संदीप ठाकुर
केंद्र सरकार अपने एक करोड़ से अधिक कर्मचारियों और पेंशनभोगियों काे
दिवाली से पहले बहुप्रतिक्षित आर्थिक तोहफा दिया है। केंद्रीय
मंत्रिमंडल ने उनके महंगाई भत्ते यानी डीए में चार परसेंट बढ़ोतरी को
मंजूरी दे दी है। बढ़े हुए भत्ते के बाद कर्मचारियों का डीए 42 से बढ़कर
46 प्रतिशत हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई
केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इससे जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
बढ़ा हुआ डीए एक जुलाई से लागू होगा। केंद्र सरकार साल में दो बार अपने
कर्मचारियों के डीए में बदलाव करती है। इससे पहले जनवरी से डीए में चार
फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी। साथ ही रेलवे के कर्मचारियों को 78 दिन का
परफॉरमेंस लिंक्ड बोनस देने का भी फैसला किया गया है। इस पर 1,969 करोड़
रुपये खर्च होंगे। इससे रेलवे के 11 लाख से अधिक कर्मचारियों को फायदा
होगा। कैबिनेट ने साथ ही रबी की छह फसलों का एमएसपी बढ़ाने का फैसला किया
है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसकी जानकारी एक संवाददाता सम्मेलन
में दी।
श्री ठाकुर ने बताया कि केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में यह बढ़ोतरी
सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप की गई है। इससे केंद्र सरकार के
48.67 लाख कर्मचारियों और 67.95 लाख पेंशनर्स को फायदा होगा। डीए में
बढ़ोतरी से सरकारी खजाने पर सालाना 12,857 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा।
यदि किसी कर्मचारी को हर महीने 18,000 रुपये बेसिक पे मिलती है तो अभी
उसका डीए 7,560 रुपये है। डीए में चार परसेंट बढ़ोतरी के बाद कर्मचारी का
महंगाई भत्ता 8,280 रुपये हो जाएगा। इसी तरह यदि किसी सरकारी कर्मचारी का
मूल वेतन 56,900 रुपये है तो अभी उसे हर महीने 23,898 रुपये डीए मिल रहा
है। डीए बढ़ने के बाद उसे हर महीने 26,174 रुपये मिलेंगे। यदि किसी
पेंशनर की मूल पेंशन 10,000 रुपये है तो उसका डीआर यानी महंगाई राहत
बढ़कर 4,200 रुपये से बढ़कर 4,600 रुपये हो जाएगी।
उधर किसानाें से जुड़े फैसले में रबी की छह फसलों का एमएसपी बढ़ा दिया
गया है। तिलहन और सरसों में 200 रुपये, मसूर के लिए 425 रुपये, गेहूं के
लिए 150 रुपये, जौ के लिए 115 रुपये, चने के लिए 105 रुपये और सनफ्लावर
के लिए भी 150 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है।