ऋतुराज गायकवाड़  के   अविजित शतक पर मैक्सवेल का अविजित शतक भारी

  • ऑस्ट्रेलिया की भारत पर तीसरे टी-20 में  5 विकेट से जीत से सीरीज में चुनौती बरकरार
  • भारत हार के बावजूद ऑस्ट्रेलिया से पांच टी-20 मैचों की सीरीज में 2-1 से आगे

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत के सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ के सही समय पर गियर बदल कर जड़े पहले अविजित तूफानी टी-20 अंतर्राष्टï्रीय शतक पर ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल का तेज अविजित शतक भारी पड़ा। ग्लेन मैक्सवेल के तूफानी अविजित शतक की बदौलत की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत को गुवाहाटी में मंगलवार को तीसरे टी-20 अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में पांच विकेट से हराकर पांच टी-20 मैचों में अपनी चुनौती बरकरार रखी। मेजबान भारत तीसरा टी-20 मैच हारने के बावजूद शुरू के दोनों मैच जीतने के कारण अभी भी सीरीज में 2-1 से आगे है।

सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ के अविजित शतक की बदौलत भारत ने पहले बल्लेबाजी की दावत पाकर गुवाहाटी में दो विकेट मात्र 24 रन पर गंवाने के बावजूद  निर्धारित  20 ओवर में मात्र तीन विकेट पर 222 रन का पहाड़ का सा स्कोर बनाया। ऋतुराज गायकवाड़ ने  तीसरे विकेट के लिए कप्तान सूर्य कुमार यादव के साथ 57 और बाएं हाथ के तिलक वर्मा के साथ चौथे विकेट के लिए 141 रन की तूफानी अटूट भागीदारी कर भारत को बड़े स्कोर तक पहुंचाया। ऋतुराज गायकवाड़ मात्र 57 गेंद खेल कर सात छक्कों और 13 चौकों की मदद से 123 और तिलक वर्मा 24 गेंद खेल कर चार चौकों की मदद से 31 रन बनाकर अविजित रहे। ऋतुराज ने अपने आखिरी 102 रन मात्र 36 गेंदों पर बनाए। ऋतुराज ने अपना पहला टी-20 शतक ग्लेन मैक्सवेल की पहली ही गेंद को लॉन्ग ऑन के उपर से उड़ाकर मात्र 52 गेंद खेल कर पांच छक्कों और 11 चौकों की मदद से पूरा किया। ऋतुराज ने हार्डी के चौथे व आखिरी तथा पारी के 18 वें ओवर में दो छक्कों और दो चौकों की मदद से 25 रन बना तथा पारी के 20 वें व अंतिम तथा ऑफ स्पिनर ग्लेन मैक्सवेल के इकलौत ओवर में तीन छक्कों और दो चौकों की मदद से 30 रन बनाए।  ऋतुराज ने तिलक वर्मा के साथ शतकीय भागीदारी की और इसमें तिलक का योगदान मात्र 21 रन का रहा।

