भारत कप्तान हरमनप्रीत के गोल से इंग्लैंड से भी ड्रॉ खेल फाइनल की होड़ से बाहर

  • शुरू के तीनो मैचों में कप्तान हरमनप्रीत सिंह किया एक -एक गोल
  • भारत की अग्रिम पंक्ति का एक भी गोल न कर पाना चिंता का सबब

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : ड्रैग फ्लिकर कप्तान हरमनप्रीत सिंह के दूसरा क्वॉर्टर खत्म होने से ठीक एक मिनट पहले पेनल्टी कॉर्नर पर बेहतरीन ड्रैग फ्लिक से दागे गोल की बदौलत भारत की पुरुष हा़ॅकी टीम इंग्लैंड को शुक्रवार रात स्पेन हॉकी संघ की शताब्दी के मौके पर टेरेसा (बार्सीलोना) में आयोजित चार देशों के हॉकी टूर्नामेंट में अपने अंतिम लीग मैच में एक-एक की बराबरी पर रोक ने के बावजूद फाइनल की होड़ से बाहर हो गई। भारतीय पुरुष हॉकी टीम अब तीसरे और चौथे स्थान के लिए भिड़ेगी और इसके बाद चेन्नै में एशियन चैंपियंस में खेलने के लिए वापस स्वदेश लौटेगी।

ऑलराउंडर सैम वार्ड ने पांचवें मिनट में गोल कर इंग्लैंड को 1-0 से आगे कर दिया था। मेजबान स्पेन के खिलाफ 1-2 से हार से आगाज करने वाली भारतीय टीम ने नीदरलैंड से भी अपना मैच एक-एक गोल से ड्रॉ खेला था। भारतीय टीम ने शुरू के तीनों लीग मैचों में कुल तीन गोल किए और उसके लिए ये तीनों गोल उसके कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह ने किए। भारत ने शुरू के तीन मैचों में चार गोल खाए। अपने नए चीफ कोच क्रेग फुल्टन के मार्गदर्शन में भारत ने शुरू के तीनों में एक भी मैच न जीत पाने के साथ अग्रिम पंक्ति में किसी भी स्ट्राइकर का एक भी गोल न कर पाना 3 अगस्त से चेन्नै में शुरू हो रही आठवीं एशियन चैंपियंस ट्रॉफी से पहले जरूर चिंता का सबब है।

पांचवें मिनट में 0-1 से पिछडऩे के बाद भारत ने इंग्लैंड के दो पेनल्टी कॉर्नर को रोका। भारत की अग्रिम पंक्ति ने बढिय़ा हमला बोला और 12 वें मिनट पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया। बदकिस्मती से इस पेनल्टी कॉर्नर पर भारत के कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत के फ्लिक को खतरनाक करार देकर अंपायर ने गोल को अमान्य कर दिया। उपकप्तान आक्रामक मिडफील्डर हार्दिक सिंह ने हॉकी की बेहतरीन कलाकारी से दिखा गोल करने और भारत को दूसरे क्वॉर्टर में बराबरी दिलाने की उम्मीद जगाई। इंग्लैंड की रक्षापंक्ति की तारीफ करनी होगी कि उसने बेहद मुस्तैदी से अपने किले की चौकसी कर भारत को गोल कर बराबरी पाने से रोके रखा। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने मैच के 29 वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर अचूक नीचे तेज ड्रैग फ्लिक से गोल कर अंतत: भारत को एक-एक गोल की बराबरी दिला दी।

भारत और इंग्लैंड ने फाइनल में स्थान के लिए इस मैच में जरूरी जीत दर्ज के मकसद से दूसरे हाफ में शानदार हॉकी की बानगी दिखाई। भारत ने तीसरे क्वॉर्टर में अनुभवी गोलरक्षक पीआर श्रीजेश की जगह नौजवान गोलरक्षक पवन को उतारा। तीसरे क्वॉर्टर के पांचवे मिनट भारत के गोलरक्षक पवन ने पेनल्टी कॉर्नर पर बेहतरीन बचाव कर इंग्लैंड को बढ़त लेने से रोका। भारत को इसके बाद बढ़त और विजयदाई गोल करने के मौक मिले लेकिन इंग्लैंड के गोलरक्षक जेम्स माजारिलो ने गजब की मुस्तैदी दिखा उसके सभी हमले नाकाम कर दिए। चौथा क्वॉर्टर शुरू होने तक भी स्कोर एक रहा। भारत ने जीत के साथ फाइनल में पहुंचने के लिए चौथे और आखिरी क्वॉर्टर में पूरी ताकत नियोजित हमलों में झोंक ही अनुभवी गोलरक्षक पीआर श्रीजेश ने इंग्लैंड के हमलों को मुस्तैदी दिखा रोका। जीत की कोशिश में भारत ने अपने गोलरक्षक श्रीजेश को बाहर बुला लिया और आखिरी मिनटों में पेनल्टी कॉर्नर भी अर्जित किया लेकिन इंग्लैंड के गोलरक्षक जेम्स ने बेहतरीन बचाव कर उसे गोल करने से रोक दिया। मैच के एक-एक गोल से ड्रॉ रहने से उसकी फाइनल में पहुंचने की उम्मीद खत्म हो गए। भारत अब रविवार को तीसरे और चौथे स्थान के लिए मेजबान स्पेन और नीदरलैंड के बीच खेले जाने वाले मैच के विजेता से भिड़ेगा।