्यूटी अपने
स्टाफ एएसआई ब्रजभूषण, जुगेंद्र, हेड कॉन्स्टेबल दिनेश, सूरजभान, प्रीतम,
रविंदर, मनीष, कॉन्स्टेबल दीपक, सुमन, अक्षय और दिनेश के साथ हनुमान
जन्मोत्सव के अरेंजमेंट में थी। एक पक्ष द्वारा तय रूट पर शोभायात्रा
निकाली जा रही थी। करीब शाम 4:15 पर शोभायात्रा ईई-ब्लॉक से वाया
बीजेआरएम हॉस्पिटल रोड, के ब्लॉक, बीसी मार्केट, कुशल चौक, जी ब्लॉक,
मंगल बाजार रोड महेंद्रा पार्क, ए वन मोटर्स महेंद्रा पार्क पर समाप्त
होनी थी। शोभायात्रा शांतिपूर्वक चल रही थी। लेकिन जब शोभायात्रा शाम
करीब 6 बजे सी ब्लॉक मस्जिद के पास पहुंची तो एक शख्स अंसार अपने 4-5
साथियों के साथ आया और शोभायात्रा में शामिल लोगों से बहस करने लग गया।
बहस ज्यादा बढ़ने के कारण पथराव शुरू हो गया। जिसके कारण शोभायात्रा में
भगदड़ मच गई। पुलिस स्टाफ ने पथराव को रोकने व शांति बनाए रखने की अपील
करते हुए दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर अलग अलग कर दिया। लेकिन कुछ ही
मिनटों के बाद दोनों पक्षों की ओर से अचानक फिर से नारेबाजी और पथराव
शुरू हो गया, जिस पर पुलिस स्टाफ ने कंट्रोल रूम को सूचना दी। अन्य पुलिस
अधिकारी पुलिस बल के साथ पहुंच गए। अफसरों ने शांति कायम करने की बार-बार
अपील की। लेकिन एक पक्ष द्वारा लगातार पत्थरबाजी की जा रही थी। इस हालात
को काबू करने के लिए 40-50 आंसू गैस के गोले छोड़े गए। भीड़ को तितर-बितर
किया गया। भीड़ की तरफ से पुलिस पार्टी पर फायरिंग और पथराव किया गया।
जिसमें एसआई मेदा लाल के बाएं हाथ में गोली लगी। अन्य पुलिसकर्मियों और
एक पब्लिक को गंभीर चोटें आईं। उपद्रवी भीड़ ने इस घटनाक्रम में एक
स्कूटर में आग लगा दी। कई गाड़ियों में तोड़-फोड़ कर दी। हनुमान
जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में शांतिपूर्वक ढंग से निकाली जा रही शोभायात्रा
पर असामाजिक तत्वों के द्वारा पथराव कर और फायरिंग करके, सांप्रयादिक
दंगे किए गए। लोगों के सामान की लूट, दुकानों और अन्य जगहों पर आगजनी की
गई। इस दंगे में इंस्पेक्टर को भी चोट आई। पुलिस ने भी प्राइवेट कैमरे से
मौके की वीडियोग्राफी करवाई और फोटो लिए। मौके से पत्थर, टूटी हुई बोतल व
डैमेज गाड़ियां मिलीं। दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने कहा कि
सोशल मीडिया पर हमारी नजर हैं। कुछ लोग ऐसे हैं जो चाहते हैं कि माहौल न
सुधरे। सोशल मीडिया पर ऐसी गलत जानकारी और माहौल बिगाड़ने वाली पोस्ट
करने वालों पर एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा की हमारी अपील है कि
अफवाहों पर ध्यान न दें। यदि कोई फैक्ट वेरीफाई करना है, तो सीधे पुलिस
से संपर्क किया जा सकता है।