- एमएनसी के निर्देश पर तीर्थंकर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर के संग-संग यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर भी हुई वर्कशॉप्स
रविवार दिल्ली नेटवर्क
- टीएमयू हॉस्पिटल में सीपीआर स्टेशन जल्द बनेगा: प्रो. एनके सिंह
- ताकि भविष्य में आपातकालीन में समय रहते हुए कहीं भी किसी के भी प्राणों की सुरक्षा की जा सके
- नेशनल बोर्ड ऑफ़ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज की ओर से लाइव ट्रांसमिशन के माध्यम से सभी डॉक्टर्स फैकल्टीज,
- पोस्ट ग्रेजुएट स्टुडेंट्स को सीपीआर की बारीकियों से कराया अवगत
नेशनल बोर्ड ऑफ़ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज के निर्देश पर तीर्थंकर महावीर मेडिकल एंड रिसर्च सेंटर, मुरादाबाद में सीपीआर- कार्डियो पुलमोनरी रिससिटेशन पर दो कार्यशालाएं हुईं, जिसका नेशनल बोर्ड ऑफ़ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज की ओर से लाइव ट्रांसमिशन के माध्यम से सभी डॉक्टर्स फैकल्टीज, पोस्ट ग्रेजुएट स्टुडेंट्स को सीपीआर की बारीकियों के बारे में अवगत कराया गया| इस दौरान आई डिपार्टमेंट के एचओडी प्रो. आशीष ,सर्जरी के एचओडी प्रो. एके सिंह, ईएनटी के एचओडी प्रो. पी. चटर्जी, गाइनेकोलॉजी की एचओडी प्रो. एम. कौर तहेलिया, चेस्ट एंड टीबी के एचओडी प्रो. मजहर,साइकेट्री के एचओडी प्रो. नागेंद्र आदि की भी उल्लेखनीय मौजूदगी रही। सीपीआर के जरिए किसी भी व्यक्ति को हार्ट अटैक या ह्रदय गति के रुक जाने अथवा कार्डियो पुलमोनरी अरेस्ट की अवस्था में इस प्रक्रिया के जरिए कहीं भी किसी के भी द्वारा सीपीआर की जा सकती है, बशर्त वह सीपीआर करना जनता हो। सीपीआर किसी भी व्यक्ति की जान बचाने में सहायक हो सकता है, क्योंकि पीड़ित व्यक्ति को समय रहते अस्पताल तक पहुंचाया जा सकता में है| तीर्थंकर मेडिकल कॉलेज के अलावा एसएल एजुकेशन इंस्टीट्यूट में भी सीपीआर कार्यशालाओं का आयोजन किया गया| इसमें एनेस्थेसिया विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मुकेश कुमार प्रसाद की उल्लेखनीय मौजूदगी रही| इससे पूर्व सीपीआर कार्यशाला का शुभारंभ तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर के प्रधानाचार्य डॉ. एन. के. सिंह के किया| उन्होंने टीएमयू हॉस्पिटल में सीपीआर स्टेशन बनाने का भी आश्वासन दिया| इसका उद्देश्य हर व्यक्ति को सीपीआर का प्रशिक्षण कराने में सहायता प्रदान कराना होगा, जिससे भविष्य में आपातकालीन में समय रहते हुए कहीं भी किसी के भी प्राणों की सुरक्षा की जा सके|
इस कार्यशाला में मैन्नेक़ुइन अथवा कृत्रिम तरीकों से उपस्थित सभी सहभागियों से एनेस्थीसिया और मेडिसिन विभाग के डाक्टरों ने सीपीआर लाइव डेमो भी कराया| इसमें सभी ने बढ़चढ़ कर भाग लिया और सीपीआर की बारीकियों को विस्तारपूर्वक समझा| तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सिंह ने बताया कि आगे भी इस तरह की सीपीआर कार्यशालाओं का आयोजन होता रहेगा| इन वर्कशॉप्स में सभी डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, वार्ड-बॉय और आम जनमानस को इसके बारे में अवगत कराया जाएगा|