समाज के अमूल्य रत्नों का भंडार है – राजस्थान रत्नाकर

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

राजस्थान की बहुरंगी संस्कृति को संजो कर उसे सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों तथा समाज सेवा के ज़रिये अनवरत आगे बढ़ाने के काम में जुटी संस्था का नाम है -राजस्थान रत्नाकर ।

अपने स्वर्ण जयन्ती वर्ष में प्रवेश कर चुकी यह संस्था सन 1974 में छोटे से स्वरुप में समाज के कुछ प्रतिष्ठित व्यक्तियों दिवंगत श्री सत्यनारायण तुलसियान,दिवंगत श्री दुर्गादत्त गोस्वामी, दिवंगत श्री श्याम सुन्दर अचारवाले, दिवंगत गणेशदत्त होलानी,दिवंगत गौरी शंकर होलानी तथा श्री रामगोपाल सराफ व वर्तमान में भी सक्रिय श्री ओमप्रकाश बागला,श्री रमेश जेना के प्रयासों से अस्तित्व में आई यह संस्था आज एक पौधे से वटवृक्ष का रूप धारण कर देश की राजधानी नई दिल्ली में समाज सेवा को समर्पित संस्था के रूप में अपना विशेष स्थान की हैसियत रखती है।

संस्था के अपूर्व विकास में गुजरात के पूर्व राज्यपाल एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत श्री नवल किशोर शर्मा के साथ ही सुप्रसिद्ध विधिवेत्ता दिवंगत डॉ. लक्ष्मी मल्ल सिंघवीं का संस्था की स्थापना से लेकर अपने जीवन पर्यन्त अभूतपूर्व योगदान रहा हैं। राजस्थान रत्नाकर के चेयरमैन श्री राजेंद्र गुप्ता इस संस्था के प्रमुख आधार स्तम्भ है । श्री गुप्ता जो कि पहले करीब 20 वर्षो तक संस्था के प्रधान रहे और अब पिछले 26 वर्षो से लगातार संस्था के चेयरमैन के रूप में समाज के सभी रत्नों को एक माला में पिरोये रख नए कीर्तिमान स्थापित करने में सफलता प्राप्त कर रहे है ।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की प्रमुख समाजसेवी संस्था राजस्थान रत्नाकर पिछले 50 वर्षों से समाज सेवा के साथ ही साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं रचनात्मक गतिविधियॉ में सक्रियता के साथ काम करने वाली अग्रणी संस्था है। इस स्वयंसेवी एवं पंजीकृत संस्था के वर्तमान में करीब 1500 आजीवन सक्रिय सदस्य हैं। संस्था द्वारा राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में अनेक प्रकार की गतिविधियां संचालित की जाती है। साहित्य के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए संस्था द्वारा साहित्यकारों को पुरस्कार स्वरुप अवार्ड प्रदान किये जाते हैं। विशेष कर राजस्थानी भाषा से जुड़े साहित्यकारों एवं गीतकारों को उनकी मौलिक रचनाओं के लिए नगद पुरष्कार से सम्मानित किया जाता है।

इसके अलावा शिक्षा, चिकित्सा, प्रशासनिक क्षेत्र, पत्रकारिता एवं मीडिया से सम्बद्ध पत्रकारों , महिला लेखकों,महिला सशक्तिकरण, महिलाओं के उत्थान एवं कल्याण के लिए काम करने वालो और विभिन्न खेलो से जुड़े खिलाडियों के साथ ही अन्य विभिन्न क्षेत्रो उद्योग एवं व्यवसाय में कार्य करने वाले समाजसेवियोँ को भी उनकी उत्त्कृष्ठ सेवाओं के लिए अवार्ड,प्रमाण पत्र, स्मृति चिन्ह आदि प्रदान कर और नगद पुरस्कारों से सम्मान्नित किया जाता है। संस्था अपने सदस्यों को भी उनके उत्कृष्ट कार्यो के लिए रत्नाकर रत्न , रत्नाकर श्री एवं रत्नाकर शक्ति आदि उपाधियों से सम्मानित करती हैं ।

संस्था द्वारा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के विद्यालयों में पढ़ने वाले 2000 निर्धन एवं मेघावी छात्रों को दो हज़ार रु. प्रति छात्र छात्रवृतियां, एवं ज़रूरतमंद विधार्धियो को निहायत किफायती दरों पर 200 ,000 कॉपियां एवं पाठय पुस्तके और अन्य सहयोग प्रदान किया जाता हैं। इसी प्रकार दिल्ली और आसपास चिकिसा शिविरों के आयोजन के साथ ही दिल्ली के निगमबोध घाट शवदाह गृह को एक वातानुकूलित वाहन देने के साथ ही विभिन्न अस्पतालों को एम्बुलेंस आदि उपलब्ध करवाने जैसी सेवाएं प्रदानकरने जैसे समाज सेवा के काम कर रही है।

