सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अहमदाबाद में रविवार को आईसीसी वन डे क्रिकेट फाइनल को दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमी टकटकी लगाए देखेंगे। भारत को भले ही ऑस्ट्रेलिया पर रॉउंड रॉबिन लीग मैच में छह विकेट से जीत का लाभ जरूर मिलेगा लेकिन फाइनल जीत खिताब अपने नाम करने के लिए इसके लिए शतरंज की बिसात की तरह रणनीति की बिसात भी खासी अहम रहने वाली है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नै में छह विकेट से जीत में शुरू में मात्र दो रन पर कप्तान रोहित शर्मा(0) , उनके सलामी जोड़ीदार इशान किशन(0) और श्रेयस अय्यर (0)के रूप में तीन विकेट जोश हेजलवुड से गेंद से बरपाए कहर के सामने गंवा दिए थे। तब भारत की तकदीर अच्छी थी कि पारी के शुरू में भारत का स्कोर जब 20 रन के करीब पहुंचा था तब विराट (12 रन) का कैच मिचेल मार्श से छूट गया था। विराट कोहली (85 रन,116 गेंद , छह चौके) और केएल राहुल (अविजित 97 रन, 115 गेंद, दो छक्के, 9 चौके) की चौथे विकेट की 165 रन की भागीदारी से भारत ने छह विकेट से मैच जीता। रविवार को फाइनल के नतीजे में दोनों टीमों के जिन खिलाडिय़ों का प्रदर्शन निर्णायक हो सकता है उन पर है एक नजर।
रोहित और हेजलवुड के बीच रोचक मुकाबले की आस
रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच को छोड़ कर अफगानिस्तान के खिलाफ शुरू से ही दे दनादन की रणनीति से शतक जडऩे के बाद दस मैचों में ५५० रन बना कर जिस तरह रंग में हैं उससे हेजलवुड (कुल 14 विकेट) के लिए उन्हें रोक पाना खासा मुश्किल होगा। लीग मैच में रोहित ने हेजलवुड की नीची रहती गेंद को खेलने की कोशिश में विकेट गंवाया था। इस बार भी ऑस्ट्रेलिया और खासतौर पर हेजलवुड इसी रणनीति से उतरे तो रोहित अपने बिंदास आक्रामक अंदाज में क्रीज से बाहर निकल कर उनकी गेंद पर शुरू में प्रयास करने में सफल रहे तो फिर उन्हें रोकना मुश्किल हो जाएगा क्योंकि पहले पॉवरप्ले में ही तब मैच भारत की गिरफ्त में आ सकता है।
जम्पा के लिए अब विराट को रोकना होगा मुश्किल
भारत के विराट कोहली (711 रन) अब दस मैचों में तीन शतक और पांच अद्र्बशतक सहित मौजूदा विश्व कप में सबसे आगे चल रहे हैं। लेग स्पिनर एडम जम्पा कुल 22 विकेट चटका कर ऑस्ट्रेलिया के लिए विकेट चटकाने में सबसे आगे और भारत के मोहम्मद शमी (कुल 23 विकेट) के बाद दूसरे स्थान पर चल रहे हैं। विराट कोहली और जम्पा के बीच अब तक मंच पर मुकाबला दिलचस्प रहा है। विराट ने चेन्नै में जिस तरह जम्पा के खिलाफ आक्रामक रुख अपना धुनाई की थी उससे वह अपनी लय पाने को तरस गए थे। जम्पा भले ही इस विश्व कप में बाकी टीमों के खिलाफ कामयाब रहे हों लेकिन विराट कोहली जिस तरह रंग में चल रहे हैं जम्पा के लिए उन्हें रोकना खासा मुश्किल रहने वाला है।
श्रेयस को बीच के ओवरों में रोकना ऑस्ट्रेलिया के लिए चुनौती
