- पक्का करना चाहते हैं कि अब हम ओलंपिक क्वॉलिफायर्स में भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें
- चीफ कोच शॉपमैन बोली, टीम बढिय़ा खेली, हर खिलाड़ी में बेहतर करने का जज्बा
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : गोलरक्षक सविता पूनिया की अगुआई में भारत ने पिछले चैंपियन जापान को रविवार देर रात रांची में महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी के फाइनल में 4-0 से हराकर खिताब जीत हांगजू(चीन) में एशियाई खेलों के सेमीफाइनल में मेजबान चीन से हार कर खिताब जीतने से चूकने की टीस बहुत हद तक मिटा दी। भारतीय महिला हॉकी टीम दूसरी बार एशियन चैंपियंस ट्रॉफी खिताब अपने नाम किया है। भारतीय महिला हॉकी टीम का लक्ष्य अब 13 से 19 जनवरी, 2014 तक रांची में एफआईएच महिला हॉकी ओलंपिक क्वॉलिफायर्स में महिला एशियन चैंपियन ट्रॉफी की खिताबी जीत के प्रदर्शन को दोहरा कर सीधे अगले साल होने वाले पेरिस ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करना है।
भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए जापान के खिलाफ महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में संगीता कुमारी, नेहा, ललरेमसियामी और वंदना कटारिया ने एक एक गोल किया। संगीता कुमारी ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा छह गोल कर टूर्नामेंट की उदीयमान खिलाड़ी का अवार्ड जीता जबकि झारखंड की ही सलीमा टेटे टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रही।
भारतीय महिला हॉकी टीम की रविवार को महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जापान पर 4-0 की बड़ी जीत के साथ खिताब जीतने पर कप्तान सविता ने बताया कि उनकी टीम के लिए यह बड़ी खिताब जीत क्यों अहम है। सविता ने कहा, ‘हम महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में एक लक्ष्य के साथ आए थे। हमारी टीम एशियाई खेलों में स्वर्ण जीत सीधे पेरिस ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने से चूकने के बाद हम रांची में सीधे महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में खिताब जीतने के मकसद से उतरी थी। हमारी टीम बेहद आक्रामक हॉकी खेली । हमने पहल की क्योंकि हमारे पास इस इसके मुताबिक खेलनी वाली खिलाड़ी थी और हर किसी ने अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाकर यह सुनिश्चित किया कि हमारी टीम महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में खिताब जीते। हमारा लक्ष्य हमेशा ही अभ्यास के बढिय़ा प्रदर्शन को मैच में मैदान पर दिखाने का रहा है। अब हमारे पास एफआईएच महिला हॉकी क्वॉलिफायर्स की तैयारी के लिए वक्त है और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम इसमें अपनी पूरी क्षमता के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।
भारतीय महिला हॉकी टीम की चीफ कोच यांकी शॉपमैन ने टूर्नामेंट में अपनी टीम के जेहनी तौर पर बढिय़ा प्रदर्शन के लिए तारीफ की। शॉपमैन ने कहा, ‘ हम बतौर टीम बहुत बढिय़ा खेले और टीम की हर खिलाड़ी में बेहतर करने का जज्बा दिखा। मैं अपनी टीम के मैदान पर बढिय़ा प्रदर्शन से बेहद खुश हंू। हमारी खिलाड़ी पेनल्टी कॉर्नर पर स्थितियोंं के मुताबिक वेरिएशंस करनी दिखी। हमारी टीम में अब कई खिलाड़ी हैं जो गोल कर सकती है और साथ ही कुछ मजबूत डिफेंडर भी हैं। हमारा पूरे टूर्नामेंट में हमने पेनल्टी कॉर्नर मात्र दो गोल खाए और हमारे खिलाफ एक भी मैदानी गोल नहीं हुआ। हम जानती हैं कि हमारी टीम में पेरिस ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने का दम है बस हमें यह साबित करना होगा कि हम एफआईएच महिला ओलंपिक क्वॉलिफायर्स में भी एशियन चैंपियंस ट्रॉफी जैसे प्रदर्शन को दोहरा सकते हैं।’
भारतीय महिला हॉकी टीम ने एशियाई खेलों के चैंपियन चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, मलयेशिया और थाईलैंड से अपने पांचों राउंड रॉबिन लीग मैच अंक तालिका में कुल सबसे 15 अंकों के साथ शीर्ष स्थान पाया और सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया को 2-0 से और फाइनल में जापान को 4-0 से शिकस्त दी।भारतीय महिला हॉकी टीम ने अजेय रहते हुए महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी खिताब जीता अैर पर हॉकी इंडिया ने टीम की हर सदस्य को इनाम के रूप में तीन- तीन लाख रुपये और सपोर्ट स्टाप के हर सदस्य को बतौर इनाम डेढ़-डेढ़ लाख के इनाम की घोषणा की।