- महावीर का अहिंसा और अनेकांत सिद्धांत अधिक प्रासंगिक हुए: सिरोया
ललित गर्ग
दिल्ली : जैन समाज सदैव मानवता की सेवा के लिए तत्पर रहता है। भगवान महावीर के अहिंसा, अनेकांत व अपरिग्रह के सिद्धांत आज अधिक प्रासंगिक हुए हैं, क्योंकि ये सिद्धांत देश और दुनिया की ज्वलंत समस्याओं का समाधान करने में सक्षम है। ये विचार राज्यसभा सांसद श्री लहर सिंह सिरोया ने जैन प्रतिनिधिमंडल से बात करते हुए व्यक्त किए। प्रतिनिधिमंडल में जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा दिल्ली के अध्यक्ष श्री सुखराज सेठिया, ओसवाल समाज शाहदरा के पूर्व अध्यक्ष श्री बाबूलाल दुगड़, अणुव्रत विश्वभारती की संगठन मंत्री डाॅ. कुसुम लुनिया एवं सुखी परिवार फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री ललित गर्ग आदि शामिल थे। श्री सिरोया ने शासनमाता साध्वीप्रमुखा कनकप्रभा की पावन स्मृति में निर्मित वात्सल्य पीठ के शिलान्यास समारोह में भाग लेने की स्वीकृति प्रदत्त करते हुए कहा कि साध्वीप्रमुखा कनकप्रभा जैनशासन की एक विदुषी एवं प्रखर साध्वी थी जिन्होंने वैचारिक उदात्तता, ज्ञान की अगाधता, आत्मा की पवित्रता, सृजनधर्मिता और विनम्रता से नये आयाम उद्घाटित किए। उनका विशाल साहित्य युग-युगों तक प्रेरणा देता रहेगा।
इस अवसर पर श्री सुखराज सेठिया ने बताया कि वात्सल्य पीठ का शिलान्यास समारोह दिनांक 27 अगस्त 2023 को प्रातः 8ः00 बजे अध्यात्म साधना केन्द्र मेहरौली में आयोजित होगा। जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहन भागवत एवं लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला भाग लेंगे। प्रख्यात लेखक एवं साहित्यकार श्री ललित गर्ग ने अपनी नवप्रकाशित पुस्तक ‘शून्य से शिखर तक’ एवं ‘जीवन का कल्पवृक्ष’ श्री सिरोया को भेंट की। अणुव्रत विश्वभारती की संगठन मंत्री डाॅ. कुसुम लुनिया ने अणुव्रत संसदीय मंच की जानकारी देते हुए कहा कि लोकतंत्र को सुदृढ़ बनाने के लिए राजनेताओं एवं सांसदों का नैतिकता से प्रतिबद्ध होना जरूरी है। श्री बाबूलाल दुगड़ ने आचार्य श्री महाश्रमण जी के सान्निध्य में आयोजित हो रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी। इस अवसर पर पटका पहनाकर श्री सिरोया का सम्मान किया गया।