श्रेयस अय्यर (कुल 526) ने मौजूदा वन डे विश्व कप शुरू के मैचों में शॉर्ट पिच गेंदों पर आउट होने के बाद जिस तरह इससे निपटने के लिए जमकर तैयारी कर वापसी कर सेमीफाइनल सहित पिछले दो मैचों में जिस तरह लगातार शतक शतक जड़ व अब तक तीन अद्र्बशतक जड़ दिखाया कि उन्हें रोकना ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़ी चुनौती होगा। श्रेयस जिस तरह क्रीज छोड़ तेज गेंदबाजों की गेंदों को उड़ा रहे हैं और अपनी पहुंच का इस्तेमाल स्पिनरों की धुनाई कर रहे हैं उससे लेग स्पिनर एडम जम्पा और ऑफ स्पिनर ग्लेन मैक्सवेल व कामचलाउ ट्रेविज हेड का बतौर स्पिनर इस्तेमाल करने का ऑस्ट्रेलिया का दांव उलटा पड़ सकता है।
शमी रफ्तार व धार से लेंगे ऑस्ट्रेलिया का इम्तिहान
ऑस्ट्रेलिया के दो शतक और दो अद्र्बशतक सहित रन बनाने में शीर्ष पर चल रहे सलामी डेविड वॉर्नर (कुल 526 रन) , पिछले पांच मैचों से उनके सलामी जोड़ीदार एक शतक और एक अद्र्बशतक जडऩे वाले ट्रेविज हेड (कुल 192 रन) के साथ दो शतक जडऩे वाले मिचेल मार्श (कु़ल 426 रन) के लिए भारत और इस वन डे विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (कुल 23 विकेट) अपनी रफ्तार और धार से ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम का कड़ा इम्तिहान लेंगे। यदि इन तीन में से दो भी सस्ते में पैवेलियन लौट गए तो ऑस्ट्रेलिया के लिए पारी को संभालना बेहद मुश्किल हो जाएगा। शमी अपनी गेंदों को दोनों ओर मूव कराने के साथ अब अपनी स्विंग से भी बल्लेबाजों को जिस तरह परेशान कर रहे हैं उसी से वह इस विश्व कप अब तक तीन बार पांच या इससे ज्यादा विकेट चटका चुके हैं।
चतुर कुलदीप पर मैक्सवेल व जडेजा पर स्मिथ को रोकने की जिम्मेदारी
शमी, जसप्रीत बुमराह(कुल 18 विकेट) और मोहम्मद सिराज(कुल 13 विकेट) जैसे साथी रफ्तार के सौदागरों की त्रिमूर्ति की रफ्तार व धार के बीच भारत के बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा (16 विकेट) और बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव (15विकेट) के बुने स्पिन जाल में फंस कर प्रतिद्वंद्वी टीमों के पस्त होने की चर्चा ही कम हुई है। विस्फोटक ग्लेन मैक्सवेल (कु़ल 398 रन) ने मौजूदा वन डे विश्व कप में अफगानिस्तान के खिलाफ अविजित 201 रन की सबसे बड़ी पारी खेल ऑस्ट्रेलिया को लगभग हारा मैच जरूर जिताया लेकिन वह जिस तरह सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका के बाएं हाथ के लेग स्पिनर तबरेज शम्सी की नीची रहती गेंद ठीक उसी तरह बोल्ड हुए जिस कुलदीप यादव ने उन्हें चेन्नै में बैकफुट पर कट करने पर मजबूर कर बोल्ड किया। इससे कुलदीप पर एक बार फिर मैक्सवेल को सस्ते में पैवेलियन लौटाने की जिम्मेदारी रहेगी। रन बनाने के लिए जूझ रहे अनुभवी स्टीव स्मिथ और मरनस लबुशेन ने जिस तरह पिछले मैच में रवींद्र जडेजा की तेजी से स्पिन होती गेंद पर आउट हुए उसे देखते हुए इस बार अहमदाबाद में इन दोनों के लिए आसान नहीं होगा।