मैं थांसू दूर नहीं…. जोधपुर वासियों की अपणायत पर अत्यन्त भावुकता भरें शब्दों में व्यक्त किए उद्गार

गोपेंद्र नाथ भट्ट

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुछ समय पहले अपनी मातृभाषा राजस्थानी में प्रदेश वासियों से कहा था कि “मैं थांसू दूर नहीं… “ उन्होंने यह भी कहा था कि मैं अपने जीवन की अन्तिम साँस तक अपने प्रदेश और राजस्थान वासियों की सेवा करता रहूँगा। आपसे कभी दूर नहीं रहूँगा ।

कमोबेश इसी भावना से ओतप्रोत होते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रदेश के सघन चुनाव अभियान में उतरने से पहलें अपने मतदाताओं से हुए रुबरू होने अपने गृह नगर जोधपुर का दो दिन के दौरा किया।

गहलोत ने जोधपुर वासियों की अपणायत पर बोलते हुए अत्यन्त भावुकता भरें शब्दों में कहा कि, मैं भाग्यशाली हूं कि जिस तरह का प्रेम और आशीर्वाद मुझे 40 साल पहले मिला था, वही आशीर्वाद और प्रेम जोधपुर की जनता ने आज मुझे दिया है। प्रदेश के दौरे पर चुनावी प्रचार के दौरान मैंने ये महसूस किया है, इसके लिए मैं हमेशा की तरह पहलें जोधपुर आया हूँ और अपने विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं से मिलकर और उनका आशीर्वाद लेकर उनकी अनुमति ली हैं, ताकि मैं प्रदेश भर में निश्चिन्त होकर चुनाव प्रचार प्रसार कर सकूं…..।

गहलोत विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद अपने निर्वाचन क्षेत्र जोधपुर शहर के सरदारपुरा में पहली बार सघन जनसम्पर्क के लिए आयें थे।

गहलोत ने अपने इस जन सम्पर्क अभियान के दौरान अपने क्षेत्र के एक-एक व्यक्ति से आत्मीयता के साथ मुलाकात की और उनके अभाव अभियोग भी सुने। सीएम गहलोत से मिलने के लिए भारी उमंग के साथ उमड़ें जन सैलाब में लोग बहुत उत्साहित नजर आए और मुख्यमंत्री गहलोत ने भी उन्हें बिल्कुल निराश नही किया।

दशहरा के त्यौहार के दिन गहलोत ने सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र के मंडोर इलाके से अपने इस विशेष जनसंपर्क कार्यक्रम की शुरुआत की।इस दौरान मुख्यमंत्री ने मंडोर गेस्ट हाउस में कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और आम जनता के साथ ही समाज के प्रबुद्ध जनों से भी मुलाकात की। लोगों ने जगह जगह पुष्प मालाएँ भेंट कर उनका भावभीना स्वागत सत्कार किया ।

इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने असत्य पर सत्य की जीत के पर्व दशहरा की प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जिस तरह से राज्य सरकार ने हर वर्ग का ध्यान रखकर और गरीब को गणेश मानकर सेवा करने का काम किया है और जन कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं तथा कानून बनाकर प्रदेश की जनता को सोशल सिक्योरिटी देने का काम किया है, उससे समाज के सभी वर्गों को फायदा मिल रहा हैं। गहलोत ने बताया कि राज्य सरकार ने सभी जाति, धर्म, दलित, गरीब, किसान, युवा, हर वर्ग को ध्यान में रखकर लोकप्रिय योजनाएं बनाई है,जिनकी चर्चा आज सारे देश में हों रही हैं।

इसके पहले गहलोत ने अपने आधिकारिक एक्स ( ट्विटर ) अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा कि, ‘सत्य, धर्म एवं नैतिकता की विजय के महोत्सव विजयादशमी की आप सभी को हार्दिक मंगलकामनाएं….मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम इस दिव्य पर्व पर राजस्थानवासियों के जीवन को शुभता, प्रसन्नता और संपन्नता से संपूरित करें।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हर चुनाव में जोधपुर के अपने विधानसभा क्षेत्र सरदारपुरा के मतदाताओं से मिलकर और उनका आशीर्वाद तथा उनकी अनुमति लेकर ही प्रदेश में सघन चुनाव प्रचार के लिए निकलते है । इस दौरान वे अपना नामांकन पत्र भरने के लिए और एक दौ बार ही वापस अपने निर्वाचन क्षेत्र में आते है तथा उनके चुनाव प्रबन्धन के सारे कार्य उनके अपने कार्यकर्ता ही देखते है।

मुख्य मंत्री गहलोत सरदारपुरा से वर्ष 1999 से लगातार पाँच बार चुनाव विधान सभा का चुनाव जीतते आ रहें है।

गहलोत के इस अभेद्य गढ़ में सेंध लगाने के लिए भाजपा हर बार नए नए प्रयोग करती आई है लेकिन उन्हें इसमें अब तक कोई सफलता नही मिली है।

राजस्थान की राजधानी जयपुर के बाद प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े ऐतिहासिक शहर जोधपुर के नुमाइंदे रहते हुए अशोक गहलोत का जोधपुर को देश के प्रमुख शहरों से रेल सेवाओं जोड़ने ब्रॉड गेज रेल लाइनों का विस्तार कराने, हवाई सेवाएँ शुरू कराने तथा देश की लगभग सभी प्रमुख संस्थाओं एम्स आई आई टी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी,जोधपुर राष्ट्रीय यूनिवर्सिटी, फुटवियर डिजाइन एवं विकास संस्थान, राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान ( निफ्ट ) सहित कई अन्य केन्द्रीय एवं प्रादेशिक संस्थानों की स्थापना कराने में विशेष योगदान रहा है। जिसके कारण जोधपुर के आम खास लोगों में गहलोत बहुत लोकप्रिय हैं।

उल्लेखनीय है कि विद्यार्थी जीवन से ही राजनीति और समाजसेवा में सक्रिय रहे गहलोत जोधपुर जिला शहर काँग्रेस एवं राजस्‍थान एनएसयूआई के अध्‍यक्ष और प्रदेश के काँग्रेस महासचिव रहे।

गहलोत पाँच बार लोकसभा सांसद ,प्रधान मंत्री इन्दिरा गाँधी , राजीव गाँधी और पी वी नरसिम्हा राव के मंत्रिपरिषद में तीन बार केन्‍द्रीय मंत्री रहने के साथ ही गहलोत को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में महासचिव और संगठन मंत्री तथा तीन बार राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्‍यक्ष रहने का गौरव भी प्राप्‍त हुआ। वे राजस्‍थान सरकार में गृह तथा जन स्‍वास्‍थ्‍य अभियात्रिकी विभाग के मंत्री भी रहे तथा लगातार पाँच बार विधायक रहते हुए तीन बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने है।