दिल्ली पुलिस ने तीन आतंकी गिरफ्तार किए

  • इंजीनियर बन गए आतंकवादी

इंद्र वशिष्ठ

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने पाकिस्तानी खुफ़िया एजेंसी आईएसआई द्वारा प्रायोजित और आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। ये तीनों आतंकी इंजीनियर हैं।

स्पेशल सेल के स्पेशल कमिश्नर एचजीएस धालीवाल ने बताया कि दिल्ली में जैतपुर से मोहम्मद शाहनवाज शफीउज्जमा आलम उर्फ शैफी उज्जमा उर्फ अब्दुल्ला( निवासी हजारीबाग झारखंड) , लखनऊ से मोहम्मद रिजवान अशरफ़ उर्फ मौलाना (निवासी आजमगढ़) और मुरादाबाद से मोहम्मद अरशद वारसी (निवासी झारखंड) को गिरफ्तार किया गया है।
मोहम्मद शाहनवाज़ पर एनआईए ने तीन लाख रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था।

स्पेशल सेल के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रमोद कुशवाहा, डीसीपी राजीव रंजन सिंह, एसीपी हृदय भूषण और एसीपी ललित मोहन नेगी की देखरेख में इंस्पेक्टर विनय पाल और इंस्पेक्टर अरविंद सिंह आदि पुलिसकर्मियों की टीम ने केंद्रीय खुफ़िया एजेंसी की मदद से इन आतंकियों को पकड़ने के लिए दिल्ली, लखनऊ, प्रयागराज, अलीगढ़, देहरादून और मुरादाबाद में छापेमारी की।

पुलिस के अनुसार इन आतंकियों का इरादा ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान लेने के लिए बम धमाके करने का था। इसके अलावा महत्वपूर्ण हस्तियों को निशाना बनाने का भी था।

शाहनवाज़ के ठिकाने से पिस्तौल, कारतूस के अलावा केमिकल और लोहे के पाइप आदि ऐसा सामान बरामद हुआ है जिनका इस्तेमाल ये बम बनाने के लिए करते हैं।

पुलिस के अनुसार पाकिस्तान में बैठे आतंकी सरगना बाज़ार में आसानी से उपलब्ध केमिकल आदि से बम बनाने की विधि इन लोगों को भेजते थे। इन आतंकियों ने बम बनाए और जंगल में विस्फोट करके देखे भी थे। बम की टेस्टिंग के बारे में ये अपने पाकिस्तानी आकाओं को बताते थे।

तीनों इंजीनियर–
शाहनवाज़ ने विश्वेश्वरैया इंस्टीट्यूट से माइनिंग इंजीनियरिंग की है। शाहनवाज़ ने हिंदू वसंती पटेल से शादी की है। वसंती का नाम अब मरियम है।

अरशद वारसी ने अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इजीनियरिंग की है और अब जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पीएचडी, इस्लामिक प्रिंसिपल इन मैनेजमेंट कर रहा है। आजमगढ़ निवासी मौलाना मोहम्मद रिजवान गाजियाबाद से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग करने के बाद प्रयागराज चला गया था। मोहम्मद रिजवान मौलाना के रूप में भी काम करता है। उसने आतंकियों को बाइक भी दिलवाई थी।

इस मामले में दिल्ली के रिजवान अब्दुल हाजी अली की भी तलाश की जा रही है। एनआईए ने उस पर भी तीन लाख रुपए का इनाम घोषित किया है।

पुरानी दिल्ली निवासी रिजवान जामिया मिल्लिया इस्लामिया का छात्र रहा है पढाई बीच में छोड़ कर उसने अपना कारोबार शुरू कर दिया। रिजवान के पिता जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सेवानिवृत्त लाइब्रेरियन है उनका कहना है कि रिजवान बेकसूर है साल 2018 में भी स्पेशल सेल रिजवान और उसके छोटे भाई को उठा कर ले गई और कुछ दिन बाद छोड़ दिया।

पुलिस का कहना है कि रिजवान आदि आईएसआईएस में शामिल होने की योजना बना रहे थे उस समय उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिलने के कारण उन्हें छोड़ दिया गया था।

पुणे पुलिस ने इस साल जुलाई में शाहनवाज, इमरान और युसुफ को गाड़ी चोरी करते हुए गिरफ्तार किया था। शाहनवाज पुलिस हिरासत से भाग गया था। शाहनवाज लूट के कई मामलों में भी शामिल हैं। चितौड़ बम धमाके में शामिल इमरान और युसुफ पर 5-5 लाख रुपए का इनाम है।

एनआईए ने 12 सितंबर को ही शाहनवाज, रिजवान अब्दुल हाजी अली, अब्दुल्ला फैयाज़ शेख़ और तल्हा लियाक़त खान पर तीन- तीन लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।