राष्ट्रीय आपदाओं जैसे सूखा, बाढ़, सुनामी ,भूकंप आदि विपदाओं के समय राजस्थान, महाराष्ट्र ,गुजरात,जम्मू व् कश्मीर आदि प्रदेशो के पीड़ितों की सेवा के लिए आगे आकर संस्था हमेशा अपने मदद के हाथ बटाती रही है। सीमाओं पर देश की सेवा करने वाले जांबाज सिपाहियों की मदद करने में भी संस्था कभी पीछे नहीं रहती। कारगिल युद्ध के पीड़ितों की सहायता के लिए भी संस्था ने आगे आकर अपना योगदान प्रदान किया। साथ ही नेपाल त्रासदी के भूकंप पीड़ितों को भी दिल खोल कर सहयोग किया । इसके अलावा समय समय देश के सामने आये आसन्न खतरों के समय संस्था ने आगे बढ़ कर प्रधानमंत्री राहत कोष,मुख्यमंत्री राहत कोष आदि में चेक प्रदान किये गए है। अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमो में भी संस्था बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेती रही है।

संस्था द्वारा वर्ष पर्यन्त कई कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। जिनमे सबसे प्रमुख है दिवाली मिलन का अति भव्य आयोजन। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का सबसे बड़े माने जाने वाले दिवाली मिलन मेला का यह आयोजन स्वच्छ्ता का अनूठा नमूना प्रस्तुत करता है। इस मौके पर भव्य सजावट, रौशनी, सांस्कृतिक आयोजन, स्वादिष्ट व्यंजन, बेजोड़ बाजार, विभिन्न झाकियां आदि कार्यक्रम दिल्लीवासियों का दिल जीत जाते है। इस मौके पर विशिष्ठ लोगों को संस्था की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया जाता है। दिवाली मिलन के अलावा संस्था द्वारा होली मंगल मिलन, श्रावण तीज उत्सव,गणगौर, नूतन वर्ष मिलन, सामूहिक पिकनिक, क्रिकेट मैच,सांसद सम्मान समारोह, कवि सम्मेलन, देश व विदेश के भ्रमण,प्रबंध कार्यकारणी की बैठकों में विषय विशेषज्ञ के व्याख्यान आदि अनेक आयोजन किये जाते हैं।

संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रमो में देश के महामहिम राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्रीगण, राज्यों के राज्यपाल ,उप राज्यपाल व मुख्यमंत्री और अन्य कई विशिष्ट लोग भाग लेते रहे हैं। इस कड़ी में पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत श्री शंकरदयाल शर्मा ,दिवंगत श्री ज्ञानी ज़ैल सिंह,दिवंगत श्री के. आर.नारायण,पूर्व उप राष्ट्रपति दिवंगत श्री बी. डी. जत्ती एवं दिवंगत श्री भैरों सिंह शेखावत के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत श्री राजीव गाँधी , दिवंगत श्री चंद्र शेखर, दिवंगत श्री अटल बिहारी वाजपेयी तथा श्री एच .डी. देवेगौड़ा के साथ ही पूर्व राज्यपाल दिवंगत श्री नवल किशोर शर्मा एवं राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत आदि के नाम प्रमुख हैं I फिल्म जगत कि प्रमुख हस्तियों दिवंगत श्री राजकपूर, दिवंगत श्री राजेश खन्ना आदि अनेक सिनेमा के अभिनेताओं एवं अभिनेत्रियों ने भी समय – समय पर संस्था के कार्यक्रमों की शोभा बढ़ाई हैं I संस्था के संरक्षकों प्रसिद्ध उद्योगपति एवं इंडो रामा इंडस्ट्रीज के चैयरमेन श्री मोहन लाल लोहिया ,राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत, केंद्रीय राज्य मंत्री श्री विजय गोयल एवं श्री पी.पी.चौधरी ,पद्मश्री एवं सुविख्यात कवि श्री सुरेंद्र शर्मा , पद्मश्री श्रीमती शीला झुनझुनवाला , श्रीमती कमला सिंघवीं ,श्री विष्णु हरि डालमिया ,श्री मंगतराम सिंघल, श्री ब्रज किशोर शर्मा, श्री सतपाल गुप्ता, श्री पदम् चंद्र गर्ग, श्री सुरेंद्र कुमार जिंदल, श्री अजय कुमार गुप्ता, श्री पियूष कुमार गुप्ता, श्री विजय गुप्ता, श्री वी. डी.अग्रवाल, श्री सुभाष गोयल, श्री वीरेंदर कुमार अग्रवाल, श्री गोविन्द अग्रवाल, श्री राजेश अग्रवाल, श्री अमित गुप्ता, श्री नरेश चंद्र जैन, श्री अमित पोद्दार, श्री अनिल कुमार बंसल, सुरेंद्र प्रकाश गुप्ता आदि का सक्रिय सहयोग एवं मार्गदर्शन संस्था को मिला हैं I

