- देवभूमि के लिए आध्यात्मिक पर्यटन के “ब्रांड एम्बेसडर” साबित होते पीएम मोदी
सुनील तिवारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के सबसे लोकप्रिय राजनेता है. दुनिया के सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में भी उनका शुमार है. यही कारण है कि देश-दुनिया के लोग उनके हर एक मूवमेंट पर नजर रखते हैं. वे जिस भी स्थान की यात्रा करते हैं, वह स्थान स्वतः ही चर्चा में आ जाता है. अभी हाल ही में पीएम मोदी ने देवभूमि उत्तराखंड में स्थित आदि कैलाश, पार्वती कुंड एवं जागेश्वर धाम की यात्रा की. उनकी यात्रा के तुरंत बाद ही देश-दुनिया के लोग इन स्थानों की यात्रा को उत्सुक दिखने लगे. पीएम मोदी इससे पहले भी कई बार देवभूमि उत्तराखंड की आध्यात्मिक यात्रा कर चुके है. प्रधानमंत्री बनने के बाद से वे अब तक 6 बार श्री केदारनाथ धाम की यात्रा कर चुके हैं और 2 बार श्री बद्रीनाथ धाम की यात्रा की है. पीएम मोदी की यात्रा के बाद से देवभूमि उत्तराखंड के इन आध्यात्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की संख्या में कई गुना इजाफा हुआ है. यही कारण है कि इस बार उत्तराखंड के इन स्थलों की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक नया कीर्तिमान रच दिया है. उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार चारधाम ( केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री) की यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या ने 50 लाख का आंकड़ा पार किया है.
जून 2013 में केदारनाथ में आई भीषण आपदा ने चारधाम यात्रा को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया दिया था. आपदा के भीषण मंजर को देखकर लोगों में चारधाम यात्रा के प्रति भय व्याप्त हो गया था. ऐसी स्थिति में ये अनुमान लगा पाना मुश्किल था कि इतने कम समय में चारधाम यात्रा फिर से रफ़्तार पकड़ लेगी. आज आपदा के 10 साल बाद चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या का जो रिकॉर्ड कायम हुआ है, इसका बहुत सारा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जाता है. आपदा के बाद केदारपुरी को संवारने में पीएम मोदी का सबसे बड़ा योगदान है. उन्होंने दिव्य एवं भव्य केदारपुरी के पुनर्निर्माण का जो संकल्प लिया था, उसे भी बड़ी शिद्दत के साथ पूरा कर रहे है. वे अभी भी स्वयं ही समय-समय पर केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लेते रहते हैं. पीएम मोदी देवभूमि उत्तराखंड से विशेष लगाव रखते हैं और उन्होंने स्वयं कई बार केदारनाथ एवं बद्रीनाथ की यात्रा करके लोगों को सुरक्षित चारधाम यात्रा का सन्देश दिया. आज चारधाम के लिए ट्रिपल आर ( रोड, रेल एवं रोपवे) कनेक्टविटी पर कार्य किया जा रहा है. चारधाम आलवेदर रोड, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलमार्ग एवं गौरीकुंड-केदारनाथ रोपवे का कार्य प्रगति पर है. इन महत्वाकांक्षी परियोजनाओं का उद्देश्य चार धामधाम यात्रा को सुरक्षित, सरल एवं सुलभ बनाना है.
सीएम धामी ने पीएम मोदी का जताया आभार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा में इस बार रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के पहुँचने पर प्रसन्नता व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राज्य सरकार द्वारा पूर्व में की गई पुख्ता तैयारियों का ही परिणाम है कि अब तक 50 लाख से ज्यादा श्रद्धालु चारधामों के दर्शनों के लिए आ चुके हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि सुगम, सुरक्षित और निर्बाध यात्रा हेतु तमाम इंतजाम राज्य सरकार के स्तर से किए गए थे, जिसके परिणामस्वरूप आज यात्रा नए रिकॉर्ड कायम कर रही है. मुख्यमंत्री ने इस हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार प्रकट किया है. उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी स्वयं चारधाम यात्रा पर नियमित रूप से अपडेट लेते रहते हैं और उनके द्वारा अक्सर उत्तराखंड के धार्मिक स्थानों पर आना दर्शाता है कि उनका देवभूमि से कितना विशेष लगाव है. मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधामों में अब तक 50 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुँचे हैं जो कि अपने आप में रिकॉर्ड है.
धामी के नेतृत्व में चारधाम यात्रियों के लिए सुविधाओं की भरमार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तीर्थयात्रियों की सुविधाओं में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाए थे, जिसमें चारों धामों में श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण से लेकर दर्शन तक की अलग-अलग व्यवस्था शामिल है. यात्रा के लिए अधिक संख्या में उन्नत एम्बुलेंस उपलब्ध करना और डॉक्टरों की एक विशेष टीम का गठन, जिसके कारण श्रद्धांलुओं के लिए यात्रा बेहद सुविधाजनक रही। इसी क्रम में चार धाम तीर्थ स्थलों पर 50 हेल्थ ATM भी स्थापित किए गए जो तीर्थयात्रियों को टेली-मेडिसिन सेवाएं प्रदान कर रहा है.
केदारनाथ धाम पहुँचे सर्वाधिक यात्री
16 अक्टूबर 2023 तक चारधाम दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 50 लाख के पार पहुंच गयी है। यात्रा प्रारम्भ होने के बाद केदारनाथ धाम में लगभग 17 लाख 08 हजार, बदरीनाथ धाम में 15 लाख 90 हजार, गंगोत्री में 08 लाख 46 हजार, यमुनोत्री में 06 लाख 94 हजार से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन किये जा चुके हैं।
विगत तीन वर्षों में चारधाम यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या-
2021 5.18 लाख (कोविड से बाधित)
2022 46.27 लाख
2023 50.12लाख (16 अक्टूबर तक )