पिंकी सिंघल
किसी भी देश की तरक्की और प्रगति में वैसे तो उस देश के सभी नागरिकों का हाथ होता है किंतु देश के युवाओं का योगदान सबसे अधिक महत्वपूर्ण समझा जाता है। कहा जाता है कि जिस देश में युवाओं की संख्या सबसे अधिक होती है वह देश बहुत जल्द विकसित देशों की श्रेणी में आता है ।भारत में युवाओं की संख्या लगभग 65% है। 15 से 24 साल के बच्चे युवाओं की श्रेणी में आते हैं। भारत चूंकि,एक विकासशील देश है किंतु यह विश्व का सबसे युवा देश माना जाता है। युवाओं से संबंधित समस्याओं, उपलब्धियों,चुनौतियों एवं मुद्दों पर दुनिया भर का ध्यान आकर्षित हो ,इसके लिए प्रति वर्ष विश्व स्तर पर 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस अर्थात इंटरनेशनल यूथ डे मनाया जाता है।
राष्ट्रीय युवा दिवस एवं विश्व युवा दिवस दोनों भिन्न-भिन्न तिथियों पर । मनाए जाते हैं ।राष्ट्रीय युवा दिवस केवल राष्ट्रीय स्तर पर भारत में ही प्रतिवर्ष 12 जनवरी को मनाया जाता है। इसी दिन स्वामी विवेकानंद जी का जन्म हुआ था और उन्हीं की जयंती के उपलक्ष में युवा दिवस राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है जिसका मुख्य उद्देश्य स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों पर चलने के लिए युवाओं को प्रेरित करना माना जाता है। स्वामी जी के शब्दों में उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए अर्थात देशवासियों को अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए एकजुट होकर आगे ही आगे बढ़ना होगा तभी हमारा देश विकासशील देशों की श्रेणी से निकल कर विकसित देश की श्रेणी में आ पाएगा ।देश के युवाओं को जागना होगा और बिना रुके लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए आगे बढ़ना होगा।
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पहली बार 12 अगस्त सन 2000 में बनाया गया था। वर्ष 2023 का अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का थीम है __ग्रीन स्किल्स फॉर यूथ: टुवर्ड्स ए सस्टेनेबल वर्ल्ड। अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर विश्व भर में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं मीटिंग आयोजित की जाती हैं और विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले सफल युवाओं को सम्मानित भी किया जाता है ।स्कूलों ,कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों में युवाओं द्वारा दिए गए योगदान की भूरी भूरी प्रशंसा की जाती है और साथ ही विभिन्न प्रकार के अवेयरनेस और मोटिवेशनल प्रोग्राम्स भी मनाए जाते हैं जिससे न केवल युवा पीढ़ी अपितु किशोर भी प्रेरणा लें सकें और देश की उन्नति और प्रगति में अपना अमूल्य योगदान दे सकें।
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस सभी देशों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण समझा जाता है क्योंकि युवाओं के भीतर गजब का जोश होता है और यदि जोश के साथ युवा अपने होश को साथ लेकर चलें तो देश की कायापलट कर सकते हैं और देश की प्रगति और उन्नति में भागीदारी दिखा सकते हैं।
कहा जाता है कि जब किसी देश के युवा अपने देश को छोड़कर नौकरी अथवा व्यवसाय की तलाश में दूसरे देशों में चले जाते हैं तो उस देश को आगे बढ़ने में बाधा उत्पन्न होने लगती है। इसीलिए ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो पाए ,प्रत्येक राष्ट्र अपने राष्ट्र वासियों एवं विशेष रूप से अपने युवाओं की सकारात्मक शक्तियों का उपयोग करने के लिए उन्हें अपने ही देश में पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराने की जी तोड़ कोशिश करता है।
किसी भी देश के युवा उस देश को न केवल मजबूती प्रदान करते हैं,अपितु,उसकी आर्थिक स्थिति को बेहतरीन बनाने में भी सहायक सिद्ध होते हैं ।किसी देश का युवा अगर गलत संगति का शिकार हो जाता है तो उसे देश का सर्वनाश निश्चित है।
अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का एक मुख्य उद्देश्य विभिन्न देशों के युवाओं को एक मंच पर लाना और उनके विचारों का आदान प्रदान करवाना भी है ।भारत तो वैसे ही विश्व बंधुत्व की भावना को सर्वोपरि समझता है इसी दिशा में लोगों को प्रेरित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस प्रत्येक वर्ष 12 अगस्त को बड़ी ही धूमधाम के साथ विश्व भर में मनाया जाता है। विभिन्न चुनौतियों का मजबूती से सामना करने के लिए युवाओं के भीतर सकारात्मक क्षमता पैदा करना भी विश्व युवा दिवस का महत्त्वपूर्ण उद्देश्य समझा जाता है।वस्तुत: देश के युवाओं की आवाज को बुलंदी प्रदान करने वाला अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस देश की प्रगति एवं विकास कार्यों में युवाओं की भागीदारी को सुनिश्चित करता है।