धामी के नेतृत्व में धन-धान्य से परिपूर्ण होता उत्तराखंड

सुनील तिवारी

आज पूरा देश दीपावली का पर्व मना रहा है. दीपावली के दिन माँ लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है. माँ लक्ष्मी को सुख एवं समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. आज पूरा उत्तराखंड भी दिवाली के जश्न में सराबोर है; क्योंकि उत्तराखंड सीएम धामी के नेतृत्व में उत्तरोत्तर सुख-समृद्धि के पथ पर अग्रसर है. सीएम धामी ने 2025 तक उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का जो संकल्प लिया है उसे पूरी शिद्दत के साथ सिद्धि तक पहुँचाने में लगे हुए है. यही वजह है कि उत्तराखंड की जीडीपी साल दर साल बढ़ रही है और उत्तराखंड के लोगों की आय में भी निरंतर वृद्धि हो रही है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में 10% वृद्धि के साथ राज्य का सकल घरेलू उत्पाद 3.33 लाख करोड़ रूपये अनुमानित है. यदि राज्य की जीडीपी की ग्रोथ रेट देखी जाए तो यह नेशनल जीडीपी के ग्रोथ रेट भी अधिक है. इसी प्रकार उत्तराखंड राज्य के प्रति व्यक्तियों की आय भी प्रति व्यक्ति राष्ट्रीय आय से अधिक है. रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड में प्रति व्यक्ति आय 2.33 लाख पहुँच गई है जो कि पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों से भी अधिक है. उत्तराखंड में रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं और गरीबी में भी कमी आ रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक रोजगार सृजन के मामले में उत्तराखंड का पूरे देश में दूसरा स्थान है तो वहीं नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में बहुआयामी गरीबी में 8 फीसदी की कमी आई है. उत्तराखंड में पर्यटन क्षेत्र में उछाल आया है और राज्य का जीएसटी संग्रह भी बढ़ा है. इस बार उत्तराखंड स्थित चारधाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 55 लाख पार हो चुकी है, जो कि अपने आपमें एक रिकॉर्ड है. जीएसटी संग्रहण में उत्तराखंड की वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से अधिक आंकी गई है. पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में उत्तराखंड में इस बार जून माह में जीएसटी संग्रहण में 19 % की बढ़ोतरी हुई है. जबकि राष्ट्रीय स्तर पर वृद्धि दर 18 प्रतिशत ही रही. धामी सरकार का जीएसटी संग्रहण के माध्यम से राजस्व बढ़ाने पर विशेष फोकस है. इसी वजह से टैक्स चोरी करने वालों पर सख्त कार्यवाई की जा रही है और पब्लिक को जीएसटी बिल लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. जैविक खेती, बागवानी के क्षेत्र में भी उत्तराखंड नए कीर्तिमान रच रहा है. जैविक खेती के क्षेत्र में उत्तराखंड को लगातार चौथी बार राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है. जैविक उत्पादों से लोगों का स्वास्थ्य सुधर रहा है और किसानों की आर्थिकी भी. उत्तराखंड के सेब भी अब हिमाचल और जम्मू की भांति पूरे देश में प्रसिद्द हो रहे हैं. देश-दुनिया के निवेशकों के लिए उत्तराखंड बेस्ट डेस्टिनेशन के रूप में उभर कर सामने आया है. आगामी 8-9 दिसम्बर को उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होने जा रहा है, जिसके माध्यम से 2.5 लाख करोड़ रूपये के निवेश का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इन्वेस्टर्स समिट के एक माह पहले ही 1.24 लाख करोड़ के निवेश करार हो चुके हैं. भ्रष्टाचार एवं भ्रष्टाचारी किसी भी सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती होते हैं. भ्रष्टाचार से सरकार व समाज का नुकसान तो होता ही है, साथ में अर्थव्यवस्था को भी पलीता लगता है. धामी सरकार ने भ्रष्टाचार एवं भ्रष्टाचारियों पर कड़ा प्रहार किया है. धामी राज से पटवारी से लेकर आईएएस अधिकारी तक भ्रष्टाचार के मामले में जेल के सलाखों के पीछे हैं. धामी सरकार ने नक़ल माफियाओं पर नकेल कसते हुए देश का सबसे कड़ा नक़ल विरोधी कानून भी लागू कर दिया, जिसकी वजह से अब समयबद्धता एवं पारदर्शिता के साथ सरकारी भर्ती परीक्षाएं हो रही है और योग्य अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिल रही है. आधी आबाधी को भी सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए धामी सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं कि 30% आरक्षण समेत कई प्रावधान किये हैं. ये सभी उपलब्धियां एवं योजनाएं उत्तराखंड के युवा एवं ओजस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विजनरी सोच का परिणाम है. इन उपलब्धियों के मद्देनजर हम यह कह सकते हैं कि सीएम धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड धन-धान्य से परिपूर्ण हो रहा है.