- द. अफ्रीका के सामने भारत के विजयरथ को रोकने की मुश्किल चुनौती
- भारत -द अफ्रीका के बीच बेहद रोचक और रोमांचक मुकाबले की उम्मीद
- विराट अपने जन्म दिन पर शतक जड़ सचिन की बराबरी को बेताब
- क्विंटन,दुसों,मरक्रम व क्लासेन का भारत के शमी,बुमराह व सिराज के खिलाफ इम्तिहान
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : रोहित शर्मा की अगुआई में विजयरथ पर सवार अपने शुरू के सभी सातों मैच जीत सबसे पहले आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप 2023 के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले भारत के सामने अब कोलकाता के ईडन गार्डन मैदान पर दूसरे स्थान पर चल रही दक्षिण अफ्रीका को हरा कर शीर्ष पर बने रहने की चुनौती होगी। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रविवार का बेहद रोचक और रोमांचक मुकाबले की उम्मीद है। मौसम एकदम साफ रहने का अनुमान है। भारत ही नहीं दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें रविवार को उसके दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच पर लगी हैं। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पिछले तीन मैच से शीर्ष पर बने रहने के लिए रोचक संघर्ष चल रहा है कभी कोई आगे , कभी कोई पीछे। भारत सात मैचों में सात जीत के साथ 14अंकों के साथ शीर्ष पर है। वहीं दक्षिण अफ्रीका की टीम अब तक सात मैचों में नीदरलैंड के हाथों धर्मशाला में एकमात्र हार और छह जीत के साथ कुल 12 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है। दक्षिण अफ्रीका का नेट रन नेट जरूर भारत से उपर है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रविवार को मैच का नतीजा बहुत हद तक तय कर देगा कि दोनों में कौन सी टीम राउंड रॉबिन लीग की समाप्ति पर शीर्ष पर रहेगी। भारत का ध्यान दक्षिण अफ्रीका की अपने से बेहतर नेट रन रेट की बजाय उसके खिलाफ भी जीत के साथ शीर्ष पर बने रहेगा।
भारत ने 2015 के संस्करण में अपने सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के और 2019 में अब कप्तान रोहित शर्मा के शतकों के सहारे दक्षिण अफ्रीका को आसानी से शिकस्त दी थी। भारत के सामने अब दक्षिण अफ्रीका को भी हरा कर उसके खिलाफ जीत की हैट्रिक के साथ उसकी तरह उसक खिलाफ वन डे विश्व कप में तीन जीत की बराबरी करने का मौका है। दक्षिण अफ्रीका के सामने भारत के विजयरथ को रोकने की मुश्किल चुनौती है। दोनों टीमों के बीच वही टीम जीतेगी जो मौकों का बेहतर इस्तेमाल करेगी। भारत ने अपने शुरू के सात मैचों में पांच चेज मास्टर विराट कोहली के बल्ले से दमदार प्रदर्शन के बूते जीते हैं। विराट कोहली 5 नवंबर को 35 बरस के हो जाएंगे। विराट रविवार को अपने जन्मदिन पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शतक जड़ कर अपने आदर्श सचिन तेंडुलकर के अंतर्राष्ट्रीय वन डे क्रिकेट में सबसे ज्यादा 49 शतकों के रिकॉर्ड की बराबर खुद को जन्मदिन का तोहफा और टीम को ‘रिटर्न गिफ्ट’ देने को बेताब होंगे। विराट के नाम फिलहाल अंतर्राष्ट्रीय वन डे क्रिकेट में 48 शतक हैं और पिछले तीन में से दो मैचों में वह बहुत करीब से शतक चूक सचिन की बराबरी करने से चूक गए थे।
