- भारत खिताब का सबसे प्रबल दावेदार, पर किसी टीम को हल्के नहीं ले सकता
- भारत को खासतौर पर मौजूदा चैंपियन दक्षिण कोरिया से चौकस रहना होगा
- चीफ कोच फुल्टन की कोशिश एशियाई खेलों से पहले सभी टीमों का आंकने की
- फुल्टन के लिए एशियाई खेलों से पहले सभी तीरों और संयोजनों को आजमाने का मंच
सत्येन्द्र पाल सिंह
चेन्नै : दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह की अगुआई में यहां बृहस्पतिवार से शुरू हो रही पुरुष एशियन चैंपियंस ट्रॉफी, चेन्नै 2023 में मेजबान भारतीय हॉकी टीम के पास अपने ही प्रशंसकों के सामने रिकॉर्ड चौथी बार खिताब जीत कर इतिहास रचने का मौका है। भारत बेशक यहां खिताब का सबसे मजबूत दावेदार है फिर भी वह किसी भी टीम को हल्के में लेने की भूल नहीं कर सकता है। भारत अपने अभियान का आगाज चीन के खिलाफ बृहस्पतिवार को मैच से करेगा। भारत को खासतौर पर मौजूदा चैंपियन दक्षिण कोरिया से खासा चौकस रहना होगा। भारतीय टीम की एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में अग्नि परीक्षा होगी ही क्रेग फुल्टन का भी उसके चीफ कोच के रूप में बड़ा इम्तिहान होगा। भारतीय पुरुष हॉकी टीम की निगाहें अगले महीने हांगजू (चीन) में होने वाले एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक सीधे 2024 में होने पेरिस ओलंपिक के लिए सीधे क्वॉलिफाई करने पर लगी हैं। भारत के चीफ कोच क्रेग फुल्टन के लिए राउंड रॉबिन लीग आधार पर खेली जाने वाली एशियन चैंपियंस ट्रॉफी इसीलिए एशियाई खेलों से पहले अपने तरकश के सभी तीर और संयोजनों को आजमाने के लिए सबसे बड़ा मंच है। फुल्टन की कोशिश यहां शिरकत करने वाली टीमों के खिलाफ अपनी टीम को आंकने और उसी के मुताबिक एशियाई खेलों के लिए भी अपनी रणनीति बनाने पर रहेगी। नए चीफ कोच क्रेग फुल्टन के मार्गदर्शन में भारत अपने किले की मजबूत चौकसी के साथ शुरू से तेज हमलों की रणनीति से खिताब जीतने के संकल्प के साथ उतरेगा।
तीन बार के चैंपियन भारत और बूढ़ों की फौज के साथ उतरने वाली जवाबी हमलों पर यकीन करने वाली मौजूदा चैंपियन दक्षिण कोरिया और अपने किले की चौकसी कर पेनल्टी कॉर्नर से गोल करने में यकीन करने वाली पिछली उपविजेता जापान एक बार फिर अपने पिछले संस्करण के प्रदर्शन को दोहराने के संकल्प से उतरेंगे। मेजबान भारत, दक्षिण कोरिया, मलयेशिया, जापान, चीन और पाकिस्तान सहित सभी छह टीमें यहां आपस में एक एक बार भिड़ेंगी और शीर्ष चार में रहने वाली टीमें सेमीफाइनल खेलेंगी। भारत पिछले संस्करण में जापान को राउंड रॉबिन लीग मैच में आधा दर्जन गोल से हराने के बाद सेमीफाइनल में 3-4 से हार फाइनल में पहुंचने से चूक गया था। चेन्नै में नए चीफ कोच क्रेग फुल्टन के इस दावे का भी आकलन हो जाएगा कि अब भारतीय टीम ने उस तरह खेलना शुरू जिस तरह वह खेलना चाहती है। एशियन चैंपियंस ट्रॉफी मे बतौर फुल्टन को यह मालूम हो जाएगा कि भारतीय टीम उनके द्वारा रणनीतिक बदलावों के मुतााबिक खुद को कितना ढाल पाई है। भारत के लिए इस साल न्यूजीलैंड के हाथों विश्व कप के क्रॉसओवर में 3-0 की बढ़त को गंवाने के बाद निर्धारित समय में 3-3 की बराबरी और फिर शूटआउट में 4-5 से हार की कसक मिटाने और यहां यह साबित करने का मौका होगा वह अब बड़े मंच पर लडख़ड़ाता नहीं है। पेनल्टी कॉर्नर पर ड्रैग फ्लिकर के फ्लिक पर गेंद की रफ्तार को कम कर जोखिम कम करने के लिए नियम को संभावित बदलाव को यहां एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में लागू नहीं करने की पुष्टि हॉकी संघ (एफआईएच) के अध्यक्ष तैयब इकराम और हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने की।
