रविवार दिल्ली नेटवर्क
नई दिल्ली: मौलाना हसनअली राजाणी ने कहा देश में नफरत की राजनीति और लोगो को उकसाने के खिलाफ प्रधानमंत्री की चुप्पी खेदजनक है। वह देश जो अभी तक शौचालय बनाने में सफल नहीं हुआ है। और हमारे देश, भारत के लिए ऐसे मौकों पर बुलडोजर का इस्तेमाल करना हास्यास्पद है, अगर वह अपनी छोटी परियोजनाओं के जमींदारों को के क्र बुलेट ट्रैन तक बड़ी परियोजनाओं के किये जिन लोगों के भवनों को ध्वस्त कर दिया गया है, उन्हें मुआवजा नहीं दे सकता है। और जो कोरोना या अन्य दुर्घटनाओं में मरने वाले व्यक्ति को हमारा देश एक पैसा भी नहीं दे सकता। जहां बच्चे अपने मृत माता-पिता को दूर दूर अपने कंधों पर उठाकर नदी में ले जा क्र उस के अंतिन संस्कार करते हो। और दूसरे देशों की संसदों में भारत के बारे में बात करने से एमपीएमएलए और स्पीकर रो पड़ते हो और उन्हें संसद की कार्यवाही बंद करनी पड़ती हो । ऐसे में बुलडोज़र चलाने की बात करना बहुत बड़ी बे वक़ूफ़ी और बहुत बड़ी गलती हैं मौलाना हसनअली राजाणी ने कहा के ये सब इस लिए हो रहा है के मुस्लिम विरोधी पार्टी के अलावा कुछ मुस्लिम विरोधी लोग इस बुलडोजर की करवाई से खुश होते हैं । हां, यह स्पष्ट है कि देश में जो हो रहा है उसे प्रधान मंत्री का समर्थन प्राप्त है। इसके लिए खुले मंच से लोगों को उकसाया जा रहा है। और यह सब पुलिस की मौजूदगी में ही हो रहा है।मौलाना हसनअली राजाणीने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में एक स्वयंभू साधु मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ खुलेआम अश्लील भाषा का इस्तेमाल करता है और भीड़ से भड़काऊ नारे लगाता है लेकिन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करता है लेकिन जब इस साधु के खिलाफ लोगों का विरोध तेज हो जाता है तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाता है, यह सब कुछ होने के बाद यह साबित होता है कि देश में कानून नाम की कोई चीज नहीं रही है. और अब दिल्ली पुलिस ने एक मामले को भी बंद कर दिया है जिसमें प्रतिभागियों ने हिंदू राष्ट्र की स्थापना के लिए ‘लड़ने, मरने और मारने’ की कसम खाई थी,