- हमारे गेंदबाजी आक्रमण में विविधता है और अच्छा संतुलन है
सत्येन्द्र पाल सिंह
लखनउ : मैन ऑफ द मैच रहे भारत के कप्तान सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने यहां इंग्लैंड के खिलाफ मुश्किल पिच पर शुरू से ही जवाबी हमला बोलने के अंदाज में 87 रन की पारी खेल कर अपने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के साथ भरोसेमंद लेग स्पिनर कुलदीप यादव के साथ मिलकर अपनी टीम को रविवार को आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप के मैच में 100 रन से जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा की।
भारत की इंग्लैंड पर जीत के बाद रोहित शर्मा ने कहा, ‘इंग्लैंड के खिलाफ मैच में हमारी टीम अपना जीवट और चरित्र दिखाया। इस विश्व कप पर निगाह डाले तो हमने शुरू के पांच मैचों में बाद में बल्लेबाजी करने के पास यहां रविवार को अपने छठे मैच में हमें पहली बाद पहले बल्लेबाजी करने को मिली और यहां हमारे सामने चुनौती थी। हम जानते थे कि पिच में गेंदबाजों के लिए कुछ मदद है। हमारे पास खासे अनुभवी गेंदबाज हैं और हम इसीलिए अच्छा सम्मानजक स्कोर खड़ा करना चाहते थे। हमने बल्ले से बढिय़ा प्रदर्शन नहीं किया और पहले ही पॉवरप्ले में हमने तीन विकेट गंवा दिए। ऐसे में हमें एक बड़ी भागीदारी करने की जरूरत थी वह तो हमने जरूर की लेकिन इसके बाद हमने मुझ सहित जल्दी जल्दी विकेट गंवाए। इस पूरे स्थिति पर नजर डालने पर पाया कि हमने 30 रन कम बनाए। मैं अपने सभी सीनियर खिलाडिय़ों की तारीफ करूंगा कि उन्होंने सही वक्त पर आगे आ बढिय़ा प्रदर्शन कर जीत दिलाई। खासतौर में मैं अपने अनुभवी गेंदबाजों की तारीफ करना चाहूंगा। आप रोज रोज इतने कम स्कोर का बचाव नहीं करते। हमारे अनुभवी सीम गेंदबाजों ने स्थितियों का लाभ उठाया और गेंद को स्विंग कराया ही गेंद को देर से मूव भी कराया। मैं यह जरूर कहना चाहूंगा कि हमारे गेंदबाजी आक्रमण में विविधता है और अच्छा संतुलन भी है। हमारे पास कुछेक अच्छे तेज सीमर और स्पिनर हैं। जब आपके पास ऐसा बढिय़ा गेंदबाजी आक्रमण होता तो बल्लेबाज के आपके बल्लेबाजों के लिए एक अच्छा स्कोर बनाना जरूरी होता। जब आप अच्छा स्कोर बनाएगे तभी आपके गेंदबाज अपना गशंदबाजी कौशल दिखा सकें।’
मैं बहुत निराश हू : बटलर
इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने कहा, ‘मैं बहुत निराश हूं। जीत के लिए 230 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए अधबीच हमें कुछ उम्मीद थी। हमारी टीम ने पुरानी कहानी दोहराई। मैं ओस को लेकर आश्वस्त नहीं था । जहां जल्द विकेट गिरने के बाद दबाव को सोख कर खेलने की बात है तो कहूंगा कि इसे आप एक सिक्के दो पहलुओं की तरह दे सकते है। हमारे गेंदबाजों ने पॉवरप्ले में बेहताीन गेंदबाजी और उन्हें पिच से कुछ मूवमेंट भी मिला, ही हमारी मैदानी फील्डिंग भी बढिय़ा रहे। हम अच्छी बल्लेबाजी नहीं की।