विनोद तकियावाला
विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत इन दिनों वैश्विक राजनीतिक क्षितिज पर अपना इतिहास स्वर्णिम अक्षरों में अंकित कर रहा है। जिसकी चहुँ दिशाओं में चर्चा हो रही है। चाहे वह चन्द्रयान 3 का सफल प्रक्षेपण हो ‘ सूर्य पर आदित्या एल 1 या जी – 20 सम्मेलन सफल आयोजन का रहा हो या आधी आबादी को लोक तंत्र मन्दिर भारतीय संसद के दोनो सदनों द्वारा नारी वंदन आरक्षण बिल को सता पक्ष – विपक्ष द्वारा पारित किया गया ।
चीन में ऐशियाई खेल में100 पदकों विजय श्री सेहरा पहन कर तिरंगा को फहराया।इसी विजयश्री की श्रंखला में भारत एक बार फिर से जी 20 सम्मेलन का पार्लियामेंट्री स्पीकर्स दो दिवसीय 13 – 14 अक्तुबर 23 सम्मेलन का आयोजित करने जा रहा है। सम्मेलन का शुभारम्भ हमारे यशस्वी प्रधान मंत्री मोदी 13 अक्टूबर को नई दिल्ली आई आई सी सी के नव र्निमित भवन द्वारका में जी-20 पार्लियामेंट्री स्पीकर्स समिट का उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी विगत शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा दी गई ।उनके अनुसार दो दिवसीय पी20 (जी-20 पार्लियामेंट्री स्पीकर्स समिट) समिट 13 – 14अक्तुबर 23 को नवर्निमित इंडिया इन्टरनेशनल कन्वेशन एण्ड एक्सपो सेन्टर(आई आई सी . सी) यशोभुमि द्वाराका नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन का उद्घाटन 13 अक्तुबर को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया जाएगा।इस सम्मेलन में 26 राष्ट्रपति10 उपराष्ट्रपति,50 सांसद और 14 जनरल सेक्रेट्री सम्मिलित होंगे।पैन अफ्रीकन पार्लियामेंट के प्रेसिडेंट पहली बार भारत में पी-20 कार्यक्रम में शामिल होंगे।
- 9वीं पी-20 सम्मलेन का मुख्य विषय ‘एक पृथ्वी, एक परिवार,एक भविष्य के लिए संसद’ रखा गया है
- सम्मलेन में जी-20 देशों के अलावा 10 अन्य देश और अंतराष्ट्रीय संगठन भाग लेंगे
- पैन अफ़्रीकी संसद के अध्यक्ष पहली बार भारत में पी-20 कार्यक्रम में भाग लेंगे
12 अक्टूबर 2023 को सम्मेलन से पहले LiFE (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) पर एक संसदीय फोरम आयोजित किया जाएगा*
लोकसभा अध्यक्ष ओम विरला ने पत्रकारो को बताया कि इस दो दिवसीय कार्यक्रम में पी-20 समिट सहित चार उच्च स्तरीय सत्र आयोजित किए जाएंगे।
इस सम्मेलन का मुख्य उदेश्य ‘वसुधैव कुटुम्ब:कम- एक पृथ्वी, एक परिवार,एक भविष्य’ की भावना के साथ,भारत का लक्ष्य अधिक समावेशी,शांतिपूर्ण और न्यायसंगत विश्व की दिशा में जटिल वैश्विक मुद्दों का सर्वसम्मत पर आधारित समाधान प्रदान करना है।
विदित रहे कि पी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान चार उच्च स्तरीय सत्रों का आयोजन किया जाएगा,जो निम्नलिखित हैं
(1) एस डी जी (SDG )के लिए एजेंडा 2030: उपलब्धियों का प्रदर्शन,प्रगति में तेजी लाना
(2)सतत ऊर्जा परिवर्तन: हरित भविष्य के प्रवेश द्वार
(3)लैंगिक समानता को मुख्यधारा में लाना: महिला सशक्तिकरण एवं महिलाओं के नेतृत्व में विकास
(4)सार्वजनिक डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से लोगों के जीवन में परिवर्तन।
इन सत्रों में जी-20 सदस्यों और अतिथि देशों को साथ लाकर “संसद किस प्रकार पी-20 के उद्देश्यों को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ा सकती है” विषय पर व्यापक विचार-विमर्श होगा।शिखर सम्मेलन का समापन संयुक्त वक्तव्य के साथ होगा,जिसमें जी-20 सरकारों से समानता, समावेशिता और शांति के आधार पर प्रमुख वैश्विक चुनौतियों का समाधान देने का आग्रह किया जाएगा।सम्मेलन के पहले चरण 12 अक्टूबर 2023 को एल आई ई एफ(सतत विकास के लिए जीवन शैली)शिखर सम्मेलन से पहले LiFE(पर्यावरण के लिए जीवन शैली)पर एक संसदीय फोरम आयोजित किया जाएगा। आप को बता दे कि एल.आई.एफ ई(LiFE)का शुभारंभ 20अक्टूबर 2022 को प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस द्वारा केवडिया
,गुजरात में किया गया था।यह पहल पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवनशैली के सिद्धांत पर आधार्रित सतत विकास की दिशा में प्रभावी रूप से कार्य कर रहा है।भारत की प्राचीन और सहभागी लोकतांत्रिक परंपराओं को उजागर करने हेतु प्रजातंत्र की जननी(मदर ऑफ डेमोक्रेसी) प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी।
वही दुसरी ओर सुत्रों से खबर आ रही है।इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में जर्मनी और अर्जेंटीना शामिल नहीं होंगे।इसके पीछे इन देशों ने अपनी आंतरिक वजहों का उल्लेख किया और कार्यक्रम में शिरकत नहीं कर पाने के लिए खेद व्यक्त किया।वहीं,दूसरी ओर खालिस्तान आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच कनाडा के अधिकारी कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे।दरअसल,कनाडा प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या के पीछे संभवत: भारत का हाथ होने का आरोप लगाया था। हालांकि,भारत ने कनाडा प्रधानमंत्री के आरोपों को बेतुका और राजनीति से प्रेरित बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया था।
इस पी -20 सम्मेलन में मुझे भी सम्मलित होने का स्वर्णिम अवशर मिलने वाला है।इस अर्न्तराष्ट्रीय सम्मेलन में शरीक हो रहे राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय विषयो के नजदीक से देखने व सुनने का अवशर मिलने की हमें पुरी उम्मींद है।इस दौरान हमें कई विषयों के विशिष्ट व अतिविशिष्ट राष्ट्रीय व अर्न्तराष्ट्रीय मेहमानों व मेजबान भारत के विशिष्ट व्यक्तियों से भी सीखने का अवशर मिलने वाला है। जिसकी विस्तृत चर्चा व जानकारी आप सभी से हम अपने अगले आलेख अवश्य ही चर्चा करेगें ।