भारत के 13.5 करोड़ और यूपी में 3.43 करोड़ लोग गरीबी से उबरे : डॉ. राजेश्वर सिंह

  • वैश्विक असमानताओं, चुनौतियों के बावजूद, भारत ने गरीबी उन्मूलन में सराहनीय प्रगति हासिल की
  • वैश्विक चुनौतियों के बावजूद पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने की गरीबी उन्मूलन में सराहनीय प्रगति
  • वैश्विक असमानता के कारण उत्पन्न चुनौतियां चिंताजनक, वैश्विक विकास और मानव कल्याण दोनों के लिए खतरा

रविवार दिल्ली नेटवर्क

भारतीय जनता पार्टी विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने वैश्विक असमानताओं, चुनौतियों के बावजूद गरीबी उन्मूलन में भारत की अभूतपूर्व प्रगति पर आंकड़ों के माध्यम से ध्यान आकर्षित किया। सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने एक विचारोत्तेजक वक्तव्य में बढ़ती वैश्विक असमानताओं की चिंताजनक प्रवृत्ति पर प्रकाश डाला, जो वैश्विक विकास और मानव कल्याण दोनों के लिए खतरा है।

चौंकाने वाले आँकड़ों का हवाला देते हुए, डॉ. सिंह ने इस बात पर ज़ोर दिया कि दुनिया की सबसे अमीर 10% आबादी वैश्विक संपत्ति का 76% होने का दावा करती है, जबकि सबसे गरीब आधे लोगों के पास कुल संपत्ति का बमुश्किल 2% है। इस पर उन्होंने वैश्विक कार्रवाई की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया।

लिंग के आधार पर आय अंतर की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि काम से कुल आय में महिलाओं की हिस्सेदारी निराशाजनक रूप से कम बनी हुई है, 1990 के बाद से आंकड़ों में न्यूनतम सुधार हुआ है। इस संदर्भ में विधायक ने आर्थिक भागीदारी में लैंगिक समानता की दिशा में ठोस प्रयासों की आवश्यकता को रेखांकित किया।

डॉ. सिंह ने बताया कि इन वैश्विक चुनौतियों के बावजूद, भारत ने गरीबी उन्मूलन में सराहनीय प्रगति हासिल की है, जिसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व को जाता है। उल्लेखनीय रूप से लगभग 13.5 करोड़ लोग बहुआयामी गरीबी से उबर चुके हैं। अकेले उत्तर प्रदेश में 3.43 करोड़ लोगों के जीवन में बदलाव आया है।

विधायक ने सतत विकास लक्ष्य 10-‘देशों के भीतर और उनके बीच असमानता को कम करना’ के साथ प्रयासों को संरेखित करने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आय असमानता को कम करना और धन का समान वितरण सुनिश्चित करना इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है, जिससे एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा मिलता है जहां कोई भी पीछे नहीं छूटता है, अंततः इससे हम असमानता से गरिमा की ओर बढ़ेंगे।

डॉ. राजेश्वर सिंह की मार्मिक टिप्पणियाँ असमानताओं के गंभीर वैश्विक मुद्दे पर प्रकाश डालती हैं, जबकि गरीबी उन्मूलन में भारत की उल्लेखनीय प्रगति को स्वीकार करते हुए, अधिक न्यायसंगत और समावेशी समाज बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास करने का आग्रह करती हैं।

सीएम योगी के नेतृत्व में यूपी को मिली सर्वोत्तम प्रदेश की पहचान

एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत को वैश्विक स्तर पर अलग पहचान मिली है तो वहीँ उत्तर प्रदेश में हो रहे अभूतपूर्व विकास के लिए सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि यह सीएम योगी आदित्यानाथ के नेतृत्व और सकंल्पों का परिणाम है कि यूपी आज देश का ग्रोथ इंजन है तथा इसकी क्षमता पर वैश्विक विश्वास कायम हुआ है। उत्तर प्रदेश 1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने को अग्रसर है।

ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के पहले चरण में धरातल पर 15 लाख करोड़ का निवेश उतरने जा रहा है। डॉ. विधायक सिंह ने प्रदेश के निवेश का विस्तृत विवरण देते हुए बताया​ कि डेटा सेंटर, ऊर्जा, रिटेल मार्ट और कौशल विकास के क्षेत्रों से जुड़ीं 10 कंपनियों द्वारा 1.16 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट शुरू किये जायेंगे।

इसके अंतर्गत 27 हजार करोड़ से अधिक के निवेश से NTPC 2 नए ऊर्जा संयंत्र तथा ग्रीनको कंपनी 17 हजार करोड़ के निवेश से सोनभद्र में ग्रीन एनर्जी प्लांट स्थापित करेगी। टाटा टेक्नोलॉजी 4,175 करोड़ के निवेश से प्रदेश के 150 ITI अपग्रेड करेगी। इसके अलावा सिफी इनफिनिट स्पेस लिमिटेड 8 हजार करोड़ का निवेश डेटा सेंटर के क्षेत्र में करेगी। इसके अलावा अनेक कं​पनियां करोड़ों के प्रोजेक्ट्स प्रदेश में उतारेगी।

डॉ. राजेश्वर सिंह रेखांकित किया कि ​उत्तर प्रदेश में निवेश से प्रदेश में नौकरियां बढ़ेंगी, युवाओं को रोजगार के समान अवसर मिलेंगे, पर्यटन में संभावनाओं में वृद्धि होगी, लोगों की जीवनशैली में सुधार आएगा और अंत्योदय व गरीबी उन्मूलन का लक्ष्य प्राप्त हो सकेगा।