- रोहित भाई ने बढिय़ा खेली, जीत गेंदबाजी इकाई के रूप में बढिय़ा प्रदर्शन से मिली
- मेरा खुद का फोकस अपनी टीम को जिताने पर रहता है
- बटलर को भी बाबर को फेंकी एक सी गेंद पर आउट करने में मजा आया
- जूझती इंग्लैंड पर जीत मुश्किल नहीं लेकिन अच्छी थी
- मैं अपनी बल्लेबाजी पर भी अब मेहनत कर रहा हूं
सत्येन्द्र पाल सिंह
लखनउ : भारत के बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव ने अपनी टीम की मौजूदा चैंपियन बराबर जूझ रही इंग्लैंड पर यहां रविवार देर रात आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप 2023 में इंग्लैंड पर 100 रन से जीत के बाद कहा यह जीत मुश्किल नहीं थी लेकिन अच्छी थी। कुलदीप यादव ने कहा, ‘जब मौजूदा चैंपियन इंग्लैंड ने हमें पहले बल्लेबाजी की दावत देकर 229 पर रोक दिया तो हमारी योजना शुरू में उसके जल्द विकेट चटकाने की थी। जब एक बार जस्सी (बुमराह) भाई और मोहम्मद शमी ने इंग्लैंड ने बेहतरीन गेंदबाजी कर पॉवर प्ले में दो दो विकेट चटका उसके शुरू के चार विकेट मात्र 40 रन पर निकाल दिए तो बतौर स्पिनर मेरा और रवींद्र जडेजा काम आसान हो गया। मेरा फोकस हमेशा गेंद से बढिय़ा प्रदर्शन कर भारतीय टीम को जिताने पर रहता है। जब हमने शुरू में बल्लेबाजी की तो तब बल्लेबाजी के लिए पिच मुुश्किल थी और इस पर हमारे कप्तान रोहित शर्मा ने 87 रन की बेहतरीन पारी खेली। फिर इंग्लैंड पर यह जस्सी भाइ, शमी भाई सहित हमने गेंदबाजी इकाई के रूप में बढिय़ा प्रदर्शन से मिली। जस्सी और शमी भाई का बतौर तेज गेंदबाज स्किल सेट यानी कौशल एकदम अलग है और उससे पार पाना दुनिया भर के लिए बल्लेबाजों के मुश्किल होता है। इंग्लैंड पर जीत के बाद हमारा फोकस अपनी जीत का सिलसिला कायम रखने के बाद अपने बाकी सभी बाकी तीनों लीग मैच जीतने पर है। मेरा फोकस बतौर गेंदबाज हमेशा टीम को जिताने पर रहता है। मैं यहां की पिच के मिजाज से वाकिफ था और इसलिए मुझे यहां कुछ आसानी हुई। हमारी कोशिश इंग्लैंड से 2019 के संस्करण में मिली हार का हिसाब चुकाने की बजाय यहां उसके खिलाफ जीत के साथ अपना विजयक्रम जारी रखने की थी और हमारी टीम इसमें सफल रही। जहां तक मेरे रविवार को इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर और 2019 में पाकिस्तान के खिलाफ बाबर आजम को लगभग एक सी गेंद पर आउट करने की बात है तो मैं कहूंगा कि मुझे दोनों को आउट करने में मजा आया क्योंकि मैं इन दोनों के विकेट लेकर अपनी टीम को इनके खिलाफ जिताने में कामयाब रहा।’
उन्होंने कहा, ‘बेशक हमने इस विश्व कप में रविवार को पहले बल्लेबाजी की लेकिन हम इसके लिए तैयारी हैं। हमने इस साल ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और बांग्लादेश जैसे देशों के खिलाफ द्विपक्षीय वन डे सीरीज के खेल कर खुद को इस वन डे विश्व कप के लिए तैयार किया। इन सीरीज में हमने पहले बल्लेबाजी करते भी मैच जीते। जब पहले बल्लेबाजी की दावत मिले टीम 300 रन का मजबूत स्कोर बनाती तो अच्छा होता लेकिन यहां जिस तरह पिच थी उस पर हमारा 229 रन का स्कोर अच्छा था। मैं अब अपनी बल्लेबाजी पर खासी मेहनत कर रहा हूं। नेटस पर मैं अपनी बल्लेबाजी को बेहतर करने के लिए पूरी शिद्दत से अभ्यास करता हूं। मेरा मानना है कि इंग्लैंड के खिलाफ कम स्कोर वाले मैच में आप बल्ले से 15-20 रन का योगदान कर पाए तो वह खासा उपयोगी होता जैसा मेरी जस्सी भाई के साथ 20 से अधिक रन की भागीदारी में हुआ।’
कुलदीप कहते हैं, ‘जहां तक इंग्लैंड के इस विश्व कप में संघर्ष करने और इस बार उसके खिलाफ हमारी जीत की बात है तो मैं कहूंगा कि उसकी टीम यहां हमारे भारत की पिचों से तालमेल नहीं बैठा रही और इसीलिए जूझ रही है। 2019 में इंग्लैंड से उसके लिए चिर परिचित स्थितियों में हारे थे । इस बार हमें अपने मुताबिक स्थितियां मिली और जीत हमारे हक में रही। आप ये देखिए कि इंग्लैंड की टीम खासी अनुभवी है और लंबे समय से साथ खेल रही है लेकिन यहां स्थितियों से तालमेल नहीं बैठा पाई।’
हार्दिक की फिटनेस की बाबत जल्द मालूम पड़ जाएगा : म्हाम्ब्रे
भारत के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने इंग्लैंड के खिलाफ जीत में अपने गेंदबाजों तेज जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज के प्रदर्शन से खुश हैं। भारत 2 अक्टूबर को मुंबई में श्रीलंका से और 5 नवंबर को कोलकाता में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘ हमारे गेंदबाजों ने स्थितियों का बेहतर इस्तेमाल किया और इंग्लैंड के खिलाफ जीत के साथ अपने विजयक्रम को आगे बढ़ाने में कामयाब रहे। जहां तक इंग्लैंड के निराशाजनक प्रदर्शन की बात है तो वे एक ही अंदाज में खेल कर कामयाब होना चाहिए लेकिन विश्व कप जैसे बड़े मंच पर आपके लिए बतौर बल्लेबाज और गेंदबाज पिच और मैच की स्थिति के मुताबिक उससे तालमेल बैठाना जरूरी ह। किसी भी टीम के लिए विश्व कप जैसे बड़े मंच पर कामयाबी के लिए रणनीति को मैदान पर अमला जामा पहनाना जरूरी होता है। में अपने गेंदबाजों की तारीफ करूंगा कि वह स्थितियों से तालमेल बैठा का बढिय़ा प्रदर्शन करने में सफल रहे। हमारे गेंदबाजों की कामयाबी में उनकी खुद की कामयाबी के लिए पूरे सपोर्ट स्टाफ का योगदान है। फिटनेस टखने की चोट से फिट होने के लिए जूझने वाले हार्दिक पांडया एनसीसी में हैं और मेडिकल टीम उनके संपर्क में है और उनकी स्थिति पर निगाह रख रही है। हमें उनकी फिटनेस की बाबत जल्द मालूम पड़ जाएगा। हम उनके फिटनेस की बाबत जल्द मालूम पड़ जाएगा।