ग्लेन मैक्सवेल और कप्तान मैथ्यू वेड छठे विकेट की रन की तूफानी 91 रन की अटूट भागीदारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 20 ओवर में पांच विकेट पर 225 रन बनाकर मैच जीत लिया। मैक्सवेल 48 गेंद खेल कर आठ छक्कों और आठ चौकों की मदद से 104 और कप्तान मैथ्यू वेड 16 गेंद खेल कर एक छक्के और तीन चौकों की मदद से 28 रन बनाकर अविजित रहे। मैक्सवेल ने ऑस्ट्रेलिया के लिए भारत की पारी  में फेंके एकमात्र व  20 वें ओवर में 30 रन लुटाने का दर्द अपनी टीम को अंतिम गेंद पर जिताकर दूर कर दिया। भारत ने अंतिम दो ओवर में 45 रन लुटा कर जीत का मौका गंवा दिया।  ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए अंतिम दो ओवर में 43 रन बनाने थे और उसके पांच विकेट बाकी थे। ऑस्ट्रेलिया ने अंतिम 12 गेंदों में 45 रन बनाकर पांच विकेट से जीत हासिल की। भारत के तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने अपने चौथे और पारी के आखिरी ओवर में 23 और अक्षर पटेल ने अपने चौथे और पारी के अंतिम पूर्व ओवर में 22 रन दिए। ऑस्ट्रेलिया का स्कोर जब 18 वें ओवर पांच 178 रन तब प्रसिद्ध कृष्णा की गेंद को वेड ने उड़ाने का प्रयास लेकिन सूर्य कुमार यादव कवर में एक बेहद मुश्किल कैच लेने से चूक गए और यही शायद इस मैच का निर्णायक मोड़ साबित हुआ। कप्तान सूर्य यह कैच लपक लेते तो बहुत मुमकिन था कि भारत गुवाहाटी में सीरीज का तीसरा टी-20 मैच जीतने के साथ लगातार तीसरी जीत के साथ 3-0 की निर्णायक बढ़त के साथ मैच जीत लेता। ऑस्ट्रेलिया ने जीत के लिए 223 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए तूफानी आगाज के बाद एरन हॉर्डी(16 रन, 12 गेंद, तीन चौके), ट्रेविज हेड (35 रन, 18 गेंद, 8 चौके) और जोश इंग्लिश (10 रन,, 6 गेंद, 2 चौके) के रूप में तीन विकेट 6.2 ओवर में 68 रन पर खो दिए। हार्डी ने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह की बाहर की होती स्विंग होती गेंद पर बल्ला चलाया और विकेटकीपर इशान किशन को कैच थमा दिया और ऑस्ट्रेलिया ने पारी के पांचवें ओवर पहला विकेट 47 रन पर खोया। तेज गेंदबाज आवेश ने बेहतरीन धीमी गेंद पर खतरनाक ट्रेविज हेड को बड़ा शॉट खेलने पर मजबूर कर स्कवॉयर लेग पर रवि बिश्नोई के हाथों कैच करा और ऑस्ट्रेलिया ने पारी के छठे ओवर की चौथी गेंद पर दूसरा विकेट 66 रन खोया। स्कोर में दो रन ही ओर जुड़े कि जोश इंग्लिश  की स्लाइडर को कैच करने की कोशिश में बोल्ड हो गए। ग्लेन मैक्सवेल ने आक्रामक तेवर दिखाए और खासतौर पर प्रसिद्ध कृष्णा को निशाना बना ऑस्ट्रेलिया को दस ओवर में 105 रन पर पहुंचाया। मरकस स्टोइनस(17 रन, 21 गेंद, दो चौके) ने पारी के 13 वें और बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल के तीसरे ओवर की अंतिम गेंद पर तेज प्रहार की कोशिश में कवर में भारत के कप्तान सूर्य कुमार यादव को कैच थमाया और ऑस्ट्रेलिया ने चौथा विकेट 128 रन पर खोया लेकिन इससे पहले उन्होंने ग्लेन मैक्सवेल के साथ चौथे विकेट के लिए 60 रन की भागीदारी की। अगले और रवि बिश्नोई (2/32) के चौथे ओवर की चौथी तेज फ्लिपर के ड्राइव करने की कोशिश में टिम डेविड (0)ने रक्षात्मक ढंग से खेलने की कोशिश में कवर में कप्तान सूर्य कुमार यादव के कैच थमा और ऑस्ट्रेलिया ने पांचवां विकेट 134 रन पर गंवा दिया।

इससे पूर्व भारत के सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ ने हार्डी के चौथे व आखिरी तथा पारी के 18 वें ओवर में दो छक्कों और दो चौकों की मदद से 25 रन बना तथा पारी के 20 वें व अंतिम तथा ऑफ स्पिनर ग्लेन मैक्सवेल के इकलौत ओवर में तीन छक्कों और दो चौकों की मदद से 30 रन बनाए।  ऋतुराज ने तिलक वर्मा के साथ शतकीय भागीदारी की और इसमें तिलक का योगदान मात्र 21 रन का रहा। ऋतुराज ने शुरू के  50 रन  32 गेंद कर नौ चौकों की मदद से बनाए और बाद के अगले 50 रन मात्र 20 गेंद खेल कर पूरे किए। ऋतुराज ने मैक्सवेल के पहले और पारी के 20 वें ओवर में तीन छक्कों और दो चौकों की मदद से 30 रन बनाए।

भारत ने यशस्वी जायसवाल (6 रन, 6 गेंद, एक चौका) और तीसरे नंबर पर उतरे इशान किशन (0) के रूप में दो विकेट मात्र 15 गेंदों में 24 रन पर खो दिए। यशस्वी जायसवाल ने जेसन बेहरनडर्फ(1/12)  की ऑफ स्टंप पर पड़ी गेंद को उड़ाने की कोशिश में आगे निकले लेकिन गेंद उनके बल्ले के हल्के बाहरी किनारे को चूमती हुई विकेटकीपर कप्तान मैथ्यू वेड के हाथों में जा पहुंची और भारत ने पहला विकेट दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर मात्र 14 रन पर खो दिया। इशान (0) मंगलवार को जूझते नजर आए तेज गेंदबाज केन रिचर्डसन (1/34) की मिडल स्टंप पर कोण बनाती गेंद को उड़ाने की कोशिश में लेकिन अतिरिक्त उछाल से मात खा गए और कवर में मरकस स्टेइनस को कैच थमा बैठे और भारत ने दूसरा विकेट 24 रन पर गंवा दिया। भारत के कप्तान सूर्य कुमार यादव (39 रन, 29 गेंद, दो छक्के, पांच चौके)  दो विकेट सस्ते में गिरने के बावजूद अपने चिर परिचित आक्रामक अंदाज में खेले और पारी के 11 वें और तेज गेंदबाज एरोन हार्डी (1/64) के दूसरे ओवर की दूसरी ऑफ स्टंप पर पिच होती गेंद को पैडल कर उड़ाने की कोशिश में विकेटकीपर वेड को कैच थमा बैठे और भारत ने तीसरा विकेट मात्र 81 रन पर खो दिया।