भारत की ओर से अब तक कुल सात मैचों में कप्तान रोहित शर्मा (कुल 402 रन) और विराट कोहली (कुल 442 रन) ने एक-एक शतक जड़ा है। साथ ही विराट ने अब तक इस संस्करण में भारत के लिए चार और रोहित ने भी दो अद्र्धशतक जड़े हैं। वहीं दक्षिण अफ्रीका की ओर से क्विंटन डी कॉक ने सबसे ज्यादा चार, रॉसी वान डेर दुसों ने दो तथा एडन मरक्रम और हेनरिक क्लासेन ने एक एक शतक जड़ा है। दक्षिण अफ्रीका ने सात मैचों में छह जीत में पांच पहले बल्लेबाजी करते हुए हासिल की जबकि एक में उसने पाकिस्तान के खिलाफ जीत लक्ष्य का पीछा करते हुए हासिल की है। अब तक मात्र बस नीदरलैंड से धर्मशाला में 38 रन से हारने वाली दक्षिण अफ्रीका के लिए मौजूदा संस्करण में सबसे ज्यादा चार शतक जड़ रन बनाने में सबसे आगे चल रहे विस्फोटक सलामी बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक (कुल545 रन) और दो शतक व एक अद्र्बशतक जड़ वाले रॉसी वान डेर दुसों (कुल 353 रन) और एक -एक शतक जडऩे वाले एडन मरक्रम (कुल 362 रन) और विस्फाटोक हेनरिक क्लासेन (315 रन)का भारत की कहर बरपा वाले रफ्तार के सौदागर -जसप्रीत बुमराह(कुल 15 विकेट), मात्र तीन मैच खेलने वाले मोहम्मद शमी(14 विकेट) और मोहम्मद सिराज (कुल 9 विकेट) की त्रिमूर्ति के सामने बड़ा इम्तिहान होगा। खासतौर पर शमी चूंकि बंगाल के लिए खेलते हैं और कोलकाता का ईडन गार्डन उनका घरेलू मैदान है ही और इस पर बुमराह और पिछले मैच से फिर से रंग में लौटने वाले मोहम्मद सिराज की मौजूदगी में उनमे अपनी रफ्तार और धार से दक्षिण अफ्रीका को सस्ते में समेटने का दम है। भारत के लिए सोने पर सुहागा यह है कि बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव(10विकेट) और रवींद्र जडेजा (नौ विकेट) बीच के ओवर में दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों पर लगाम लगाने के साथ विकेट चटकाने का दम रखते हैं। भारत के तेज गेंदबाज बुमराह, शमी और सिराज की त्रिमूर्ति के साथ कुलदीप यादव की स्पिन के सामने डी कॉक, मरक्रम और रासी वान डेर दुसों अतीत में जिस तरह जूझते नजर आए उससे भारत को बहुत उम्मीद बंधती है।
भारत की मौजूदा के विजयरथ पर सवार होने का सबसे बड़ा कारण यह है कि चोट के चलते हार्दिक पांडया से वन डे विश्व कप से बाहर होने पर एकादश में मौका पाकर शमी ने अपनी सीम और स्विंग से जिस तरह अब तक तीन में दो मैचों में पांच-पांच और एक में चार विकेट चटकाए उससे प्रतिद्वंद्वी टीम खौफ है। भारत न दक्षिण अफ्रीका से पिछले पांच में दो अंतर्राष्ट्रीय मैच जीत अपने घर में वन डे सीरीज जीती उससे भी उसके हौसले बुलंद हैं। भारत के शीर्ष क्रम में रोहित, विराट और केएल राहुल (237 रन) के साथ दो-दो अद्र्धशतक जडऩे वाले नौजवान बल्लेबाज श्रेयस अय्यर (कुल 216 रन) और सलामी जोड़ीदार शुभमन गिल (पांच मैच मे कुल 196 रन), सूर्य कुमार यादव (3 मैच, 63) के रूप में निचले मध्यक्रम में रवींद्र जडेजा के रूप में संकट के समय गियर बदल कर मैच के मिजाज के मुताबिक बल्लेबाजी करने वाले बल्लेबाज हैं। दक्षिण अफ्रीका के लिए लंबे कद के तेज गेंदबाज मार्को येनसन(कुल 16 विकेट), जेरल्ड कोइत्जी (कुल 14 विकेट), रबाड़ा(11 विकेट), लुंगी एंगिडी(सात विकेट) के साथ बाएं हाथ के स्पिनर केशव महाराज (कुल 11 विकेट) बेशक अब तक मौजूदा वन डे विश्व कप में खासे कामयाब रहे हैं लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के लिए बाकी टीमों के बल्लेबाजों का खतरा खड़ा कर उन्हें बहुत परेशान कर पाएंगे इसकी संभावना कुछ कम ही है।
मैच का समय: दोपहर 2 बजे से।