राजस्थान रत्नाकर की यह बहुत ही बड़ी खूबी हैं कि चेयरमैन श्री राजेंद्र गुप्ता के कुशल नेतृत्व में संस्था के सभी पूर्व प्रधान श्री श्याम सुन्दर गुप्ता ,श्री देवेंद्र कुमार गुप्ता, श्री राम अवतार शाह, श्री राजकुमार तुलस्यान श्री सुभाष चंद्र शोरेवाला ,श्री अशोक डालमिया, श्री बी.आर. गर्ग, श्री सुरेश चंद्र पोद्दार, श्री पुष्पेंद्र गोयल, श्री रतन पोद्दार और निवर्तमान प्रधान रमेश कानोडिया सभी एक जुट होकर संस्था की प्रबंध कार्यकारिणी , विशेष आमंत्रित सदस्यों ,सलाहकार सदस्यों तथा महिला एवं युवा समिति के साथ ही अन्य विभिन्न समितियों के सक्रिय सहयोग के साथ एक टीम भावना के साथ संस्था के सभी रचनात्मक कार्यो में बखूबी ढंग से अपना योगदान दे रहे हैं I

संस्था के वर्तमान प्रधान श्री शंकर जयपुरिया बहुत ही ऊर्जावान, लगनशील, सशक्त वक्ता एवं अपूर्व प्रतिभा के धनी हैं I उनके नेतृत्व में चुनी गई कर्यकारिणी पदाधिकारियों में उप प्रधान श्री ललित पोद्दार एवं श्री अरविन्द गुप्ता, महामंत्री श्री सुमित गुप्ता, कोषाध्यक्ष श्रीप्रवीण जालान, मंत्री श्री मुकेश गुप्ता एवं उपमंत्री श्री अमित गोयल की टीम मुस्तैदी के साथ संस्था की गौरवमयी परम्पराओं को आगे बढ़ाने के लिए कार्य कर रही हैं I

दिल्ली का सबसे बड़ा दिवाली मिलन

दिल्ली की प्रमुख समाजसेवी संस्था राजस्थान रत्नाकर द्वारा शनिवार-रविवार 4 एवं 5 नवम्बर को नई दिल्ली के पीतमपुरा में नेताजी सुभाष प्लेस मैट्रो स्टेशन और टी.वी. टावर के पास दो दिवसीय भव्य दिवाली मिलन-2023 का आयोजन किया जा रहा है । राजस्थान रत्नाकर के चेयरमेन राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि संस्था के स्वर्ण-जयंती वर्ष में इस बार यह दीवाली मिलन उत्सव और भी खास और अनूठा होगा। यह मेला स्वच्छता की मिसाल है। पूरे मेला परिसर को वाल-टू वाल कार्पेट से कवर कर धूल व गर्दा रहित बनाया जा रहा है। हर बार की तरह इस बार भी राजनैतिक, सामाजिक, धार्मिक, प्रशासनिक आदि क्षेत्रों से जुडी जानी-मानी हस्तियां इस उत्सव में भाग लेंगी। इस वर्ष का प्रमुख आकर्षण चंदा मामा से चन्द्रयान तक थीम पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ का आयोजन होगा। इस आयोजन में राजस्थान रत्नाकर के चेयरमैन राजेंद्र गुप्ता, संस्थापक ओ. पी. बागला, प्रधान शंकर जयपुरिया, उप-प्रधान ललित पोद्दार, अरविंद गुप्ता, महामंत्री सुमित गुप्ता, कोषाध्यक्ष प्रवीण जालान, मंत्री मुकेश गुप्ता, उप-मंत्री अमित गोयल, निवर्तमान प्रधान रमेश कानोडिय़ा सहित सभीसह संयोजक बी.आर. गर्ग, सुशील गुप्ता, राकेश मोहन कसेरा, रतन पोद्दार, के.बी. हरलालका एवं अजय अग्रवाल को संयोजक तथा सतीश कुमार जिंदल, विपिन भगेरिया, अरविंद चौधरी, अनिल गुप्ता, सुशील बंसल एवं तरुण गुप्ता अन्य पदाधिकारी एवं सदस्य गण पूरे मनोयोग से जुटे हुए हैं।