चेन्नै पहुंचने से ठीक पहले भारतीय टीम उस नीदरलैंड की टीम स्पेन में स्पेन हॉकी संघ की शताब्दी के मौके पर आयोजित चार देशों के टूर्नामेंट में 2-1 से हरा तीसरा स्थान हासिल करने के बाद एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने उतरेगी जिसने मौजूदा चैंपियन दक्षिण कोरिया को भुवनेश्वर में विश्व कप क्वॉर्टर फाइनल में 5-1 से धोया और फिर ऑस्ट्रेलिया को हरा कांसा जीता था। भारत मौजूदा संस्करण में शिरकत कर रही टीमों एफआईएच रैंकिंग में सबसे उपर चौथे, दक्षिण कोरिया नौवें और मलयेशिया दसवें तथा जापान 19 वें नंबर हैं। दक्षिण कोरिया भुवनेश्वर में हुए विश्व कप भारत से एक कदम उपर आठवें स्थान पर, मलयेशिया 13 वें और जापान आखिरी स्थान पर रहा था। दक्षिण कोरिया की टीम पिछले संस्करण में शिरकत करने वाली टीम के 13 और भारत की टीम में आठ इस बार एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में शिरकत करने वाली टीम के आठ खिलाड़ी हैं। भारत, दक्षिण कोरिया, मलयेशिया और जापान की टीमों इस साल भारत में विश्व कप के लगभग दर्जन भर खिलाड़ी यहां इस बार एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में खेलते दिखेंगे।
भारत की तरह बाकी इसमें शिरकत करने वाली दक्षिण कोरिया, जापान, पाकिस्तान, चीन और मलयेशिया भी एशियाई खेलों से पहले चेन्नै में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी बाकी टीमों की ताकत को तौलने का मौका है। भारत के पूर्व कप्तान मनप्रीत सिंह सबसे ज्यादा 335 हॉकी मैच खेलने वाले खिलाड़ी के रूप में चेन्नै में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में खेलते दिखेेंगे जबकि दक्षिण कोरिया जांग हयुन(314 मैच) और कप्तान ली नाम यांग (300 मैच) समान रूप से 39-39 बरस के यहां खेलने उतरने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी होंगे। अनुभवी स्ट्राइकर उत्तर प्रदेश के ललित उपाध्याय, चोट के बाद वापसी करने वाले सिमरनजीत सिंह के साथ नौजवान अभिषेक और दिलप्रीत सिंह के साथ आक्रामक मिडफील्डर राज कुमार पाल को एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम से बाहर रख चीफ कोच क्रेग फुल्टन ने बड़ा दांव खेला है। सुखजीत सिंह और कार्ति सेल्वम से निश्चित तौर पर ललित, अभिषेक और सिमरनजीत सिंह बतौर स्ट्राइकर बेहतर विकल्प होते। भारत के लिए अच्छी बात यह है कि उसके पास खुद कप्तान हरमनप्रीत सिंह , वरुण कुमार और जुगराज सिंह और अमित रोहिदास के रूप में चार बढिय़ा ड्रैग फ्लिकर है । सुखजीत और कार्ति जैसे कम अनुभवी स्ट्राइकरों की मौजूदगी में खासतौर पर आकाशदीप और मनदीप सिंह पर भारत के लिए मैदानी गोल करने के साथ पेनल्टी कॉर्नर बनाने की जिम्मेदारी रहेगी। भारत तभी अपने ड्रैग फ्लिकरों की चौकड़ी का उपयोग कर पाएगा जब उसकी अग्रिम पंक्ति ज्यादा से ज्यादा पेनल्टी कॉर्नर बनाएगी।
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भारतीय के एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में मैचों का कार्यक्रम :
3 अगस्त: भारत वि. चीन
4 अगस्त : भारत वि. जापान
5 अगस्त : विश्राम का दिन
6 अगस्त : भारत वि. मलयेशिया
7 अगस्त : भारत वि. दक्षिण कोरिया
8 अगस्त: विश्राम का दिन।
9 अगस्त भारत वि. पाकिस्तान से
10 अगस्त : विश्राम का दिन
11 अगस्त : दोनों सेमीफाइनल व पांचवें-छठे स्थान के मैच
12 अगस्त : फाइनल रात साढ़े 8 बजे से। तीसरे -चौथे स्थान का मैच : शाम छह बजे से
नोट: भारत के सभी मैच रात साढ़े 8 बजे से(भारतीय समयानुसार)
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बृहस्पतिवार के मैच :
द. कोरिया वि. जापान : शाम 4 बजे से
मलयेशिया वि. पाकिस्तान : शाम सवा छह बजे से
भारत वि. चीन : रात साढ़े 8 बजे से