भारत विश्व की फार्मेसी: डॉ. योगेन्द्र

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ फार्मेसी में फार्मासिस्ट की चिकित्सा प्रणाली में महती भूमिका और अंगदान महादान पर कार्यक्रम, फ़ूड एंड फन में मयंक टीम, ड्रग बूथ में चेतन टीम और मेडी-शेफ कुकिंग प्रतियोगिता में श्यामन्ता टीम रहीं विजेता

रविवार दिल्ली नेटवर्क

  • मुख्य अतिथि ने दिए जीवन में विजयश्री के टिप्स
  • प्रो. मंजुला जैन बोलीं, फार्मेसी सदाबहार प्रोफेशन
  • डॉ. अनुराग वर्मा ने बताए फर्मासिस्ट के उत्तरदायित्व
  • कार्यक्रम में ड्रग बूथ स्टाल रहा आकर्षण का केन्द्र
  • अंगदान महादान पर क्रेंद्रित नुक्कड़ नाटक भी हुआ

एकम्स ड्रग्स एंड फार्मा लिमिटेड के जनरल मैनेजर डॉ. योगेंद्र सिंह ने जीवन में हमेशा जीत हासिल करने के तरीकों पर प्रकाश डालते हुए बताया, प्रवीणता हासिल करने में जुनून का क्या महत्व है? किस तरह ड्रग डिस्कवरी में फार्मासिस्ट अपना योगदान दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि फार्मा इंडस्ट्री में ऐसे विभिन्न सेक्टर हैं, जिसमे कार्य कर फार्मासिस्ट नवोन्मेष कर प्रोटोटाइप बना रहे हैं। नए मॉलिक्यूल मार्किट में ला रहे हैं। उन्होंने कहा, भारत विश्व की फार्मेसी है। इससे हम पर कई जिम्मेदारियां आती है। डॉ. योगेंद्र तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ फार्मेसी में फार्मासिस्ट की चिकित्सा प्रणाली में महती भूमिका और अंगदान महादान पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पूर्व मुख्य अतिथि डॉ. योगेंद्र सिंह और डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन, फार्मेसी के प्राचार्य डॉ. अनुराग वर्मा, एचओडी डॉ एल्फिन प्रभाकर ने गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की। अंत मे मुख्य अतिथि डॉ सिंह को फार्मेसी के विभागाध्यक्ष डॉ. एल्फिन प्रभाकर ने स्मृति चिन्ह भेंट किया। धन्यवाद प्रस्ताव में डॉ. मुकेश सिंह सिकरवार ने सभी का आभार व्यक्त किया।

टीएमयू की डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन ने अपने उद्बोधन में ध्यान केन्द्रण के तरीकों पर प्रकाश डालते हुए फार्मेसी की उपयोगिता के बारे में कहा, यह एक सदाबहार प्रोफेशन है। इसके प्रोफेशनल्स ने कोविड के चुनौतीपूर्ण दौर में महत्वपूर्ण योगदान दिया। यूनिवर्सिटी की ओबीई आधारित शिक्षा प्रणाली में उभरते हुए फार्मसिस्ट में क्रिटिकल थिंकिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग की विधा विकसित होती जा रही है। फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनुराग वर्मा ने फार्मसिस्ट की चिकित्सा के क्षेत्र में भूमिका को रेखांकित किया। साथ ही फार्मसिस्ट के उत्तरदायित्वों के बारे में बताया। इसके पश्चात प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें फ़ूड एंड फन, ड्रग बूथ और मेडी-शेफ कुकिंग प्रतियोगिता से संबंधित स्टाल छात्रों ने लगाए। फ़ूड एंड फन स्टॉलस में छात्रों ने स्वादिष्ट व्यंजन और रोचक नाम रख कर खाद्य पदार्थों को एक नए अंदाज में पेश किया। खासियत यह थी कि उन खाद्य पदार्थाे में औषधीय गुण वाले तत्वों को रेखांकित किया गया था। ऐसे लगभग 15-20 स्टाल थे। स्टुडेंट्स ने अंगदान महादान और अंधविश्वास पर केंद्रित नुक्कड़ नाटक के जरिए अंगदान की आवश्यकता और उचित तरीकों को बताया। साथ ही लोगों में इस विषय को लेकर भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास किया। ड्रग बूथ स्टाल ने दवाओं के प्रति जागरूकता अभियान में अमिट छाप छोड़ी। इन स्टाल्स के माध्यम से दवाओं के साइड इफ़ेक्ट, दुष्प्रभाव, दवाओं के उचित सम्मिलन और अन्तरभिक्रियों के बारे में बताया। मेडी-शेफ कुकिंग प्रतियोगिता में औषधीय गुणों से युक्त स्वादिष्ट व्यंजनों को बनाना था, जिसमें बच्चों ने कई रोचक तरीकों और फार्मूला से व्यंजनों को तैयार किया। फ़ूड एंड फन में मयंक टीम, ड्रग बूथ में चेतन टीम और मेडी-शेफ कुकिंग प्रतियोगिता में श्यामन्ता टीम विजेता रहीं। कार्यक्रम में शिक्षकों समेत 200 से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया। सांध्यकालीन प्रहर में डी जे के साथ सुरमय गीतों पर छात्रों ने नृत्य कर अपनी खुशियां साझा कीं।