प्रज्ञा 2023: ज्ञान और बुद्धि का उत्सव

रविवार दिल्ली नेटवर्क

प्रज्ञा 2023 ने एक विशेष आयोजन के दौरान ज्ञान के बीज बोए। भारत के पहले इस इंटरनेशनल फेस्टिवल का उद्देश्य लोगों के मन को जागृत करना, उनके शरीर को स्फूर्ति देना और उनकी सांसों में सामंजस्य बनाना था।

कार्यक्रम का उद्घाटन शिक्षा और स्थिरता और शून्य कार्बन के स्विचबोर्ड से रिचर्ड मैकडोनाल्ड, सौम्या खुराना, ब्रह्मकुमारी नई दिल्ली के प्रमुख रामा बहन और मनोज जैन और पंडितों ने समारोह का उद्घाटन अनुष्ठान किया।

विशेषज्ञों के पैनल में डॉ अशोक चोपड़ा, डॉ संजय सचदेवा, डॉ मंजरी और ब्रह्मकुमारी से रामा बहन, माइंड कोच वेदिशा कौशल, स्वामी लक्ष्मी नारायण जी, मेधा वर्मा और गिरीश कुलकर्णी शामिल थे। उन्होंने इस बात पर रोशनी डाली कि कैसे अपने शरीर, मन और सांसां के साथ रिश्ते को मजबूत बनाएं।

कार्यक्रम का आयोजन नई दिल्ली के ओपी जिंदल ऑडिटोरियम में किया गया। इस अवसर पर ‘प्रज्ञा इन स्विट्ज़रलैण्ड’ एवी प्रस्तुति और वृतचित्र फिल्म पेश की गई। जिसके बाद नाश्ते का प्रबंध था। आयोजन में वे सभी लोग एकजुट जुए जो अपने स्वास्थ्य एवं अपनी देखभाल को महत्व देते हैं। कई गणमान्य दिग्गज भी इसमें शामिल थे जैसे ऑन्टोलॉजिस्ट आशमीन मुंजाल, शमा सोनी, अर्चना अग्रवाल, एनी मुंजाल, रचना कोहली संधू, प्रीति घई, नीवा जैन, श्रीमती सीमा।

प्रज्ञा 2023 आत्म खोज,बुद्धि एवं समग्र कल्याण की यात्रा थी। लोगों ने इसे समर्थन दिया और बढ़चढ़ कर आयोजन में हिस्सा लिया।

प्रज्ञा के बारे में:

प्रज्ञा का विचार सौम्या खुराना का है, जो पहले से मौजूद ज्ञान और ज्ञान को साझा करने के लिए एक मंच बनाने के मिशन के साथ एक दूरदर्शी है। इसने पूर्व के शाश्वत ज्ञान और आधुनिक पश्चिमी ज्ञान को मिलाकर एक स्थायी भविष्य की दिशा में एकीकृत मार्ग प्रशस्त किया। परम पूज्य दलाई लामा के शब्दों, “पूर्व के प्राचीन ज्ञान को पश्चिम तक ले जाने के लिए” से प्रेरित होकर, प्रज्ञा ने लोगों को अपने, अपने शरीर, दिमाग और सांस के साथ अपने संबंधों को फिर से बनाने के लिए आमंत्रित किया। यह स्थायी यादें बनाते हुए वैज्ञानिकों, डॉक्टरों, चिकित्सकों और आध्यात्मिक गुरुओं के मार्गदर्शन में किया गया था।

तीन परिवर्तनकारी अध्ययनों के माध्यम से समग्र कल्याण का मार्ग खोजा गया:

  • मन: व्यक्तियों ने माइंडफुलनेस, ध्यान और संज्ञानात्मक प्रथाओं की शक्ति की खोज की। इस अध्ययन ने उन्हें स्पष्टता, भावनात्मक बुद्धिमत्ता और अपने विचारों और भावनाओं की गहरी समझ हासिल करने के लिए सशक्त बनाया।
  • शरीर: उन्होंने कल्याण के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण के साथ अपनी शारीरिक भलाई का पोषण किया।
  • सांस: अंत में, उन्होंने अपनी सांस के रहस्यों को खोल दिया।

सौम्या खुराना के बारे में:

साझा करना सौम्या के सहज स्वभाव में है। उन्होंने दिल्ली-एनसीआर और उसके आसपास जरूरतमंद समुदायों का लगातार समर्थन किया है। सौम्या खुराना साधकों को उन्नत आध्यात्मिक उपकरणों और विज्ञान से परिचित कराकर जीवन बदलने के लिए समर्पित हैं। वह अपने डिजाइनर कॉउचर ब्रांड ‘ITSOM’ और अपनी शादी और इवेंट फर्म ‘डी कोवेंट कंपनी’ का प्रबंधन करती हैं। वह एक समर्पित अध्यात्मवादी, मानवतावादी और एक सफल उद्यमी हैं।