इंद्र वशिष्ठ
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई करते हुए महाराष्ट्र और कर्नाटक में आतंकी संगठन आईएसआईएस के 15 आतंकियों /गुर्गो को गिरफ़्तार किया है। इन आतंकियों का इरादा देश भर में आतंकी हमले करने का था।
गिरफ्तार आरोपियों में आईएसआईएस के इस गिरोह का सरगना साकिब नचान भी शामिल है। साकिब नचान ने महाराष्ट्र के पडघा- बोरीवली गांव को ‘आज़ाद’ घोषित कर अपना ठिकाना बना रखा था। इन आतंकियों ने पडघा गांव को ‘अल शाम’ कहना शुरू कर दिया था जिसका अरबी भाषा में मतलब सीरिया क्षेत्र है।
एनआईए की टीमों ने शनिवार सुबह महाराष्ट्र के पडघा-बोरीवली, ठाणे, मीरा रोड, पुणे और कर्नाटक के बेंगलुरु में 40 से ज्यादा स्थानों पर छापेमारी की। आतंक और आतंक से संबंधित कृत्यों और प्रतिबंधित संगठन आईएसआईएस की गतिविधियों को बढ़ावा देने के आरोप में इन 15 आरोपियों को पकड़ा गया है।
आतंक के हिंसक कृत्यों को अंजाम देने और निर्दोष लोगों की जान लेने वाले अंतर्राष्ट्रीय आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के प्रयासों को बाधित करने और ध्वस्त करने के एनआईए के चल रहे प्रयासों के तहत की गई छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में बेहिसाब नकदी, बंदूकें, तेज धार वाले हथियार, आपत्तिजनक दस्तावेज, स्मार्ट फोन और अन्य डिजिटल उपकरण जब्त किए गए।
एनआईए की जांच के अनुसार आरोपी अपने विदेशी आकाओं के निर्देशों पर काम करते हुए, आईएसआईएस के हिंसक और विनाशकारी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए आईईडी/बम के निर्माण सहित विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल थे।
एनआईए की जांच से पता चला है कि आरोपी आईएसआईएस महाराष्ट्र मॉड्यूल के सभी सदस्य पडघा-बोरीवली से काम कर रहे थे, जहां उन्होंने पूरे भारत में आतंक फैलाने और हिंसा की घटनाओं को अंजाम देने की साजिश रची थी।
आरोपियों ने हिंसक जिहाद, खिलाफत और आईएसआईएस आदि का रास्ता अपनाते हुए देश की शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने और भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने का लक्ष्य रखा था।
एनआईए को प्रारंभिक जांच से पता चला है कि गिरफ्तार आरोपियों ने ग्रामीण ठाणे के पडघा गांव को ‘मुक्त क्षेत्र’ और ‘अल शाम’ के रूप में घोषित किया था। वे अपने पडघा ठिकाने को मजबूत करने के लिए मुस्लिम युवाओं को अपने निवास स्थान से पडघा में स्थानांतरित होने के लिए प्रेरित कर रहे थे।
आतंकियों की योजना ड्रोन के जरिए भी बम धमाका करने की थी और इसलिए ये ड्रोन को चलाने की भी ट्रेनिंग ले रहे थे।
मुख्य आरोपी और आईएसआईएस मॉड्यूल का सरगना साकिब नचान प्रतिबंधित संगठन में शामिल होने वाले व्यक्तियों को ‘बायथ’ (आईएसआईएस के खलीफा के प्रति निष्ठा की शपथ) भी दिला रहा था।
एक पिस्तौल, दो एयर गन, आठ तलवारें/चाकू, दो लैपटॉप, छह हार्ड डिस्क, तीन सीडी, 38 मोबाइल फोन, 10 मैगजीन किताबें, रुपये शामिल हैं। 68,03,800 रुपये नकद और 51 हमास झंडे बरामद हुए हैं।
मुख्य आरोपी मोहम्मद साकिब अब्दुल हामिद नाचन उर्फ रवीश उर्फ साकिब उर्फ खालिद के अलावा गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों की पहचान हसीब जुबैर मुल्ला, कासिफ अब्दुल सत्तार बलेरे, सैफ अतीक नाचान, रेहान अशफाक सुसे, शगफ शफीक दिवकर, फिरोज दस्तगीर कुवारी, आदिल इलियास खोत, फिरोज दस्तगीर कुवारी, आदिल इलियास खोत, मुसाब हसीब मुल्ला, रफील अब्दुल लतीफ नाचान , याह्या रवीश खोत, रज़ील अब्दुल लतीफ़ नाचान, फरहान अंसार सुसे, मुखलिस मकबूल नाचान और मुन्ज़िर अबुबकर कुन्नाथपीडिकल। सभी आरोपी मूल रूप से महाराष्ट्र के जिला ठाणे के रहने वाले हैं।
आदिल खोत के पास हमास के झंडे पाए गए, वहीं फिरोज दस्तगीर कुवान, रजिल अबक्सुल नाचन, जीशान एजाज मुल्ला और मुखलिस मकबूल नाचन के पास से हथियार (बंदूकें, चाकू और तलवारें) बरामद किए गए। सैफ अतीक नाचान, रेहान अशफाक सुसे और आतिफ नासिर मुल्ला से नकदी जब्त की गई।
आईएसआईएस एक वैश्विक आतंकवादी संगठन (जीटीजी) है, जिसे इस्लामिक स्टेट (आईएस)/इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवंत (आईएसआईएल)/इस्लामिक स्टेट इन खुरासान प्रोविंस (आईएसकेपी)/आईएसआईएस विलायत खुरासान/इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द शाम खुरासान के नाम से भी जाना जाता है। यह संगठन देश के विभिन्न राज्यों में स्थानीय आईएसआईएस मॉड्यूल और सेल स्थापित करके भारत में अपना आतंकी नेटवर्क फैला रहा है।
एनआईए ने हाल के महीनों में बड़े पैमाने पर छापेमारी की है और आईएसआईएस के कई आतंकियों को गिरफ्तार कर विभिन्न आईएसआईएस मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है।
एनआईए ने इस साल की शुरुआत में आईएसआईएस महाराष्ट्र मॉड्यूल के खिलाफ मामला दर्ज किया था और तब से, देश भर में सक्रिय विभिन्न आईएसआईएस मॉड्यूल और नेटवर्क को नष्ट करने के लिए मजबूत और ठोस कार्रवाई की है।