रविवार दिल्ली नेटवर्क
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति परिवार के आमंत्रण पर निर्जल, एकासना और उपवास रखने वाले 400 से अधिक जैन स्टुडेंट्स ने पारणा में उठाया स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ, कुलाधिपति श्री सुरेश जैन, फर्स्ट लेडी श्रीमती वीना जैन, जीवीसी श्री मनीष जैन, श्रीमती ऋचा जैन, एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर श्री अक्षत जैन, सुश्री नंदिनी जैन ने बारी-बारी से चंदन का तिलक करके श्रावक-श्राविकाओं का भक्तिभाव से किया स्वागत
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के निर्जल, एकासना और उपवास रखने वाले सभी श्रावक-श्राविकाओं को कुलाधिपति श्री सुरेश जैन ने अनंत चौदस के अगले दिन क्षमावणी पर उपवास खोलने के लिए अपने भव्य आवास-संवृद्धि पर न्योता दिया, जिसमें 400 से अधिक जैन छात्र-छात्राओं ने पारणा के दौरान स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाया। इससे पूर्व टीएमयू के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन, फर्स्ट लेडी श्रीमती वीना जैन, जीवीसी श्री मनीष जैन, श्रीमती ऋचा जैन, एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर श्री अक्षत जैन, सुश्री नंदिनी जैन ने बारी-बारी से ने सभी श्रावक-श्राविकाओं का चंदन का टीका करके भक्तिभाव से स्वागत किया, जबकि कुलाधिपति के सभी परिजनों ने अतिथियों को सेवा भाव से व्यंजन परोसे। अधिकांश श्रावक-श्राविकाओं ने आसन ग्रहण करके ही पारणा किया। पारणा में सम्मेद शिखर से आए प्रतिष्ठाचार्य श्री ऋषभ जैन शास्त्री की भी गरिमामयी मौजूदगी रही। पारणा के दौरान खास बात यह रही, कुलाधिपति परिवार के माननीय सदस्य सभी आमंत्रित श्रावक-श्राविकाओं के पास जा-जाकर यह विनम्र भाव से पूछते नजर आए, आप क्या लेंगे…, आपने यह तो लिया ही नहीं…, आप यह तो लीजिए…। इस बेहद मधुरभाषी व्यवहार ने न केवल श्रावक-श्राविकाओं का दिल जीत लिया, बल्कि व्यंजनों का स्वाद भी दोगुना हो गया। दूसरी ओर पारणा से पूर्व शांतिनाथ भगवान को रिद्धि-सिद्धि भवन से दिव्यघोष की आस्थामय धुनों के बीच जीवीसी श्री मनीष जैन और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर श्री अक्षत जैन ने अपने मस्तक पर धारण करके श्रीजी की मूर्ति और आसन को जिनालय में विराजमान कराया गया। आगे-आगे हाथों में चमर लिए श्रावक चल रहे थे। जिनालय पर श्रीमती ऋचा जैन ने श्रीजी की आरती उतारी, जबकि प्रतिष्ठाचार्य श्री ऋषभ शास्त्री ने विधि विधान से मंत्रों का जाप किया। इस मौके पर प्रो. रवि जैन, डॉ. आदित्य जैन, डॉ. अर्चना जैन, डॉ. विनीता जैन समेत अनेक श्रावक-श्राविकाओं की मौजूदगी रही। सम्मेद शिखर से आए प्रतिष्ठाचार्य श्री ऋषभ जैन ने जिनालय में आदिनाथ भगवान का अभिषेक औऱ शांतिधारा विधिवत कराई।
उल्लेखनीय है कि पारणा में बादाम मिल्क, फलों में अनार, सेब, केला, अमरुद, अन्नानास, ड्राई फ्रूट्स में काजू, बादाम, किशमिश, मूंग की दाल के चीले, सूजी का हलवा, छोले भटूरे, पोहा, पकोड़े, मुरादाबादी दाल, पनीर चीला, छना हुआ पानी आदि लाजवाब और स्वादिष्ट व्यंजनों की भरमार रही। दशलक्षण महामहोत्सव के दौरान उपवास रखने वाले श्रावक-श्राविकाओं की विशेष रूप से पारणा कराई गई। इनमें डॉ. संजय जैन, सर्वज्ञ, धार्मिक, चेतन, सौम्य, अमन, वैभव पोंडी, वैभव, दर्श, सार्थक, प्रयास, आयुष, अतिशय, आराध्य, वेदिता, कोमल, हितेश, आदित्य, आस्था आदि श्रावक-श्राविकाएं शामिल रहे। इस मौके पर कुलाधिपति परिवार के अलावा दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष श्री अनिल जैन, प्रो. मंजुला जैन, श्री मनोज जैन, डॉ. नीलिमा जैन, प्रो. एसके जैन, प्रो. विपिन जैन, डॉ. विनोद जैन, श्री विपिन जैन, डॉ. आशीष सिंघई, प्रो. आरके जैन, डॉ. अर्चना जैन, श्री संजय जैन, डॉ. रत्नेश जैन, डॉ. नम्रता जैन, डॉ. आदित्य जैन, डॉ. अहिंसा जैन, डॉ. अंकिता जैन आदि की मौजूदगी रही। इसके बाद सर्वाधिक छात्र-छात्राओं ने कुलाधिपति श्री सुरेश जैन औऱ फर्स्ट लेडी श्रीमती वीना जैन के चरण स्पर्श करके उनका आशीर्वाद लिया। स्टुडेंट्स ने कुलाधिपति आवास का भ्रमण करते हुए फोटो खिचवाईं औऱ सेल्फियां लीं।