हमारी भारतीय हॉकी टीम के लिए अगले दो महीने बहुत महत्वपूर्ण : हरमनप्रीत सिंह

  • एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में एशियाई खेलों से पहले बढिय़ा मैच खेलने को मिलेंगे

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने बुुधवार से चेन्नै में शुरू हो रही आगामी हीरो एशियन चैंपियंस ट्रॉफी , चेन्नै 2023 और अगले महीने हांगजू (चीन) में होने वाले एशियाई खेलों के लिए भारतीय पुरुष हॉकी टीम की तैयारियों की बाबत ‘हॉकी ते चर्चा’ में खुल कर बोले। भारतीय पुरुष हॉकी टीम हांगजू में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीत सीधे 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों के लिए क्वॉलिफाई करने के मकसद से उतरेगी। हरमनप्रीत सिंह और हार्दिक ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी और एशियाई खेलों जैसे अहम टूर्नामेंटों के लिए भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मेंटल हेल्थ कंडीशनिंग कोच पैडी अपटन को नियुक्त कर उनके मार्गदर्शन मेंटल कंडीशनिंग शिविर के साथ नीदरलैंड के जाने माने गोलकीपिंग कोच डैनिस वान डी पोल की भारतीय गोलरक्षकों के लिए खास शिविरों की अहमियत पर चर्चा की।

भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा, ‘ हमारी भारतीय हॉकी टीम के लिए अगले दो महीने बहुत महत्वपूर्ण हैं। हीरो एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में हमें हांगजू एशियाई खेलों से पहले बढिय़ा मैच खेलने को मिलेंगे। यह हमारे खिलाडिय़ों के लिए अच्छा अनुभव होगा। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमने अपनी जिन रणनीतियों पर मेहनत की है उन्हें अमली जामा पहनाए। मेरा मानना है कि एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट हमारे लिए खिलाडिय़ों के अहम होगा। अनुभवी पैडी अपटन जैसे मेंटल कंडीशनिंग कोच और डेनिस जैसे गोलकीपिंग कोच से सीखना हमारे गोलरक्षकको के लिए बेहद अहम है और इसका बहुत फर्क पड़ेगा।’

भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह के लिए चेन्नै बेहद खास है क्योंकि भारत के तत्कालीन हाई परफॉर्मेंस डायरेक्टर रोलैंट ओल्टमैंस ने चेन्नै में जूनियर राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप में उनकी प्रतिभा को पहचाना था। हरमनप्रीत सिंह इस बाबत बताते हैं, ‘ मुझे याद जब 2015 में जूनियर भारतीय हॉकी टीम की घोषणा हुई थी। तब मैं जूनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेल पंजाब के लिए खेल रहा था। तब ओल्टमैंस हमारे मैच देखने के लिए चेन्नै में मौजूद थे। हरियाणा के खिलाफ हमारी पंजाब जूनियर टीम के फाइनल केबाद मुझे सीनियर भारतीय राष्ट्रीय शिविर के लिए बुलावा आया और मैंने 2015 में सीनियर भारतीय हॉकी टीम के लिए अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर का आगाज किया। चेन्नै इसीलिए मेरे लिए के बहुत करीब हैँ। मैं अब फिर चेन्नै मे एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने को बेताब हूं।

मैं अपनी भारतीय हॉकी टीम के उपकप्तान हार्दिक सिंह को लंबे समय से जानता हूं और हम दोनों की जुगलबंदी बरसो पुरानी है। हार्दिक के लिए भारतीय हॉकी टीम के लिए खेलना शुरू करने के बाद से उनकी हॉकी यात्रा का साथी रहा हूं। हार्दिक सिंह बेहतरीन खिलाड़ी हैं। जिस तरह हार्दिक खुद खेलते हें और टीम के साथ इकाई के रूप में खेलते हैं वह वाकई शानदार हूं। जब भी हार्दिक टीम के साथ मैदान पर होते हें तो तब आप यह अहसास करते हैं कि कोई है जो टीम के लिए हर वक्त अपना सर्वश्रेष्ठ देने को बेताब रहता है। हार्दिक टीम के लिए हर वक्त अपना सब कुछ कुर्बान करते को तैयार रहते हैं।हम सभी ने हार्दिक से बहुत कुछ सीख आगे बढ़े हैं।मैं भारतीय टीम में उन जैसे और प्रतिबद्ध और खिलाड़ी चाहता हू।’