- कला व संस्कृति को बढ़ावा देने हेतु दृढ संकल्पित डॉ राजेश्वर सिंह,
- सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रोत्साहित व रामलीला मैदान के सौन्दर्यीकरण हेतु डॉ. राजेश्वर सिंह ने की विभिन्न स्थानों पर विधायक निधि से प्रदान किये 10-10 लाख रुपये
- डॉ. राजेश्वर सिंह ने सरोजनीनगर की जनता के साथ मनाया दशहरा, कहा— सनातन संस्कृति और सामाजिक समरसता के अद्वितीय प्रतीक हैं श्रीराम
- डॉ. राजेश्वर सिंह ने किया जातिवाद, भ्रष्टाचार व आतंकवाद रुपी रावण का संहार कर भारत को विश्वगुरू बनाने का आवाहन
रविवार दिल्ली नेटवर्क
लखनऊ : पूरे देश में मंगलवार को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक पर्व दशहरा धूमधाम से मनाया गया। राजधानी लखनऊ सहित यूपी के अलग-अलग जिलों में रावण दहन किया गया। सरोजनीनगर में भी पूरे हर्षोल्लास के साथ यह त्योहार मनाया गया। कई जगहों पर दशहरा मेला, झांकी व रामलीला का आयोजन किया गया। डॉ. राजेश्वर सिंह ने भी अपने विधानसभा में क्षेत्रीय जनता के साथ दशहरा मनाया तथा लोगों से जातिवाद, भ्रष्टाचार व आतंकवाद रुपी रावण का संहार कर प्रभु श्रीराम के आदर्शों-गुणों को आत्मसात करने का आवाहन किया।
डॉ. राजेश्वर सिंह ने एलडीए कॉलोनी, हिंदनगर स्थित जय जगत पार्क में श्रीराम चंद्र सांस्कृतिक कला एवं सामाजिक सेवा समिति द्वारा आयोजित झांकी, रावण दहन एवं दशहरा मेले में हिस्सा लिया। हिंदनगर, सेक्टर-एफ स्थित रामलीला मैदान में श्री रामलीला एवं दशहरा कमेटी द्वारा आयोजित रामलीला एवं दशहरा मेले में पहुंच प्रभु श्रीराम के आदर्श चरित्र के सजीव चित्रण का अनुभव किया। इस दौरान समिति की आवश्यकताओं व संसाधनों हेतु विधायक निधि से पूर्व में दिए गए 5 लाख रुपये को बढ़ाकर 10 लाख रुपये करने हेतु आश्वस्त किया। साथ ही उन्होंने प्रभु राम पर आधारित प्रश्नोत्तर में उत्तीर्ण 3 छात्रों को सम्मानित भी किया। इसके बाद विधायक ने एलडीए कॉलोनी, सेक्टर-एच स्थित गुलमोहर पार्क में संस्कार चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित रामलीला एवं रावण दहन कार्यक्रम में पहुंचकर क्षेत्रवासियों को विजयदशमी की शुभकामनाएं दीं। यहां उन्होंने रामलीला कमेटी की समस्याओं के निराकरण तथा रामलीला मैदान में समुचित व्यवस्थाओं के लिए विधायक निधि से 10 लाख रुपये देने की घोषणा की।
सरोजनीनगर विधायक ने तेलीबाग, निकट विनायिकी तालाब स्थित सामुदायिक पार्क में आयोजित रामलीला का मंचन देखा तथा कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। यहां उन्होंने राष्ट्रीय हित को समर्पित पर्वतीय समाज, कुमाऊं रेजीमेंट तथा गढ़वाल रेजीमेंट के अतुलनीय शौर्य और साहस की प्रशंसा करते हुए उनका अभिनंदन किया। साथ ही सामुदायिक पार्क में मंच के निर्माण एवं पार्क सौंदर्यीकरण हेतु विधायक निधि से ₹10 लाख रुपये प्रदान का आश्वासन दिया। अंत में शहीद पथ स्थित सुशांत गोल्फ सिटी में सुशांत गोल्फ सिटी अंसल एपीआई रेजिडेंट्स सांस्कृतिक समिति द्वारा आयोजित सार्वजनिक-सांस्कृतिक एवं रावण दहन कार्यक्रम में डॉ. राजेश्वर सिंह ने सहभागिता की।
इस दौरान जनता को संबोधित करते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि विजयादशमी का पर्व हमें अधर्म पर धर्म, असत्य पर सत्य, अन्याय पर न्याय, अज्ञानता पर ज्ञान तथा अत्याचार पर सदाचार की विजय की प्रेरणा देता है। त्रेता युग में तो केवल एक ही रावण था लेकिन कलियुग में कई रावण है। हमें भ्रष्टाचार, जातिवाद, धर्मवाद और आतंकवाद रुपी रावण को संहार कर भारत को आर्थिक, राजनैतिक व सामाजिक महाशक्ति बनाना है। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम सनातन संस्कृति और सामाजिक समरसता के अद्वितीय प्रतीक हैं, उन्होंने शबरी के जूठे बेर खाए थे, निषाद राज को गले लगाया था, उनका आदर्श चरित्र व जीवन अनुकरणीय और प्रेरणाप्रद है।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि हम सभी को, चित्त का हरण करने वाले, अज्ञानता, काम, क्रोध, अहंकार व ईर्ष्या रूपी आधुनिक रावण के समूल नाश का संकल्प लेना है तथा प्रभु श्रीराम के दिखाए मार्ग पर चलना है। हम भाग्यशाली है कि हमारे सामने ही भव्य राम मंदिर के निर्माण हो रहा हैं। हमारे पूर्वजों की वर्षों की तपस्या के सुखद परिणाम हैं। अगले वर्ष हम सभी अयोध्या चलकर विजयादशमी मनाएंगें। हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चलते हुए उनके संकल्पों के अनुरूप भारत को विश्वगुरू के रूप में स्थापित करने का प्रण लेना है।
इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम दिखाई दिया। रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतला दहन के दौरान पटाखों की गूंज से पूरा वातावरण भर गया। लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए। सभी आयोजनों में व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए थे।